नई दिल्ली/गाजियाबाद: राजधानी से सटे गाजियाबाद के मीरपुर हिंदू गांव के पास हजारों किसान एकत्रित हो गए. किसानों का आरोप है कि इलाके में डंपिंग ग्राउंड बनाया जा रहा है, जिससे उनकी परेशानी काफी ज्यादा बढ़ जाएगी और इसका वह इसका विरोध करते हैं.
वहीं प्रशासन के अधिकारी मौके पर पहुंचे तो उन्होंने किसानों को समझाया कि वो डंपिंग ग्राउंड नहीं है, बल्कि सॉलिड वेस्ट मैनेजमेंट प्लांट है. इसमें कूड़े से खाद बनाई जाएगी. उन्होंने बताया कि किसानों को ही इसका फायदा होगा. लेकिन किसान अपनी मांगों पर अड़े रहे और प्रशासन के खिलाफ मीरपुर हिंदू गांव में धरने पर बैठ गए.
सांसद का गोद लिया गांव
मीरपुर हिंदू गांव की बात करें तो यह गाजियाबाद के सांसद वीके सिंह ने गोद लिया हुआ है. यहां पर विकास की रफ्तार काफी तेजी से बढ़ी थी और उसी के तहत किसानों से बातचीत करके सॉलिड वेस्ट मैनेजमेंट प्लांट लगाने की बात कही गई थी.
किसानों ने इसका पहले भी विरोध किया था, लेकिन प्रशासन ने दावा किया था कि किसानों से मसला सुलझा लिया गया है. लेकिन बीते दिनों सॉलिड वेस्ट मैनेजमेंट प्लांट की नींव रखते हुए भूमि पूजन कर दिया गया. भूमि पूजन के बाद हजारों किसान इसके खिलाफ हो जाएंगे यह किसी ने नहीं सोचा था.
बढ़ रही तनातनी
किसानों ने इस विषय में जिलाधिकारी के नाम पर ज्ञापन भी सौंपा है, लेकिन वह फिलहाल अपनी मांग से हटने को तैयार नहीं हैं. आसपास के गांवों के किसान भी उन्हें अपना समर्थन दे रहे हैं. ऐसे में किसानों और प्रशासन के बीच तनातनी बढ़ सकती है. बीते सालों में देखा गया है कि पास के मंडोला गांव के किसान भी लगातार अपनी मांगों को लेकर अड़े रहे हैं और प्रशासन और पुलिस और किसानों के बीच तनाव भी देखने को मिला था.