नई दिल्ली/पलवल: बीजेपी विधायक जगदीश नायर के गांव पैगलतू से 10 साल की बच्ची की निर्मम हत्या का मामला सामने आया है. बच्ची चौथी कक्षा में पढ़ती थी और सोमवार दोपहर से ही लापता थी. परिजनों ने उसे ढूंढने की बहुत कोशिश की, लेकिन उसका कहीं पता नहीं चला. बाद में बच्ची का शव ज्वार के खेतों से बरामद किया गया. बच्ची के परिजनों का आरोप है कि बच्ची के साथ पहले दरिंदगी की गई और फिर उसे मारकर ज्वार के खेतों में फेंक दिया गया.
बच्ची का शव बुरी हालत में खेत में पड़ा था. उसकी आंखें फोड़ दी गई थी और शव खून से लथपथ था. जब मासूम का शव मिला तो उसे चींटियां खा रही थी. बच्ची का शव देखकर ऐसा लग रहा है कि किसी ने उसके साथ हैवानियत की सभी हदें पार की हैं, लेकिन फिलहाल पुलिस पोस्टमोर्टम रिपोर्ट आने का इंतजार कर रही है.
परिजनों ने आरोप लगाया कि वो लापता बच्ची की शिकायत दर्ज कराने थाने भी गए थे, लेकिन पुलिस ने उन्हें बिना रिपोर्ट लिखे ही भगा दिया. अगर पुलिस ने वक्त रहते केस दर्ज किया होता तो शायद बच्ची जिंदा होती. गुस्साए परिजनों और ग्रामीणों ने होडल थाने का घेराव किया और जल्द ही आरोपियों को गिरफ्तार करने और पुलिस कर्मी के खिलाफ सख्त कानूनी कार्रवाई करने की मांग की है.
बता दें कि बच्ची मानसिक तौर पर कमजोर थी. बच्ची सोमवार दोपहर अचानक घर से गायब हो गई. परिजनों ने बच्ची को खोजने की काफी कोशिश की, लेकिन बच्ची नहीं मिली. मंगलवार दोपहर बाद कुछ ग्रामीण महिलाएं खेतों की तरफ शौच के लिए गई तो वहां उन्होंने बच्ची का शव पड़ा देखा. बच्ची का शव बुरी हालत में था.
वहीं डीएसपी बलबीर सिंह का कहना है कि बच्ची की तलाश के लिए टीमों का गठन किया गया था, लेकिन बच्ची की तलाश शुरू होने से पहले ही उसका शव खेतों से बरामद किया गया. शुरुआती जांच में बच्ची का शव देखने से लगता है की बच्ची के साथ पहले दुष्कर्म हुआ और उसके बाद उसकी बड़ी बेरहमी से हत्या कर दी गई, लेकिन पुलिस का कहना है कि दुष्कर्म की पुष्टि अभी नहीं हुई है. जांच के बाद ही कुछ कहा जा सकता है. फिलहाल पुलिस आरोपी की तलाश में जुटी हुई है.