नई दिल्ली: साहित्य अकादमी ने नेपाली और राजस्थानी भाषा में 'साहित्य अकादेमी पुरस्कार 2020' की घोषणा कर दी है. इसके साथ ही बंगाली और मराठी भाषा में 'साहित्य अकादमी युवा पुरस्कार 2020' की भी घोषणा कर दी गई है. इससे पहले अकादमी द्वारा 22 भाषाओं में साहित्य अकादमी पुरस्कार 2020 की घोषणा की जा चुकी है, और अब आखिरी 2 भाषाओं में भी साहित्य अकादमी पुरस्कार 2020 की घोषणा कर दी गयी है.
अकादमी के अध्यक्ष डॉ. चंद्रशेखर कंबार ने नेपाली भाषा में लेखक शंकर देव ढकाल की कृति 'किरायाको कोख' और राजस्थानी भाषा में प्रख्यात लेखक भवरसिंह सामौर की कृति 'संस्कृति री सनातन दीठ' को पुरस्कार के लिए चुना गया है. साथ ही बंगाली और मराठी भाषा में 'साहित्य अकादमी युवा पुरस्कार 2020' के लिए उपन्यासकार श्याम बंधोपाध्याय (बंगाली) की कृति 'पुराण पुरुष ' और मराठी भाषा के नाटककार प्राजक्त देशमुख की कृति देवबाभली को चुना गया है. साहित्य अकादमी युवा पुरस्कार के लिए किसी लेखक जिसकी उम्र पुरस्कार वर्ष में 1 जनवरी को 35 वर्ष से कम हो उसकी प्रकाशित पुस्तक को दिया जाता है.
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साहित्य अकादमी के सचिव के श्रीनिवासराव ने ईटीवी भारत को बताया सभी घोषित भाषाओं में विजेताओं को 18 सितंबर 2021 को बंगलुरु में आयोजित एक कार्यक्रम में पुरस्कृत किया जाएगा, जिसके लिए साहित्य अकादेमी युवा पुरस्कार 2020 के लिए विजेताओं को ताम्र फलक और ₹50000 इनामी राशि प्रदान की जाएगी, इसके साथ ही साहित्य अकादमी पुरस्कार 2020 के लिए विजेताओं को ताम्र फलक और ₹100000 इनामी राशि ड्राफ्ट के जरिये दी जाएगी.
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साहित्य अकादमी अध्यक्ष डॉ. चंद्रशेखर कंबार ने वीरवार को बांग्ला और मराठी भाषा के लिए साहित्य अकादमी युवा पुरस्कार 2020 की घोषणा की है. बांग्ला भाषा के उपन्यासकार श्याम बंद्योपाध्याय की कृति पुराण पुरुष और मराठी भाषा के नाटककार प्राजक्त देशमुख की कृति देवबाभली को युवा पुरस्कार के लिए चुना गया है.