नई दिल्ली: आंध्र प्रदेश से ट्रक में गांजे की खेप लाने वाले दो तस्करों को क्राइम ब्रांच ने गिरफ्तार किया है. आरोपी के पास से 275 किलो गांजा बरामद किया गया है. आरोपी ट्रक में खुफिया जगह बनाकर उसमें गांजे को छिपा कर लेकर आते थे. उन्हें प्रत्येक चक्कर के लिए उन्हें दस हजार रुपये मिलते थे. पुलिस रिमांड पर लेकर उनसे पूछताछ कर रही है.
डीसीपी राकेश पवारिया के अनुसार ड्रग्स तस्करी को लेकर क्राइम ब्रांच की टीम लगातार काम कर रही थी. 24 सितंबर को एसआई महेश को सूचना मिली कि गांजे की खेप झिलमिल औद्योगिक इलाके में आएगा. इस जानकारी पर इंस्पेक्टर पंकज अरोड़ा की टीम ने झिलमिल औद्योगिक क्षेत्र के पास जाल बिछाया. मुखबिर द्वारा बताई गई जानकारी पर एक ट्रक को जांच के लिए रोका गया. इसमें मौजूद शौक सुबान और शेख हुसैन को पुलिस ने पकड़ लिया. दोनों आंध्र प्रदेश के रहने वाले हैं. तलाशी में ट्रक से 275 किलो गांजा बरामद हुआ जो एक खुफिया जगह में छुपा कर रखा गया था. उसे छुपाने के लिए खास तौर से अंबर को बनाया गया था.
आंध्रप्रदेश से लेकर आया था गांजा
एनडीपीएस एक्ट के तहत मामला दर्ज किया गया. इस दौरान आरोपियों ने पुलिस को बताया कि आंध्र प्रदेश के कुरनूल से वह ट्रक में गांजा लेकर आए थे. उन्हें झिलमिल औद्योगिक क्षेत्र के पास इसे सप्लाई करना था. उन्हें बताया गया था कि दिल्ली पहुंचने पर उन्हें बताया जाएगा कि यह गांजा किसे देना है. आरोपी ने पुलिस को बताया कि वह आंध्र प्रदेश के रहने वाले हैं और ट्रक चलाते हैं.
ट्रक से आने पर मिलते थे दस हजार रुपये
गरीबी के चलते वह गांजे की तस्करी करने लगे. उन्हें एक चक्कर के लिए दस हजार रुपये मिलते थे. पुलिस ने अदालत के समक्ष पेश कर रिमांड पर लिया है. उनसे पूछताछ कर यह जानने की कोशिश की जा रही है कि वह किन लोगों को गांजे की सप्लाई करते थे. इसके साथ ही गांजे का मुख्य सप्लायर कौन है.