नई दिल्ली: एलआईसी में बोनस के नाम पर लोगों से ठगी करने वाले एक जालसाज को क्राइम ब्रांच ने गिरफ्तार किया है. वो अब तक हजारों लोगों से दो करोड़ रुपये से ज्यादा की ठगी कर चुका था. लंबे समय से वह फरार चल रहा था और पुलिस की तरफ से उसकी गिरफ्तारी पर 25 हजार रुपये का इनाम घोषित था. अदालत ने उसे भगोड़ा भी घोषित कर रखा था.
पुलिस ने मामला किया दर्ज
डीसीपी राकेश पवारिया के अनुसार वर्ष 2015 में एलआईसी के एग्जीक्यूटिव डायरेक्टर ने शिकायत दर्ज कराई थी. उन्होंने बताया कि कुछ लोग खुद को एलआईसी कर्मचारी बताकर लोगों को फोन कर उनके पैन नंबर, जन्मदिन की तारीख की जानकारी ले रहे हैं. उन्हें बोनस और इंसेंटिव का झांसा देकर वह एलआईसी पॉलिसी सरेंडर करने के लिए कह रहे हैं.
इसके लिए मुफ्त क्रेडिट कार्ड एवं मेडिक्लेम के झूठे वादे भी कर रहे हैं. उनसे कैश और चेक के जरिए रुपए लिए जा रहे हैं. यह रुपए लेने के बाद वे ग्राहक से संपर्क नहीं करते. इसकी वजह से एलआईसी कंपनी की छवि खराब हो रही है. इसे लेकर मामला दर्ज किया गया था.
फरार चल रहे जालसाज सुमित को किया गिरफ्तार
छानबीन के दौरान पुलिस को पता चला था कि महाराष्ट्र और मध्य प्रदेश के लोगों को यह गैंग शिकार बना रहा है. फर्जी आईडी पर लिए गए मोबाइल नंबर से उन्हें कॉल किया जा रहा है. इनकी पहचान सुमित, अविनाश एवं अन्य के रूप में की गई थी.
इस मामले में सुमित लगातार फरार चल रहा था. अदालत ने उसे भगोड़ा घोषित कर दिया था जबकि पुलिस कमिश्नर की तरफ से उसकी गिरफ्तारी पर 25 हजार रुपये का इनाम घोषित था. हाल ही में क्राइम ब्रांच के एसीपी अरविंद कुमार की देखरेख में इंस्पेक्टर दिनेश कुमार की टीम ने हरियाणा के भिवानी से सुमित को पकड़ लिया.
2 करोड़ रुपये से ज्यादा की ठगी
पूछताछ में आरोपी ने पुलिस को बताया कि वह एलआईसी का अधिकारी बनकर लोगों को फोन करता था. उन्हें बोनस की जानकारी देकर वह उनसे ठगी करता था. आरोपी ने पुलिस को बताया कि बिजनेस एफिलिएट्स कॉल सेंटर उन्हें ग्राहकों का मोबाइल नंबर, नाम, पता और इंश्योरेंस पॉलिसी की डिटेल मुहैया कराते थे.
अब तक की जांच में पता चला है कि यह गैंग लोगों से 2 से 2.5 करोड़ रुपए की ठगी कर चुका था. गिरफ्तार किया गया सुमित हरियाणा के भिवानी का रहने वाला है. उसने दिल्ली पैरामेडिकल एंड मैनेजमेंट इंस्टीट्यूट से होटल मैनेजमेंट का कोर्स किया है. वह पहले भी मुंबई में गिरफ्तार हो चुका है.