नई दिल्ली: देश के सबसे बड़े ऋणदाता भारतीय स्टेट बैंक (एसबीआई) ने विभिन्न परिपक्वता अवधि की मियादी जमाओं (एफडी) पर ब्याज दरों में 0.5 प्रतिशत तक की कटौती की है. इससे ग्राहकों के लिए रिटर्न घटेगा.
एसबीआई ने शुक्रवार को बयान में कहा कि ब्याज में गिरावट तथा नकदी अधिशेष के मद्देनजर एसबीआई ने एफडी पर अपनी ब्याज दरों में बदलाव किया है. नई दरें 26 अगस्त से प्रभावी होंगी.
बैंक ने विभिन्न परिपक्वता अवधि की खुदरा मियादी जमा पर ब्याज दरों में 0.10 से 0.50 प्रतिशत की कटौती की है. थोक जमा पर ब्याज दरों में 0.30 से 0.70 प्रतिशत की कटौती की गई है. बैंक ने सात से 45 दिन की मियादी जमा पर ब्याज दर पांच से घटाकर 4.5 प्रतिशत कर दी है. इसी तरह 46 से 179 दिन और 180 दिन से एक साल से कम की जमा पर ब्याज दर में 0.25 प्रतिशत कटौती की गई है.
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अब नई ब्याज दर क्रमश: 5.5 प्रतिशत और 6 प्रतिशत हो गई है. इसी तरह एक से दो साल की जमा पर ब्याज दर को 0.10 प्रतिशत घटाकर 6.70 प्रतिशत किया गया है. पांच से दस साल की मियादी जमा पर ब्याज दर में प्रतिशत की कटौती की गई है और अब यह 6.25 प्रतिशत पर आ गई है.
बैंक ने कहा है कि बचत बैंक जमाकर्ताओं के हितों के संरक्षण के लिए ऐसे ग्राहकों, जिनके खातों मे एक लाख रुपये से अधिक की राशि जमा है, के लिए ब्याज दर को तीन प्रतिशत पर कायम रखा गया है. एसबीआई ने कहा कि बचत खातों में एक लाख रुपये तक राशि रखने वाले ग्राहकों के लिए 3.5 प्रतिशत की ब्याज दर को भी कायम रखा गया है.