ETV Bharat / business

इस साल भारत की वृद्धि दर 7.3 प्रतिशत, 2020 में 7.5 प्रतिशत रहेगी : आईएमएफ - आईएमएफ

आईएमएफ का अनुमान है कि 2019 में भारत की वृद्धि दर 7.3 प्रतिशत रहेगी, जो 2020 में बढ़कर 7.5 प्रतिशत पर पहुंच जाएगी.

इस साल भारत की वृद्धि दर 7.3 प्रतिशत, 2020 में 7.5 प्रतिशत रहेगी : आईएमएफ
author img

By

Published : Apr 9, 2019, 11:50 PM IST

वाशिंगटन: अंतरराष्ट्रीय मुद्राकोष का अनुमान है कि 2019 में भारत की वृद्धि दर 7.3 प्रतिशत रहेगी, जो 2020 में बढ़कर 7.5 प्रतिशत पर पहुंच जाएगी. आईएमएफ ने कहा कि निवेश में सुधार और उपभोग बढ़ने से भारत दुनिया की सबसे तेजी से बढ़ती प्रमुख अर्थव्यवस्था बना रहेगा.

आईएमएफ और विश्वबैंक की सालाना ग्रीष्मकालीन बैठक से पहले जारी विश्व आर्थिक परिदृश्य में आईएमएफ ने कहा है कि 2018 में भारत की वृद्धि दर 7.1 प्रतिशत रही है जबकि इस दौरान चीन की वृद्धि दर 6.6 प्रतिशत रही.

ये भी पढ़ें- एसबीआई 424 करोड़ रुपये मूल्य के एनपीए नीलाम करेगा

आईएमएफ का अनुमान है कि 2019 में चीन की वृद्धि दर 6.3 प्रतिशत और 2020 में 6.1 प्रतिशत रहेगी. रिपोर्ट में कहा गया है कि 2019 में भारत की वृद्धि दर रफ्तार पकड़ेगी और 7.3 प्रतिशत पर पहुंच जाएगी, जबकि 2020 में यह 7.5 प्रतिशत रहेगी. इसमें कहा गया है कि राष्ट्रीय खाता सांख्यिकी में हाल में किए गए संशोधन में कुछ नरम रुख दिखता है.

इसी के मद्देनजर अक्टूबर की तुलना में 2019 के लिए भारत की वृद्धि दर के अनुमान में 0.1 प्रतिशत और 2020 के लिए 0.2 प्रतिशत की कमी की गई है. रिपोर्ट में कहा गया है कि मध्यम अवधि में भारत की वृद्धि दर 7.75 प्रतिशत पर आकर टिकेगी.

विश्व आर्थिक परिदृश्य में कहा गया है कि संरचनात्मक और वित्तीय क्षेत्र के सुधारों के क्रियान्वयन के साथ सार्वजनिक ऋण में कटौती के जरिये ही देश की आर्थिक वृद्धि की संभावनाओं को संरक्षित किया जा सकता है.

वाशिंगटन: अंतरराष्ट्रीय मुद्राकोष का अनुमान है कि 2019 में भारत की वृद्धि दर 7.3 प्रतिशत रहेगी, जो 2020 में बढ़कर 7.5 प्रतिशत पर पहुंच जाएगी. आईएमएफ ने कहा कि निवेश में सुधार और उपभोग बढ़ने से भारत दुनिया की सबसे तेजी से बढ़ती प्रमुख अर्थव्यवस्था बना रहेगा.

आईएमएफ और विश्वबैंक की सालाना ग्रीष्मकालीन बैठक से पहले जारी विश्व आर्थिक परिदृश्य में आईएमएफ ने कहा है कि 2018 में भारत की वृद्धि दर 7.1 प्रतिशत रही है जबकि इस दौरान चीन की वृद्धि दर 6.6 प्रतिशत रही.

ये भी पढ़ें- एसबीआई 424 करोड़ रुपये मूल्य के एनपीए नीलाम करेगा

आईएमएफ का अनुमान है कि 2019 में चीन की वृद्धि दर 6.3 प्रतिशत और 2020 में 6.1 प्रतिशत रहेगी. रिपोर्ट में कहा गया है कि 2019 में भारत की वृद्धि दर रफ्तार पकड़ेगी और 7.3 प्रतिशत पर पहुंच जाएगी, जबकि 2020 में यह 7.5 प्रतिशत रहेगी. इसमें कहा गया है कि राष्ट्रीय खाता सांख्यिकी में हाल में किए गए संशोधन में कुछ नरम रुख दिखता है.

इसी के मद्देनजर अक्टूबर की तुलना में 2019 के लिए भारत की वृद्धि दर के अनुमान में 0.1 प्रतिशत और 2020 के लिए 0.2 प्रतिशत की कमी की गई है. रिपोर्ट में कहा गया है कि मध्यम अवधि में भारत की वृद्धि दर 7.75 प्रतिशत पर आकर टिकेगी.

विश्व आर्थिक परिदृश्य में कहा गया है कि संरचनात्मक और वित्तीय क्षेत्र के सुधारों के क्रियान्वयन के साथ सार्वजनिक ऋण में कटौती के जरिये ही देश की आर्थिक वृद्धि की संभावनाओं को संरक्षित किया जा सकता है.

Intro:Body:

इस साल भारत की वृद्धि दर 7.3 प्रतिशत, 2020 में 7.5 प्रतिशत रहेगी : आईएमएफ

वाशिंगटन: अंतरराष्ट्रीय मुद्राकोष का अनुमान है कि 2019 में भारत की वृद्धि दर 7.3 प्रतिशत रहेगी, जो 2020 में बढ़कर 7.5 प्रतिशत पर पहुंच जाएगी. आईएमएफ ने कहा कि निवेश में सुधार और उपभोग बढ़ने से भारत दुनिया की सबसे तेजी से बढ़ती प्रमुख अर्थव्यवस्था बना रहेगा. 

आईएमएफ और विश्वबैंक की सालाना ग्रीष्मकालीन बैठक से पहले जारी विश्व आर्थिक परिदृश्य में आईएमएफ ने कहा है कि 2018 में भारत की वृद्धि दर 7.1 प्रतिशत रही है जबकि इस दौरान चीन की वृद्धि दर 6.6 प्रतिशत रही. 

ये भी पढ़ें- 

आईएमएफ का अनुमान है कि 2019 में चीन की वृद्धि दर 6.3 प्रतिशत और 2020 में 6.1 प्रतिशत रहेगी. रिपोर्ट में कहा गया है कि 2019 में भारत की वृद्धि दर रफ्तार पकड़ेगी और 7.3 प्रतिशत पर पहुंच जाएगी, जबकि 2020 में यह 7.5 प्रतिशत रहेगी. इसमें कहा गया है कि राष्ट्रीय खाता सांख्यिकी में हाल में किए गए संशोधन में कुछ नरम रुख दिखता है. 

इसी के मद्देनजर अक्टूबर की तुलना में 2019 के लिए भारत की वृद्धि दर के अनुमान में 0.1 प्रतिशत और 2020 के लिए 0.2 प्रतिशत की कमी की गई है. रिपोर्ट में कहा गया है कि मध्यम अवधि में भारत की वृद्धि दर 7.75 प्रतिशत पर आकर टिकेगी. 

विश्व आर्थिक परिदृश्य में कहा गया है कि संरचनात्मक और वित्तीय क्षेत्र के सुधारों के क्रियान्वयन के साथ सार्वजनिक ऋण में कटौती के जरिये ही देश की आर्थिक वृद्धि की संभावनाओं को संरक्षित किया जा सकता है.


Conclusion:
ETV Bharat Logo

Copyright © 2025 Ushodaya Enterprises Pvt. Ltd., All Rights Reserved.