मुंबई : जेट एयरवेज ने पायलटों और विमान रखरखाव इंजीनियरों के एक वर्ग के सामूहिक अवकाश को टालने के लिए शनिवार को कहा कि वह कर्मचारियों को जल्द ही दिसंबर का बाकी वेतन का भुगतान करेगी.
जेट के मुख्य कार्यकारी अधिकारी विनय दुबे ने कर्मचारियों को भेजे एक ईमेल में कहा, "आपको हमारी प्रतिबद्धता है कि निदेशक मंडल और प्रबंधन टीम भारतीय बैंकों के समूह के साथ सहमति से तय की गई समाधान योजना को जल्द से जल्द लागू करने की दिशा में काम कर रही है, जिससे जल्द ही परिचालन को बहाल किया जाएगा और एयरलाइन का टिकाउ भविष्य का निर्माण होगा."
उन्होंने कहा, "यह जटिल प्रक्रिया है और इसमें हमारी उम्मीद से अधिक समय लगा है और हम आपकी सिर्फ दिसंबर 2018 का बाकी वेतन देने में सक्षम हैं. हम मानते हैं कि आप सब को कठिनाइयों से जूझना पड़ रहा है और हम आपके त्याग की अहमियत कम नहीं होने देंगे."
दुबे ने कहा, "हम जल्द अतिरिक्त फंडिंग के लिए काम कर रहे हैं और आपको बाकी वेतन के बारे में बताना चाहते हैं कि जैसे फंड आएगा उसका भुगतान किया जाएगा."
जेट एयरवेज पायलट यूनियन के सदस्यों ने असहयोग करने का आह्वान किया था. उनका कहना था कि उनके बकाये और कंपनी की समाधान योजना पर स्पष्टता नहीं होने पर 31 मार्च से वह विमान परिचालन से दूर रहेंगे.
हालांकि एयरलाइन ने कहा कि उसके पास परिचालन के लिए पर्याप्त पायलट हैं. एक अधिकारी ने कहा, "सोमवार को परिचालन प्रभावित नहीं होगा."
उधर, जेट एयरवेज के अधिकांश पायलटों ने कहा कि उनके बकाये के भुगतान को लेकर भारतीय स्टेट बैंक (एसबीआई) की ओर से आश्वसन मिलने पर ही उनका सामूहिक अवकाश पर जाने का फैसला टल सकता है.
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एक वरिष्ठ पायलट ने आईएएनएस को बताया, "हमें एसबीआई की अगुवाई में नए प्रबंधन से सीधा आश्वासन चाहिए."
पायलट ने कहा, "हमें इस बात का आश्वासन चाहिए कि किस तारीख को हमारे बकाये का भुगतान होगा और हमें एयरलाइन के भविष्य के बारे में भी स्पष्टता की दरकार है. अगर इस तरह का आश्वासन दिया जाता है तो सामूहिक अवकाश के मसले पर हम दोबारा विचार कर सकते हैं."
अन्य पायलटों के मुताबिक, एयरलाइन के पास संचालन में 30 से भी कम विमान हैं और प्रस्तावित सामूहिक अवकाश के मसले पर एएमई (एयरक्राफ्ट मेंटेनेंस इंजीनियर्स) भी उनके साथ हैं.
एएमई समेत पायलटों को पिछले चार महीने से भुगतान नहीं किया गया है.
एसबीआई की अगुवाई में बैंकों के एक समूह ने सोमवार को कंपनी में अतिरिक्त नकदी डालने पर सहमति जताई थी.
एनएजी (नेशनल एविएटर गिल्ड) समिति के एक वरिष्ठ सदस्य ने मुंबई में आईएएनएस को बताया, "अगर इस तरह का आश्वासन दिया जाता है तो समिति पायलट को विचार करने को कहेगी, हालांकि यह बहुमत की इच्छा पर निर्भर है."
वहीं, जेट एयरवेज ने कहा कि उसके पास विमानों के परिचालन के लिए वर्तमान में पर्याप्त पायलट हैं.