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चीन ने प्रतिस्पर्धा रोधी व्यवहार के लिए अलीबाबा पर 2.8 अरब डॉलर का जुर्माना लगाया

दुनिया की सबसे बड़ी ई-कॉमर्स कंपनी अलीबाबा ग्रुप पर चीन के नियामकों ने शनिवार को प्रतिस्पर्धा रोधी व्यवहार के लिए भारी-भरकम जुर्माना ठोंक दिया है. यह जुर्माना चीन की सत्ताधारी पार्टी की पहल पर लगाया गया है.

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Published : Apr 10, 2021, 4:05 PM IST

बीजिंग : दुनिया की सबसे बड़ी ई-कॉमर्स कंपनी अलीबाबा ग्रुप पर चीन के नियामकों ने शनिवार को प्रतिस्पर्धा रोधी व्यवहार के लिए 18.3 अरब युआन (2.8 अरब डॉलर) का जुर्माना लगाया है. चीन में सत्ताधारी कम्युनिस्ट पार्टी तेजी से बढ़ते प्रौद्योगिकी उद्योगों पर अपना नियंत्रण बढ़ा रही है.

पार्टी नेता अलीबाबा सहित चीन की बड़ी इंटरनेट कंपनियों के बढ़ते दबदबे से चिंतित हैं. इन नेताओं का मानना है कि जब उद्योग वित्त, स्वास्थ्य सेवा और अन्य संवेदनशील क्षेत्रों में विस्तार कर रहा है, इंटरनेट कंपनियों का बढ़ता दबदबा चिंता की बात है. पार्टी ने कहा कि इस साल हमारी प्राथमिकता विशेषरूप से प्रौद्योगिकी उद्योगों में एकाधिकार को समाप्त करना है.

बाजार नियमन प्रशासन ने कहा कि अलीबाबा पर अपनी दबदबे की स्थिति का लाभ उठाने के लिए यह जुर्माना लगाया गया है. अलीबाबा ने उसके मंच का इस्तेमाल करने वाले रिटेलर्स के बीच प्रतिस्पर्धा को सीमित किया और वस्तुओं की मुक्त आपूर्ति में अड़चन पैदा की.

यह भी पढ़ें-वित्त वर्ष 2020-21 में शुद्ध प्रत्यक्ष कर संग्रह 9.45 लाख करोड़ रुपये रहा

यह जुर्माना 2019 में कंपनी की कुल 455.71 अरब युआन या 69.5 अरब डॉलर की बिक्री के चार प्रतिशत के बराबर है.

बीजिंग : दुनिया की सबसे बड़ी ई-कॉमर्स कंपनी अलीबाबा ग्रुप पर चीन के नियामकों ने शनिवार को प्रतिस्पर्धा रोधी व्यवहार के लिए 18.3 अरब युआन (2.8 अरब डॉलर) का जुर्माना लगाया है. चीन में सत्ताधारी कम्युनिस्ट पार्टी तेजी से बढ़ते प्रौद्योगिकी उद्योगों पर अपना नियंत्रण बढ़ा रही है.

पार्टी नेता अलीबाबा सहित चीन की बड़ी इंटरनेट कंपनियों के बढ़ते दबदबे से चिंतित हैं. इन नेताओं का मानना है कि जब उद्योग वित्त, स्वास्थ्य सेवा और अन्य संवेदनशील क्षेत्रों में विस्तार कर रहा है, इंटरनेट कंपनियों का बढ़ता दबदबा चिंता की बात है. पार्टी ने कहा कि इस साल हमारी प्राथमिकता विशेषरूप से प्रौद्योगिकी उद्योगों में एकाधिकार को समाप्त करना है.

बाजार नियमन प्रशासन ने कहा कि अलीबाबा पर अपनी दबदबे की स्थिति का लाभ उठाने के लिए यह जुर्माना लगाया गया है. अलीबाबा ने उसके मंच का इस्तेमाल करने वाले रिटेलर्स के बीच प्रतिस्पर्धा को सीमित किया और वस्तुओं की मुक्त आपूर्ति में अड़चन पैदा की.

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यह जुर्माना 2019 में कंपनी की कुल 455.71 अरब युआन या 69.5 अरब डॉलर की बिक्री के चार प्रतिशत के बराबर है.

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