कंपनी की शोध रपट के अनुसार अक्टूबर-दिसंबर 2018 तिमाही में स्मार्टफोन की बिक्री सालाना आधार पर 19.5 प्रतिशत बढ़कर 3.63 करोड़ इकाई रही. इससे पिछले साल 2017 की इसी अवधि में यह आंकड़ा 3.03 करोड़ स्मार्टफोन था. हालांकि, इस अवधि में बिके स्मार्टफोन की संख्या 2018 की ही जुलाई-सितंबर तिमाही के मुकाबले 15.1 प्रतिशत कम है.
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आईडीसी इंडिया में एसोसिएट शोध प्रबंधक (उपभोक्ता उपकरण) उपासना जोशी ने कहा कि 2018 में मुख्य तौर पर ऑनलाइन बिक्री करने वाले स्मार्टफोन ब्रांड की हिस्सेदारी में उल्लेखनीय इजाफा हुआ. इससे कुल फोन बाजार में ऑनलाइन बिक्री का सालाना हिस्सेदारी 38.4 प्रतिशत के सर्वकालिक उच्च स्तर पर रही। वहीं 2018 की चौथी तिमाही में यह 42.2 प्रतिशत हो गई.
उन्होंने कहा कि बिक्री के उच्च स्तर पर पहुंचने की अहम वजह ई-वाणिज्य कंपनियों द्वारा कई दौर में छूट देना, कैशबैक और बायबैक पेशकश करना है. आईडीसी ने कहा कि खुदरा दुकानों से होने वाली बिक्री 2018 में सामान्य ही रही. यह 2018 में 6.7 प्रतिशत बढ़ी जबकि 2018 की चौथी तिमाही में इसकी वृद्धि पांच प्रतिशत ही रही.
आईडीसी में एसोसिएट शोध निदेशक (उपभोक्ता उपकरण एवं आईडीपीएस) नवकेंदर सिंह ने कहा कि जिन ब्रांडों को 2018 में ऑनलाइन माध्यम से बिक्री में बढ़त मिली है, उन्होंने पहले ही दीर्घावधि में बाजार में टिके रहने के लिए ऑफलाइन यानी खुदरा बाजार में पहुंच बनानी शुरू कर दी है, क्योंकि एक फरवरी 2019 से लागू नए ई-वाणिज्य दिशानिर्देशों के चलते यह बहुत महत्वपूर्ण हो चला है.
ई-वाणिज्य कंपनियों के लिए नए प्रत्यक्ष विदेशी निवेश नियमों के चलते अब ई-वाणिज्य कंपनियां ब्रांड के साथ विशेष समझौते नहीं कर सकेंगी. साथ ही कई अन्य प्रावधान भी किए गए हैं.
बाजार में शियोमी चौथी तिमाही और पूरे साल में शीर्ष पर बनी रही. दोनों अवधि में उसकी बाजार हिस्सेदारी 28.9 प्रतिशत रही. इसके बाद दिसंबर तिमाही में सैमसंग की हिस्सेदारी 18.7 प्रतिशत और साल के दौरान 22.4 प्रतिशत रही। वह दूसरे स्थान पर रही है. तीसरे स्थान पर वीवो रही जिसकी दिसंबर तिमाही में हिस्सेदारी 9.7 प्रतिशत और साल के दौरान 10 प्रतिशत रही. वहीं, प्रीमियम श्रेणी के फोन में वनप्लस सबसे ज्यादा बिकने वाला फोन रहा.
(भाषा)