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एशिया-प्रशांत क्षेत्र में प्रौद्योगिकी कंपनियों के लिए बेंगलुरू और गुरुग्राम पसंदीदा स्थलों में से एक - Gururgram

रिपोर्ट में कहा गया है कि एशिया प्रशांत क्षेत्र में कार्यालय स्थल की मांग में प्रौद्योगिकी कंपनियों का प्रमुख योगदान है, जबकि क्षेत्र में सिलिकॉन वैली जैसा कोई बड़ा शहर या हब नहीं है.

एशिया-प्रशांत क्षेत्र में प्रौद्योगिकी कंपनियों के लिए बेंगलुरू और गुरुग्राम पसंदीदा स्थलों में से एक
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Published : May 27, 2019, 3:26 PM IST

नई दिल्ली: एशिया प्रशांत (एपीएसी) में प्रौद्योगिकी कंपनियों के लिए अपने कार्यालय स्थापित करने के लिए बेंगलुरू और गुरुग्राम दुनिया के पांच पसंदीदा गंतव्यों में हैं.

संपत्ति सलाहकार सीबीआरई की रिपोर्ट के अनुसार बेहतर कारोबारी परिस्थतियों के अलावा इंजीनियरों की उपलब्धता और रीयल एस्टेट की वृद्धि की वजह से ये क्षेत्र प्रौद्योगिकी कंपनियों की पसंद बने हुए हैं.

रिपोर्ट में कहा गया है कि एशिया प्रशांत क्षेत्र में कार्यालय स्थल की मांग में प्रौद्योगिकी कंपनियों का प्रमुख योगदान है, जबकि क्षेत्र में सिलिकॉन वैली जैसा कोई बड़ा शहर या हब नहीं है.

ये भी पढ़ें- स्टार्टअप कंपनियों के लिए नियमों के अनुपालन का समय कम करने की तैयारी

अध्ययन में कारोबारी परिस्थितियों, नवोन्मेषी वातावरण और लागत तथा उपलब्धता के आधार पर एशिया प्रशांत के 15 शहरों को रैंकिंग दी गई है. कारोबार और नवोन्मेष के वातावरण को अध्ययन में 40 प्रतिशत का भारांश दिया गया है जबकि लागत को 20 प्रतिशत का भारांश दिया गया है.

रिपोर्ट में कहा गया है कि इनमें प्रमुख शहर बीजिंग, बेंगलुरू, शंघाई, सिंगापुर और गुरुग्राम हैं. कारोबार करने की परिस्थितियों तथा नवोन्मेषी माहौल के मामले में इन शहरों की स्थिति काफी अच्छी है. साथ ही लागत और उपलब्धता के मामले में भी इन शहरों की स्थिति बेहतर है.

सीबीआरई इंडिया के चेयरमैन और मुख्य कार्यकारी अधिकारी (सीईओ) अंशुमन मैगजीन ने कहा कि भारत में प्रौद्योगिकी कंपनियों की संख्या लगातार बढ़ रही है. भारत लगातार ऐसे क्षेत्र के रूप में आगे बढ़ रहा है जहां बदलती प्रौद्योगिकी को तेजी से अपनाया जा रहा है.

नई दिल्ली: एशिया प्रशांत (एपीएसी) में प्रौद्योगिकी कंपनियों के लिए अपने कार्यालय स्थापित करने के लिए बेंगलुरू और गुरुग्राम दुनिया के पांच पसंदीदा गंतव्यों में हैं.

संपत्ति सलाहकार सीबीआरई की रिपोर्ट के अनुसार बेहतर कारोबारी परिस्थतियों के अलावा इंजीनियरों की उपलब्धता और रीयल एस्टेट की वृद्धि की वजह से ये क्षेत्र प्रौद्योगिकी कंपनियों की पसंद बने हुए हैं.

रिपोर्ट में कहा गया है कि एशिया प्रशांत क्षेत्र में कार्यालय स्थल की मांग में प्रौद्योगिकी कंपनियों का प्रमुख योगदान है, जबकि क्षेत्र में सिलिकॉन वैली जैसा कोई बड़ा शहर या हब नहीं है.

ये भी पढ़ें- स्टार्टअप कंपनियों के लिए नियमों के अनुपालन का समय कम करने की तैयारी

अध्ययन में कारोबारी परिस्थितियों, नवोन्मेषी वातावरण और लागत तथा उपलब्धता के आधार पर एशिया प्रशांत के 15 शहरों को रैंकिंग दी गई है. कारोबार और नवोन्मेष के वातावरण को अध्ययन में 40 प्रतिशत का भारांश दिया गया है जबकि लागत को 20 प्रतिशत का भारांश दिया गया है.

रिपोर्ट में कहा गया है कि इनमें प्रमुख शहर बीजिंग, बेंगलुरू, शंघाई, सिंगापुर और गुरुग्राम हैं. कारोबार करने की परिस्थितियों तथा नवोन्मेषी माहौल के मामले में इन शहरों की स्थिति काफी अच्छी है. साथ ही लागत और उपलब्धता के मामले में भी इन शहरों की स्थिति बेहतर है.

सीबीआरई इंडिया के चेयरमैन और मुख्य कार्यकारी अधिकारी (सीईओ) अंशुमन मैगजीन ने कहा कि भारत में प्रौद्योगिकी कंपनियों की संख्या लगातार बढ़ रही है. भारत लगातार ऐसे क्षेत्र के रूप में आगे बढ़ रहा है जहां बदलती प्रौद्योगिकी को तेजी से अपनाया जा रहा है.

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एशिया-प्रशांत क्षेत्र में प्रौद्योगिकी कंपनियों के लिए बेंगलुरू और गुरुग्राम पसंदीदा स्थलों में से एक

नई दिल्ली: एशिया प्रशांत (एपीएसी) में प्रौद्योगिकी कंपनियों के लिए अपने कार्यालय स्थापित करने के लिए बेंगलुरू और गुरुग्राम दुनिया के पांच पसंदीदा गंतव्यों में हैं. 

संपत्ति सलाहकार सीबीआरई की रिपोर्ट के अनुसार बेहतर कारोबारी परिस्थतियों के अलावा इंजीनियरों की उपलब्धता और रीयल एस्टेट की वृद्धि की वजह से ये क्षेत्र प्रौद्योगिकी कंपनियों की पसंद बने हुए हैं. 

रिपोर्ट में कहा गया है कि एशिया प्रशांत क्षेत्र में कार्यालय स्थल की मांग में प्रौद्योगिकी कंपनियों का प्रमुख योगदान है, जबकि क्षेत्र में सिलिकॉन वैली जैसा कोई बड़ा शहर या हब नहीं है. 

अध्ययन में कारोबारी परिस्थितियों, नवोन्मेषी वातावरण और लागत तथा उपलब्धता के आधार पर एशिया प्रशांत के 15 शहरों को रैंकिंग दी गई है. कारोबार और नवोन्मेष के वातावरण को अध्ययन में 40 प्रतिशत का भारांश दिया गया है जबकि लागत को 20 प्रतिशत का भारांश दिया गया है. 

रिपोर्ट में कहा गया है कि इनमें प्रमुख शहर बीजिंग, बेंगलुरू, शंघाई, सिंगापुर और गुरुग्राम हैं. कारोबार करने की परिस्थितियों तथा नवोन्मेषी माहौल के मामले में इन शहरों की स्थिति काफी अच्छी है. साथ ही लागत और उपलब्धता के मामले में भी इन शहरों की स्थिति बेहतर है. 

सीबीआरई इंडिया के चेयरमैन और मुख्य कार्यकारी अधिकारी (सीईओ) अंशुमन मैगजीन ने कहा कि भारत में प्रौद्योगिकी कंपनियों की संख्या लगातार बढ़ रही है. भारत लगातार ऐसे क्षेत्र के रूप में आगे बढ़ रहा है जहां बदलती प्रौद्योगिकी को तेजी से अपनाया जा रहा है.


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