बिजनेस डेस्क, ईटीवी भारत: कार खरीदार कारों पर बेहतर पुनर्विक्रय मूल्य प्राप्त करने के लिए जनवरी का इंतजार कर रहे थे, जबकि ऑटो कंपनियों नें साल के अंत में बिक्री बढ़ाने के लिए अंतिम समय में छूट की घोषणा कर दी.
कोविड -19 महामारी के कारण रिकॉर्ड मंदी के बाद दशहरा-दिवाली त्यौहारी सीज़न में उच्च बिक्री से उत्साहित, वाहन निर्माता सकारात्मक नोट पर वर्ष 2020 का अंत करने के लिए हर संभव प्रयास कर रहे हैं.
उदाहरण के लिए, मार्केट लीडर मारुति सुजुकी अपने मॉडल डिजायर पर 34,000 रुपये, ब्रेज़ा पर 56,000 रुपये और एस-प्रेसो पर 63,000 रुपये तक छूट दे रही है.
इसी प्रकार, दक्षिण कोरियाई वाहन निर्माता हुंडई ने दिसंबर डिलाइट अभियान के हिस्से के रूप में अपने सैंट्रो और एलांट्रा मॉडल पर 1 लाख रुपये तक की छूट की घोषणा की है.
इन ऑफर्स के अलावा, ऑटो डीलर्स को उम्मीद है कि अगले महीने से शुरू होने वाले प्राइस हाइक भी साल के आखिरी हफ्ते में कार की बिक्री को आगे बढ़ाएंगे.
मारुति सुजुकी, टोयोटा, हुंडई और महिंद्रा और महिंद्रा, आदि ने पहले ही घोषणा की है कि कार की कीमतें बढ़ती इनपुट और सामग्री की लागत के चलते अगले महीने से बढ़ेंगी.
गहन छूट बनाम बिक्री मूल्य
माइलेज के अलावा, री-सेल वैल्यू भारतीय कार खरीदारों के सबसे महत्वपूर्ण विचार होती है. हालांकि, डीलरों के अनुसार, अब यह धारणा बदल रही है, खासकर मिलने वाली छूट के मामलों में.
नाम न छापने की शर्त पर एक प्रमुख ऑटो डीलरशिप में एक वरिष्ठ बिक्री कार्यकारी ने कहा, "हमारे ग्राहकों में से केवल 5 से 10 प्रतिशत के पास अपने वाहनों को तीन से चार साल के बाद बेचने की योजना है. बाकी ग्राहकों के लिए, पुनर्विक्रय मूल्य बहुत मायने नहीं रखता है."
उन्होंने कहा, "ग्राहकों के लिए कभी-कभी, पुनर्विक्रय मूल्य से भारी छूट महत्वपूर्ण हो जाती है. इसलिए, आजकल ग्राहक सही कीमत मिलने पर दिसंबर में खरीदारी करने से नहीं चूकते."
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