नई दिल्ली : अपोलो हॉस्पिटल्स और डॉ रेड्डीज लैबोरेट्रीज ने सोमवार को कहा कि वे कोरोना वैक्सीन कार्यक्रम शुरू करने के लिए स्पूतनिक वी के साथ सहयोग कर रहे हैं.
कार्यक्रम का पहला चरण सोमवार को हैदराबाद में और विशाखापत्तनम में मंगलवार (18 मई) को अपोलो के केंद्रों में टीकाकरण के साथ शुरू होगा.
टीकाकरण सरकार द्वारा अनुशंसित एसओपी का पालन करेगा, जिसमें कोविन वेबसाइट पर पंजीकरण करना भी शामिल है.
अपोलो अस्पताल के प्रभाग अध्यक्ष हरि प्रसाद ने एक बयान में कहा, 'पायलट चरण डॉ. रेडीज और अपोलो को व्यवस्थाओं और कोल्ड चेन लॉजिस्टिक्स का परीक्षण कर लॉन्च की अनुमति देगा. हमे विश्वास है कि स्पूतनिक वी वैक्सीन के साथ हम वैक्सीन की उपलब्धता एक बड़े पैमाने पर सभी समुदायों के लिए करने में योगदान दे पाएंगे.'
उन्होंने कहा कि निजी क्षेत्र के लिए टीकाकरण कार्यक्रम के उद्घाटन के साथ, स्वास्थ्य सेवा प्रमुख ने अपने अस्पताल नेटवर्क में टीकाकरण केंद्र खोलकर टीकाकरण की दर में तेजी लाने के प्रयास तेज कर दिए हैं.
प्रसाद ने कहा, 'हम कॉरपोरेट्स के साथ उनके परिसर में टीकाकरण करने के लिए भी चर्चा कर रहे हैं. हम वर्तमान में अपोलो अस्पताल, अपोलो स्पेक्ट्रा अस्पताल और अपोलो क्लिनिक सहित देश भर में 60 स्थानों पर कोविड वैक्सीन का प्रबंध कर रहे हैं.'
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डॉ रेड्डीज लैबोरेटरीज के सीईओ - ब्रांडेड मार्केट्स (इंडिया एंड इमर्जिंग मार्केट्स) एमवी रमना ने कहा कि दोनों संस्थाएं पायलट प्रोजेक्ट को बढ़ाने और वैक्सीन को दूसरे शहरों में ले जाने के लिए काम कर रही हैं, ताकि ज्यादा से ज्यादा भारतीयों को टीका लगाया जा सके.
पायलट कार्यक्रम के लिए स्पूतनिक वी टीकों की आपूर्ति डॉ रेड्डीज द्वारा अब तक आयातित 1.5 लाख खुराक के पहले बैच से की जाएगी.
हैदराबाद और विशाखापत्तनम के बाद, पायलट कार्यक्रम को दिल्ली, मुंबई, बेंगलुरु, अहमदाबाद, चेन्नई, कोलकाता और पुणे तक बढ़ाया जाएगा.