नई दिल्ली: गौतम बुद्ध नगर के जिलाधिकारी सुहास एलवाई के टोक्यो पैरालंपिक के बैडमिंटन गेम में फाइनल में अपनी जगह मजबूत होने पर उनकी पत्नी ऋतु सुहास ने खुशी जाहिर की है. साथ ही उन्होंने यह भी बताया, बीते 6 साल से उन्होंने अपने पति का एक भी मैच क्यो नहीं देखा? दरअसल, टोक्यो पैरालंपिक में डीएम सुहास एलवाई पुरुष सिंगल्स बैडमिंटन एसएल-4 स्पर्धा के सेमीफाइनल मैच को जीतते हुए फाइनल में पहुंच गए हैं.
जिलाधिकारी सुहास एल वाई की पत्नी ऋतु सुहास भी गाजियाबाद में एडीएम प्रशासन हैं. एडीएम प्रशासन ऋतु सुहास ने कहा, यह पल मेरे लिए ही नहीं, बल्कि पूरे देश के लिए खुशी का पल है.
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6 साल में अपने पति का कोई गेम नहीं देखने पर वह बताती हैं कि, जिस वक्त वह गेम खेलते हैं वो उसमें पूरी तरह डूब जाते हैं, जिसके कारण उनके गेम में क्या परिणाम होगा, वही सोच कर मुझे डर और घबराहट होने लगती है.
हालांकि, अपने पति की इस कामयाबी का सेहरा वह अपने पति के सिर ही बांध रही हैं. साथ ही अपने पति के अलावा जितने भी खिलाड़ी भारत को टोक्यो पैरालंपिक में प्रतिनिधित्व कर रहे हैं उनकी जीत के लिए भी उन्होंने दुआएं दीं.
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हालांकि, डीएम सुहास का अब स्वर्ण पदक के लिए मुकाबला पांच सितंबर को होगा. उन्होंने आगे कहा, इस मुकाम तक पहुंचने के लिए कई साल मेहनत की है. राजकीय सेवा में होने के बावजूद वह रात 8 बजे से देर रात 12 बजे तक अपने गेम के लिए समय निकालते हैं. उनके कोच भी उन पर बहुत मेहनत करते हैं. साथ ही पूरी शिद्दत से मैच खेलते हैं.
मेरे पति ने हमेशा खेल को प्राथमिकता दी है, यही कारण है कि वह आज यहां तक पहुंचे हैं. मैं ईश्वर से कामना करती हूं वो आगे ही आगे बढ़ें. उनकी इसी लगन के कारण वह इस मुकाम पर पहुंचे हैं. वही पूरा देश आज उनके लिए दुआएं मांग रहा है, साथ ही पत्नी होने के नाते मैं भी उनके लिए दुआ कर रही हूं.
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जितने भी लोग भारत को वहां पर प्रतिनिधित्व कर रहे हैं, उन तमाम लोगों के लिए ऋतु सुहास दुआएं कर रही हैं. वहीं उनके चेहरे की मुस्कुराहट इस बात को बता रही है कि वह कितनी खुश हैं.