लखनऊ: यूपी बोर्ड परीक्षा (UP Board Exams 2023) में बाधा डालने वालों पर गैंगस्टर एक्ट के तहत कार्रवाई की जाएगी. साथ ही उनकी संपत्ति भी कुर्क होगी. इस साल यूपी बोर्ड की हाईस्कूल और इंटरमीडिएट परीक्षा में 58 लाख 85 हजार 745 परीक्षार्थी शामिल हो रहे हैं. इसमें हाईस्कूल में 31 लाख 16 हजार 487 परीक्षार्थी शामिल होंगे. वहीं इंटरमीडिएट में 27 लाख 69 हजार 258 परीक्षार्थी शामिल हो रहे हैं.
उत्तर प्रदेश माध्यमिक शिक्षा परिषद (यूपी बोर्ड) की परीक्षाएं गुरुवार से शुरू हुईं. सुबह 8 बजे से पहली परीक्षा हुई. नकल विहीन परीक्षा के लिए लखनऊ से परीक्षा लाइव मॉनिटरिंग की जा रही है. इसके लिए वेबकास्टिंग तकनीक की सहायता ली जा रही है. निरंतर नजर रखने के लिए बकायदा 2 कंट्रोल रूम बनाये गये हैं. सख्त निगरानी के लिए सभी 75 जिलों में भी माध्यमिक शिक्षा परिषद ने कंट्रोल रूम बनाए हैं. इस बार केवल 12 दिनों में हाईस्कूल की परीक्षाएं हो जाएंगी. वहीं केवल 14 दिन में ही इंटरमीडिएट की परीक्षाएं भी समाप्त हो जाएंगी. हाई स्कूल की परीक्षाएं 3 मार्च तक चलेंगी, वहीं इंटरमीडिएट की परीक्षाएं 4 मार्च तक होंगी.
उत्तर प्रदेश माध्यमिक शिक्षा परिषद की हाईस्कूल और इंटरमीडिएट की परीक्षा में नकल पर रोक लगाने को लेकर सीएम योगी आदित्यनाथ ने सख्त निर्देश दिये हैं. नकल कराने वालों पर NSA लगाया जाएगा. नकल होने पर केंद्र व्यवस्थापकों के खिलाफ भी FIR दर्ज होगी. 75 जिलों में 1-1 पर्यवेक्षक नियुक्त किये गये हैं. पर्यवेक्षक परीक्षा की समीक्षा भी करेंगे और शासन को रिपोर्ट भेजेंगे. वहीं परीक्षा केंद्र की व्यवस्था संभालने के लिए 26 हजार से ज्यादा लोग तैनात किये गये हैं. हर परीक्षा केंद्र में केंद्र व्यवस्थापक के अलावा एक बाहरी केंद्र व्यवस्थापक और स्टैटिक मजिस्ट्रेट की तैनाती की गई है. इसके अलावा 1390 सेक्टर मजिस्ट्रेट, 455 जोनल मजिस्ट्रेट और 521 सचल दल तैनात हैं.
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