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Rajasthan : केंद्रीय मंत्री वी मुरलीधरन बोले- सीएम गहलोत को राजस्थान के विकास में कोई रुचि नहीं, सनातन विरोधियों के साथ खड़ी है कांग्रेस

केंद्रीय संसदीय कार्य व विदेश राज्य मंत्री वी मुरलीधरन शुक्रवार को कोटा के दौरे पर रहे, जहां उन्होंने पासपोर्ट कार्यालय का लोकार्पण किया. इस मौके पर आयोजित सभा को संबोधित करते हुए उन्होंने प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी की जमकर तारीफ की. साथ ही कांग्रेस पर निशाना साधा.

Union Minister V Muraleedharan
Union Minister V Muraleedharan
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By ETV Bharat Hindi Team

Published : Sep 29, 2023, 5:44 PM IST

केंद्रीय संसदीय कार्य व विदेश राज्य मंत्री वी मुरलीधरन

कोटा. कोटा में शुक्रवार को केंद्रीय संसदीय कार्य व विदेश राज्य मंत्री वी मुरलीधरन ने राज्य के दूसरे पासपोर्ट कार्यालय का लोकार्पण किया. रोड नंबर एक स्थित पासपोर्ट कार्यालय के लोकार्पण के बाद सीपी टावर में केंद्रीय मंत्री ने सभा को संबोधित किया. इस दौरान उन्होंने प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी के 9 साल के कार्यकाल को बेमिसाल करार दिया और कहा कि जितना विकास इस समयावधि में हुआ है, उतना काम बीते 65 सालों में नहीं हो सका था.

दूसरी तरफ मीडिया से बातचीत के दौरान उन्होंने 'इंडिया' गठबंधन पर निशाना साधा. उन्होंने कहा कि सनातन धर्म के बारे में जिस तरह की टिप्पणी इंडिया एलायंस के तमिलनाडु के घटक दल के नेता कर रहे हैं, उस पर कांग्रेस नेताओं की चुप्पी आश्चर्यजनक है. केंद्रीय मंत्री ने कहा कि कांग्रेस की इस चुप्पी से यह साबित हो गया है कि उसने इस बयान का समर्थन किया है.

सीएम को प्रदेश के विकास में कोई रुचि नहीं - मुरलीधरन ने कहा कि उपराष्ट्रपति जगदीप धनखड़ राजस्थान के सपूत हैं. पूरा देश उन्हें सम्मान देता है, वो किसान के बेटे हैं. बावजूद इसके उनके यहां आने से मुख्यमंत्री अशोक गहलोत को दिक्कत हो रही है. केंद्रीय मंत्री ने कहा कि मैं केरल से हूं. ऐसे में मैं चाहता हूं कि उपराष्ट्रपति धनखड़ वहां भी दौरे करें, लेकिन मुझे उनके प्रवास नहीं मिल रहे हैं. यदि राजस्थान का होता तो मैं उनका स्वागत करता. इसमें कोई राजनीतिक विषय नहीं है. उपराष्ट्रपति और राष्ट्रपति का प्रवास होने से फायदा प्रदेश को होता है. मुझे आश्चर्य है कि ऐसे विषय पर क्यों आपत्ति जताई जा रही है. उन्होंने कहा कि उन्हें ऐसा प्रतीत होता है कि सीएम गहलोत को इस प्रदेश के विकास में कोई रुचि नहीं है, तभी तो वे ऐसा बर्ताव कर रहे हैं.

इसे भी पढ़ें - उत्तराखंड के CM पुष्कर सिंह धामी बोले- विपक्षी दलों में सनातन के खिलाफ अपशब्दों के इस्तेमाल की होड़, ज्यादा नीचता दिखाने पर जोर

मणिपुर में केंद्र सरकार ने किया सभी प्रयास - मणिपुर हिंसा के मुद्दे पर उन्होंने कहा कि प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने सदन में और बाहर दोनों ही जगहों पर सरकार की नीतियों से सभी को अवगत कराया है. साथ ही मणिपुर हिंसा को रोकने के लिए केंद्र की ओर से जो भी प्रयास किए गए, वो किसी से छिपे नहीं हैं. गृहमंत्री अमित शाह स्वयं इंफाल गए. वहां पर सभी से बातचीत की है. गृह मंत्रालय के राज्य मंत्री लगातार 20 से 25 दिनों तक इंफाल में सक्रिय रहे. अब भी भारत सरकार की ओर से लगातार शांति बहाली के प्रयास किए जा रहे हैं. हालांकि, जब मंत्री से भारत-कनाडा विवाद को लेकर सवाल किया गया तो उन्होंने इस विषय पर टिप्पणी करने से इनकार कर दिया. केंद्रीय मंत्री ने कहा कि मंत्रालय के प्रवक्ता इस मामले में पूरी बात रख चुके हैं, इसलिए मैं अब कुछ भी नहीं कहूंगा. वहीं, कार्यक्रम में टोंक सवाई माधोपुर के सांसद सुखबीर सिंह जौनपुरिया, विधायक मदन दिलावर, चंद्रकांता मेघवाल, संदीप शर्मा, कल्पना देवी, अशोक डोगरा और पूर्व विधायक हीरालाल नागर समेत अन्य पार्टी के वरिष्ठ नेता मौजूद रहे.

केंद्रीय संसदीय कार्य व विदेश राज्य मंत्री वी मुरलीधरन

कोटा. कोटा में शुक्रवार को केंद्रीय संसदीय कार्य व विदेश राज्य मंत्री वी मुरलीधरन ने राज्य के दूसरे पासपोर्ट कार्यालय का लोकार्पण किया. रोड नंबर एक स्थित पासपोर्ट कार्यालय के लोकार्पण के बाद सीपी टावर में केंद्रीय मंत्री ने सभा को संबोधित किया. इस दौरान उन्होंने प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी के 9 साल के कार्यकाल को बेमिसाल करार दिया और कहा कि जितना विकास इस समयावधि में हुआ है, उतना काम बीते 65 सालों में नहीं हो सका था.

दूसरी तरफ मीडिया से बातचीत के दौरान उन्होंने 'इंडिया' गठबंधन पर निशाना साधा. उन्होंने कहा कि सनातन धर्म के बारे में जिस तरह की टिप्पणी इंडिया एलायंस के तमिलनाडु के घटक दल के नेता कर रहे हैं, उस पर कांग्रेस नेताओं की चुप्पी आश्चर्यजनक है. केंद्रीय मंत्री ने कहा कि कांग्रेस की इस चुप्पी से यह साबित हो गया है कि उसने इस बयान का समर्थन किया है.

सीएम को प्रदेश के विकास में कोई रुचि नहीं - मुरलीधरन ने कहा कि उपराष्ट्रपति जगदीप धनखड़ राजस्थान के सपूत हैं. पूरा देश उन्हें सम्मान देता है, वो किसान के बेटे हैं. बावजूद इसके उनके यहां आने से मुख्यमंत्री अशोक गहलोत को दिक्कत हो रही है. केंद्रीय मंत्री ने कहा कि मैं केरल से हूं. ऐसे में मैं चाहता हूं कि उपराष्ट्रपति धनखड़ वहां भी दौरे करें, लेकिन मुझे उनके प्रवास नहीं मिल रहे हैं. यदि राजस्थान का होता तो मैं उनका स्वागत करता. इसमें कोई राजनीतिक विषय नहीं है. उपराष्ट्रपति और राष्ट्रपति का प्रवास होने से फायदा प्रदेश को होता है. मुझे आश्चर्य है कि ऐसे विषय पर क्यों आपत्ति जताई जा रही है. उन्होंने कहा कि उन्हें ऐसा प्रतीत होता है कि सीएम गहलोत को इस प्रदेश के विकास में कोई रुचि नहीं है, तभी तो वे ऐसा बर्ताव कर रहे हैं.

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मणिपुर में केंद्र सरकार ने किया सभी प्रयास - मणिपुर हिंसा के मुद्दे पर उन्होंने कहा कि प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने सदन में और बाहर दोनों ही जगहों पर सरकार की नीतियों से सभी को अवगत कराया है. साथ ही मणिपुर हिंसा को रोकने के लिए केंद्र की ओर से जो भी प्रयास किए गए, वो किसी से छिपे नहीं हैं. गृहमंत्री अमित शाह स्वयं इंफाल गए. वहां पर सभी से बातचीत की है. गृह मंत्रालय के राज्य मंत्री लगातार 20 से 25 दिनों तक इंफाल में सक्रिय रहे. अब भी भारत सरकार की ओर से लगातार शांति बहाली के प्रयास किए जा रहे हैं. हालांकि, जब मंत्री से भारत-कनाडा विवाद को लेकर सवाल किया गया तो उन्होंने इस विषय पर टिप्पणी करने से इनकार कर दिया. केंद्रीय मंत्री ने कहा कि मंत्रालय के प्रवक्ता इस मामले में पूरी बात रख चुके हैं, इसलिए मैं अब कुछ भी नहीं कहूंगा. वहीं, कार्यक्रम में टोंक सवाई माधोपुर के सांसद सुखबीर सिंह जौनपुरिया, विधायक मदन दिलावर, चंद्रकांता मेघवाल, संदीप शर्मा, कल्पना देवी, अशोक डोगरा और पूर्व विधायक हीरालाल नागर समेत अन्य पार्टी के वरिष्ठ नेता मौजूद रहे.

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