नई दिल्ली : पहली बार मंत्री बने उत्तराखंड (Uttarakhand) के नैनीताल से सांसद अजय भट्ट (Ajay Bhatt) का कहना है कि ईश्वर से केवल यही प्रार्थना है कि जिस तरह प्रधानमंत्री मोदी 20 घंटे तक देश के लिए काम करते हैं वही शक्ति उन्हें भी मिले और वह ज्यादा से ज्यादा काम कर सकें. आत्मविश्वास से लबरेज अजय भट्ट दो मंत्रालयों की जिम्मेदारी को चुनौती नहीं मानते.
उनका कहना है कि एक कार्यकर्ता के रूप में जब संगठन का काम करने की जिम्मेदारी थी तब या सरकार में आने के बाद सांसद के रूप में उनका लक्ष्य हमेशा अपने काम को अच्छे तरीके से करना रहा है. उनका कहना है कि जहां तक चुनौती की बात है, सभी चुनौतियों को प्रधानमंत्री मोदी (PM MODI) ने अपने कंधों पर ले लिया है और बेहतर देश बनाने का काम किया है. आज विश्व में भारत की पहचान बनी है. उनका कहना है कि प्रधानमंत्री के कार्यशैली का अनुकरण करना ही उनके लिए सबसे बड़ी चुनौती है.
रक्षा और पर्यटन दोनों क्षेत्र में उत्तराखंड की सहभागिता
रक्षा और पर्यटन मंत्रालय में राज्यमंत्री (Defence and Tourism) की जिम्मेदारी अजय भट्ट को मिली है और जिस राज्य से आते हैं, दोनों ही क्षेत्र में उत्तराखंड की सहभागिता है. चाहे पर्यटन की बात करें या रक्षा क्षेत्र में भर्ती की. उत्तराखंड देश का अग्रणी राज्य रहा है. ऐसे में मंत्री के तौर पर अजय भट्ट की क्या योजनाएं हैं इस पर सबकी नज़र रहेगी.
रक्षा और पर्यटन राज्यमंत्री इस बात पर कहते हैं कि उनके प्रदेश के हर घर से एक सैनिक निकलता है और आज प्रधानमंत्री मोदी ने उत्तराखंड को एक बड़ा सम्मान दिया है. उत्तराखंड में पूर्व सैनिक और वर्तमान में सेना में कार्यरत लोगों में भी खुशी की लहर है. देश के थल सेनाध्यक्ष उत्तराखंड से रहे हैं, आज देश के चीफ ऑफ डिफेंस स्टाफ़ उत्तराखंड से हैं और देश के प्रमुख सुरक्षा सलाहकार डोवाल भी उत्तराखंड से ही आते हैं.
'पर्यटन क्षेत्र में बेहतर करने पर रहेगा ध्यान'
अजय भट्ट के राज्यमंत्री बनने से पर्यटन प्रदेश उत्तराखंड में एक आशा भी जगी है. ऐसे में उनका कहना है कि निश्चित रूप से और बेहतर क्या किया जा सकता है इस पर उनका ध्यान रहेगा.
'नए मंत्री बने सभी लोग प्रोबेशन पीरियड में हैं'
सभी नवनियुक्त मंत्रियों को 15 अगस्त तक दिल्ली में ही रहने के निर्देश दिए गए हैं और कहा गया है कि कोरोना महामारी को ध्यान में रखते हुए वह अपने प्रदेश में जाकर किसी तरह का उत्सव या बड़े कार्यक्रम न करें. अजय भट्ट इसे सही मानते हैं. उनका कहना है कि नए मंत्री बने सभी लोग प्रोबेशन पीरियड में हैं. ऐसे में उनको काम सीखना है, जानकारी लेनी है और पार्लियामेंट सत्र में भी हिस्सा लेना है. यही समय है जब छोटी से छोटी बातों को भी वह जान और समझ सकते हैं. ऐसे में यदि मंत्री अपने क्षेत्र में न जाएं तो उनके लोग बुरा नहीं मानेंगे. उन्हें पता है कि उनके नेता काम सीख रहे हैं और नए विषय की पढ़ाई कर रहे हैं.
'उत्तराखंड में भाजपा को पहले से ज्यादा सीटें मिलेंगी'
मोदी के नए मंत्रिमंडल में राज्यों और जातीय समीकरण का विशेष ध्यान रखा गया है. विशेष कर उन राज्यों का जिनमें विधानसभा चुनाव होने हैं. ऐसे में उत्तराखंड का प्रतिनिधित्व करने वाले अजय भट्ट वहां पहले से भी प्रभावशाली रहे हैं. माना जा रहा है कि मंत्री बनने के बाद अब प्रदेश में उनका प्रभाव और बढ़ेगा. अजय भट्ट कहते हैं कि पूरे उत्तराखंड में भाजपा का विशेष प्रभाव है जो समय के साथ और बढ़ा है. आगामी विधानसभा चुनाव में पहले से ज्यादा सीटें बीजेपी को मिलेंगी और एक बार फिर वहां बीजेपी की सरकार बनेगी.
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