गुवाहाटी: मौजूदा कोविड-19 की स्थिति को देखते हुए, परेश बरुआ के नेतृत्व वाले उल्फा (आई) ने गणतंत्र दिवस पर बंद का आह्वान नहीं करने का फैसला लिया है. उल्फा ने दो दशकों में पहली बार गणतंत्र दिवस पर बंद का आह्वान नहीं करने का फैसला लिया है. उग्रवादी संगठन के इस कदम का स्वागत करते हुए असम के मुख्यमंत्री हिमंत बिस्व सरमा ने उम्मीद जताई कि भविष्य में इस तरह के विश्वास बहाली के उपायों से उल्फा (आई) और केंद्र के बीच औपचारिक चर्चा शुरू हो सकती है.
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मीडिया को ईमेल से भेजे गए एक बयान में बरुआ ने कहा कि उल्फा (आई) कोविड-19 की स्थिति को ध्यान में रखते हुए गणतंत्र दिवस समारोह के बहिष्कार का आह्वान नहीं करेगा. हालांकि, उन्होंने लोगों से महामारी के कारण उत्सव में भाग ना लेने का आग्रह किया. फैसले का स्वागत करते हुए, सरमा ने कहा कि उल्फा (आई) के प्रमुख परेश बरुआ ने कोविड-19 महामारी के कारण गणतंत्र दिवस पर बंद का आह्वान नहीं किया है.
यह एक स्वागत योग्य कदम है. मुझे लगता है कि इस तरह के विश्वास-निर्माण उपायों से भविष्य में केंद्र और संगठन के बीच औपचारिक चर्चा शुरू हो सकेगी. उल्फा (आई), पिछले साल मई से एकतरफा युद्धविराम में है.
(पीटीआई)