जमुई: बिहार के जमुई के सिकंदरा प्रखंड उत्क्रमित मध्य विद्यालय कोनन का एक वीडियो तेजी से सोशल मीडिया पर वायरल हो रहा है. इस वीडियो में आप देख सकते हैं कि सभी बच्चे किस तरह से फूट फूटकर रो रहे हैं और एक शिक्षक बच्चों को समझाने की कोशिश कर रहे हैं. लेकिन बच्चों के आंसू रुकने का नाम ही नहीं ले रहे हैं.
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8वीं कक्षा पास होने पर रो पड़े बच्चे: सिकंदरा प्रखंड के उत्क्रमित मध्य विद्यालय कोनन में आठवीं कक्षा उत्तीर्ण होने पर शिक्षक व विद्यालय का साथ छूटने को लेकर बच्चे फूट- फूटकर रोने लगे. जिसका वीडियो अब तेजी से वायरल होने लगा है. यह वायरल वीडियो लोगों के बीच चर्चा का विषय बना हुआ है. कई लोग तो इस वीडियो को देख हैरान हैं और इसे फेक भी मान रहे हैं. लेकिन यह वीडियो वास्तविक है. इस वीडियो को देखकर विद्यार्थी और गुरु के बीच के प्रेम को समझा जा सकता है.
छात्रों के रोने का वीडियो वायरल: दरअसल उत्क्रमित मध्य विद्यालय कोनन के शिक्षक रंजीत कुमार का बच्चों के साथ काफी घनिष्ठ और मधुर संबंध था. आठवीं कक्षा उत्तीर्ण होने के बाद सभी छात्र- छात्राएं नवमीं कक्षा में हाई स्कूल में नामांकन कराने के लिए जाने वाले थे. इससे पहले एक मुलाकात शिक्षक के साथ बच्चों की रखी गई थी. इस दौरान शिक्षक बच्चों को दिल लगाकर पढ़ाई करने और एक लक्ष्य के अनुसार आगे बढ़कर घर परिवार वालों के साथ-साथ विद्यालय व शिक्षकों का नाम रोशन करने की बात कह रहे थे.
शिक्षक भी हुए इमोशनल: इस दौरान सभी बच्चे इमोशनल हो गए और क्लास रूम में ही फूट-फूट कर रोने लगे. वहीं शिक्षक की आंखें भी नम हो गई.पूरा विद्यालय का माहौल गमगीन हो गया, फिर शिक्षक के द्वारा सभी बच्चों को समझा-बुझाकर शांत कराया गया. हालांकि शिक्षक रंजीत कुमार ने बताया कि बच्चों से उनका रिश्ता लगातार आठ वर्षों से रहा है. इस दौरान बच्चों से उनका काफी गहरा लगाव हो गया है. वे हमेशा एक परिवार की तरह बच्चों के साथ पेश आते थे, जिसका नतीजा है कि आज बच्चे विद्यालय को छोड़ना नहीं चाह रहे हैं.
"बच्चों को मैं बहुत ही प्यार दुलार से पढ़ाता था. आठ सालों का सफर रहा. उनसे मेरा इमोशनल लगाव रहा है. बच्चे मुझे बहुत मानते हैं और मैं भी बच्चों को अपना परिवार ही समझता हू. आठवीं पास कर जब बच्चे विद्यालय से जाने लगे तो वे सभी रोने लगे. 22 मार्च 2014 से मैं इस स्कूल में पढ़ा रहा हूं."- रंजीत कुमार, शिक्षक