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कोविड-19 के खिलाफ सिंगापुर कर रहा भारत की मदद : भारतीय उच्चायुक्त

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Published : May 28, 2021, 4:41 PM IST

Updated : May 28, 2021, 6:29 PM IST

व्यापार एवं साजो-सामान के महत्त्वपूर्ण केंद्र के तौर पर सिंगापुर की स्थिति यहां भारतीय उच्चायोग के लिए कोविड-19 चिकित्सीय उपकरण से संबंधित अत्यावश्यक आपूर्तियों के स्रोत में महत्त्वपूर्ण साबित हुई है. उच्चायुक्त पी कुमारन ने यह जानकारी दी.

उच्चायुक्त पी कुमारन
उच्चायुक्त पी कुमारन

सिंगापुर : व्यापार एवं साजो-सामान के महत्त्वपूर्ण केंद्र के तौर पर सिंगापुर की स्थिति यहां भारतीय उच्चायोग के लिए कोविड-19 चिकित्सीय उपकरण से संबंधित अत्यावश्यक आपूर्तियों के स्रोत में महत्त्वपूर्ण साबित हुई है. उच्चायुक्त पी कुमारन ने यह जानकारी दी .

व्यापार एवं उद्योग मंत्रालय और भारत के लिए एंटरप्राइज सिंगापुर जैसी एजेसियों के जरिए मौजूदा कोविड-19 वैश्विक महामारी से निपटने में सिंगापुर के समर्थन की सराहना करते हुए कुमारन ने कहा कि उन्होंने अपने आंकड़ा संग्रह एवं संपर्कों का इस्तेमाल कर उच्चायोग को बताया है कि जरूरी उपकरण कहां से मिल सकते हैं और किन आपूर्तिकर्ताओं तक पहुंचा जा सकता है.

कुमारन ने सिंगापुर के भारत मामलों पर शुक्रवार को प्रकाशित होने वाले साप्ताहिक पत्र 'तबला' में कहा कि हम कई देशों के लिए इन बेहद जरूरी सामग्रियों का स्रोत बने हैं.

उन्होंने कहा कि हम ऑस्ट्रेलिया और अन्य एशियाई देशों से जल्द से जल्द सामग्री सिंगापुर में ला पाए और उन्हें भारतीय नौसैन्य पोतों एवं वायुसेना के विमानों के जरिए भारत पहुंचा पाए.

उच्चायुक्त कुमारन कहना है कि व्यापार एवं साजो-सामान के महत्त्वपूर्ण केंद्र के तौर पर सिंगापुर की स्थिति हमारे लिए उपयोगी साबित हुई. सिंगापुर सरकार से जुड़ी कंपनियों ने भी वैश्विक महामारी के खिलाफ भारत की जंग में इस्तेमाल के लिए उपकरणों का दान किया है.

टेमासेक फाउंडेशन ने 8,000 ऑक्सीजन सांद्रक, 100 ऑक्सीजन सिलेंडर, 50,000 पल्स ऑक्सीमीटर, करीब 100 बीपीएपी और 200 वेंटिलेटर भारत भेजे हैं. डीबीएस ने तीन ऑक्सीजन टैंक और सी ग्रुप ने 750 ऑक्सीजन सिलेंडर दान किए हैं जबकि सिंगापुर एक्सचेंज ने रेड क्रॉस सिंगापुर के जरिए राशि दान की है.

सिंगापुर वायुसेना के दो सी-130 विमानों के जरिए करीब 255 ऑक्सीजन सिलेंडर 28 अप्रैल को पश्चिम बंगाल भेजे गए थे.

सिंगापुर के विदेश मंत्रालय और रक्षा मंत्रालय ने सिंगापुर के चांगी नौसैन्य अड्डों तक आने वाले भारतीय नौसैन्य पोतों और पेय लेबार वायुसेना अड्डे तक आने वाले भारतीय वायु सेना के विमानों को अत्यावश्यक आपूर्तियां भारत ले जाने के लिए शीघ्र मंजूरी दीं.

उच्चायुक्त ने कहा कि शुरुआत में, विदेश मंत्री एस जयशंकर ने अपने सिंगापुरी समकक्ष डॉ विवियन बालाकृष्णन से बात की थी जिन्होंने हर प्रकार की मदद का वादा किया था

कुमारन ने बताया कि स्वास्थ्य मंत्री ओंग ये कुंग ने कुछ हफ्ते पहले एक बैठक के दौरान राहत आपूर्तियों की खरीद के प्रयासों और 'हमें जरूरी मदद मिलने के बारे में' पूछा था.

पढ़ें : सीएम केजरीवाल का एलान, धीरे-धीरे अनलॉक होगी दिल्ली

उन्होंने कहा कि यह बताता है कि सिंगापुर के कैबिनेट मंत्री भारत के लिए जरूरी मदद के प्रति जागरुक हैं और वे बहुत मददगार रहे हैं. यह बहुत खुशी देने वाला है.

(पीटीआई-भाषा)

सिंगापुर : व्यापार एवं साजो-सामान के महत्त्वपूर्ण केंद्र के तौर पर सिंगापुर की स्थिति यहां भारतीय उच्चायोग के लिए कोविड-19 चिकित्सीय उपकरण से संबंधित अत्यावश्यक आपूर्तियों के स्रोत में महत्त्वपूर्ण साबित हुई है. उच्चायुक्त पी कुमारन ने यह जानकारी दी .

व्यापार एवं उद्योग मंत्रालय और भारत के लिए एंटरप्राइज सिंगापुर जैसी एजेसियों के जरिए मौजूदा कोविड-19 वैश्विक महामारी से निपटने में सिंगापुर के समर्थन की सराहना करते हुए कुमारन ने कहा कि उन्होंने अपने आंकड़ा संग्रह एवं संपर्कों का इस्तेमाल कर उच्चायोग को बताया है कि जरूरी उपकरण कहां से मिल सकते हैं और किन आपूर्तिकर्ताओं तक पहुंचा जा सकता है.

कुमारन ने सिंगापुर के भारत मामलों पर शुक्रवार को प्रकाशित होने वाले साप्ताहिक पत्र 'तबला' में कहा कि हम कई देशों के लिए इन बेहद जरूरी सामग्रियों का स्रोत बने हैं.

उन्होंने कहा कि हम ऑस्ट्रेलिया और अन्य एशियाई देशों से जल्द से जल्द सामग्री सिंगापुर में ला पाए और उन्हें भारतीय नौसैन्य पोतों एवं वायुसेना के विमानों के जरिए भारत पहुंचा पाए.

उच्चायुक्त कुमारन कहना है कि व्यापार एवं साजो-सामान के महत्त्वपूर्ण केंद्र के तौर पर सिंगापुर की स्थिति हमारे लिए उपयोगी साबित हुई. सिंगापुर सरकार से जुड़ी कंपनियों ने भी वैश्विक महामारी के खिलाफ भारत की जंग में इस्तेमाल के लिए उपकरणों का दान किया है.

टेमासेक फाउंडेशन ने 8,000 ऑक्सीजन सांद्रक, 100 ऑक्सीजन सिलेंडर, 50,000 पल्स ऑक्सीमीटर, करीब 100 बीपीएपी और 200 वेंटिलेटर भारत भेजे हैं. डीबीएस ने तीन ऑक्सीजन टैंक और सी ग्रुप ने 750 ऑक्सीजन सिलेंडर दान किए हैं जबकि सिंगापुर एक्सचेंज ने रेड क्रॉस सिंगापुर के जरिए राशि दान की है.

सिंगापुर वायुसेना के दो सी-130 विमानों के जरिए करीब 255 ऑक्सीजन सिलेंडर 28 अप्रैल को पश्चिम बंगाल भेजे गए थे.

सिंगापुर के विदेश मंत्रालय और रक्षा मंत्रालय ने सिंगापुर के चांगी नौसैन्य अड्डों तक आने वाले भारतीय नौसैन्य पोतों और पेय लेबार वायुसेना अड्डे तक आने वाले भारतीय वायु सेना के विमानों को अत्यावश्यक आपूर्तियां भारत ले जाने के लिए शीघ्र मंजूरी दीं.

उच्चायुक्त ने कहा कि शुरुआत में, विदेश मंत्री एस जयशंकर ने अपने सिंगापुरी समकक्ष डॉ विवियन बालाकृष्णन से बात की थी जिन्होंने हर प्रकार की मदद का वादा किया था

कुमारन ने बताया कि स्वास्थ्य मंत्री ओंग ये कुंग ने कुछ हफ्ते पहले एक बैठक के दौरान राहत आपूर्तियों की खरीद के प्रयासों और 'हमें जरूरी मदद मिलने के बारे में' पूछा था.

पढ़ें : सीएम केजरीवाल का एलान, धीरे-धीरे अनलॉक होगी दिल्ली

उन्होंने कहा कि यह बताता है कि सिंगापुर के कैबिनेट मंत्री भारत के लिए जरूरी मदद के प्रति जागरुक हैं और वे बहुत मददगार रहे हैं. यह बहुत खुशी देने वाला है.

(पीटीआई-भाषा)

Last Updated : May 28, 2021, 6:29 PM IST
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