मुबंई : महाराष्ट्र में पिछले 24 घंटों में कोरोना के 28,699 नए मामले सामने आए हैं, जबकि 13,165 कोरोना संक्रिमत लोग डिस्चार्ज हुए और 132 मृत्यु दर्ज की गई. इसके साथ ही राज्य में कोरोना के कुल मामले की संख्या 25,33,026 हो गई है, जबकि कुल 22,47,495 कुल लोग डिस्चार्ज हो गए हैं.
साथ ही राज्य में कोरोना से मरने वालों का आंकड़ा कुल 53,589 पहुंच गया है, जबकि यहां अभी भी 2,30,641 सक्रिय मामले मौजूद हैं. कोरोना संक्रमण की बढ़ती संख्या के बाद अब कोरोना मरीजों को हॉस्पिटल में बेड की किल्लत महसूस हो रही है.
कोरोना के पहले चरण में कुछ राहत मिलने के बाद महाराष्ट्र में बड़े पैमाने पर कोरोना हॉस्पिटल बंद कर दिए गये थे. लेकिन अब कोरोना के बढ़ते मामलो के मद्देनजर महाराष्ट्र सरकार और हॉस्पिटल्स हरकत में आ गये है और हॉस्पिटल की सुविधांए बढ़ा दी गयी है.
इस वजह से मुंबई, नागपुर, पुणे और औरंगाबाद इन चार बडे़ शहरो में कोरोना के मरीजो को बेड की कमी महसूस नहीं हो रही है.
मुंबई में प्रशासन की तरफ से पुख्ता इंताजाम होने की वजह से खाली बेड की संख्या पचास (50) के आसपास है. वहीं नागपूर में चिंताजनक स्थिती है. यहां हर रोज तीन हजार से अधिक मरीज मिल रहे हैं.
नागपुर नगर निगम आयुक्त राधाकृष्णन ने ईटीवी भारत को बताया कि हालात को देखते हुए नागपूर प्रशासन ने एमएलए होस्टेल को हॉस्पिटल में तबदील करने की योजना बनाई है. उन्होंने सरकारी हॉस्पिटल के साथ ही प्राइवेट हॉस्पिटल में 708 ऑक्सिजन बेड उपलब्ध होने जानकारी दी है.
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इसके अलावा पुणे में कोरोना मरीजों के 3937 बेड रखे गये है. इस में से 564 बेड खाली होने की जानकारी है.
वहीं औरंगाबाद में बढ़ते मामलों से मरीजों को बेड मिलने में दिक्कत महसूस हो रही है. बेड न मिलने से मरीजों को एक दो दिन वेटिंग पर रखा जा रहा है. कोविड सेंटर के बाहर भी मरीज देखने को मिल रहे हैं.
शहर में 6014 बेड कोरोना मरीजों के लिए आरक्षित किए गये है. इसके अलावा पीएचसी के लिए अलग से बेड है.