चंडीगढ़: शिरोमणि गुरुद्वारा प्रबंधक कमेटी (एसजीपीसी) की ओर से अफगानिस्तान से सिख परिवारों को भारत लाने को लेकर बड़ा ऐलान किया है. एसजीपीसी के अध्यक्ष हरजिंदर सिंह धामी ने कहा है कि कमेटी उन सिखों को हवाई जहाज का टिकट देकर मदद करेगी जो अफगानिस्तान से भारत आने के इच्छुक हैं. अफगानिस्तान की राजधानी काबुल के निकट कर्ते परवान में स्थित गुरुद्वारे में आतंकवादी हमले के कुछ दिन बाद धामी ने केंद्र सरकार से अफगानिस्तान में रहने वाले सिखों को तुरंत सुरक्षित भारत वापस लाने की अनुमति देने की अपील की है.
धामी ने कहा कि परिस्थितियों के मद्देनजर भारत सरकार को अफगानिस्तान में रहने वाले प्रत्येक सिख की सुरक्षा के लिए गंभीर प्रयास करने चाहिए. उन्हें भारत लाये जाने के बाद नागरिकता दी जानी चाहिए. धामी ने कहा कि अफगानिस्तान में रहने वाले सिखों को भयभीत होने की जरूरत नहीं है. उन्होंने कहा कि एसजीपीसी उन लोगों को हर संभव सहायता देगा जो भारत आने का किराया नहीं दे सकते हैं. एसजीपीसी उन्हें वहां से निकालने की पूरी कोशिश करेगी.
एसजीपीसी अध्यक्ष ने सोमवार को कहा था कि उन्होंने दिल्ली में अफगानिस्तान के कुछ सिखों से बातचीत की है जिन्होंने उन्हें वहां रहने वाले सिखों के समक्ष आ रही समस्याओं से अवगत कराया है. एडवोकेट धामी ने कहा कि हालांकि सिखों के लिए अफगानिस्तान में अपने व्यवसाय और घरों को छोड़ना बहुत मुश्किल है, लेकिन वहां रहने वाले सिख विकट परिस्थितियों के सामने मजबूर हैं.
काबुल हमले में मारे गए सिख के परिवार से धामी ने की थी मुलाकात
एसजीपीसी के अध्यक्ष हरजिंदर सिंह धामी ने काबुल में पिछले सप्ताह गुरुद्वारे पर हुए हमले में मारे गए सविंदर सिंह के परिवार से सोमवार को मुलाकात की थी. नई दिल्ली के तिलक नगर में गुरुद्वारा श्री गुरु अर्जन देव जी में सिंह के 'अंतिम अरदास' में शामिल हुए धामी ने हमले को मानवता के खिलाफ एक क्रूर कृत्य करार दिया था. धामी ने शोक संतप्त परिवार के प्रति अपनी संवेदना व्यक्त करते हुए सिखों के सर्वोच्च धार्मिक निकाय से उन्हें हर संभव मदद प्रदान करने का आश्वासन दिया था.
यह भी पढ़ें- काबुल में गुरुद्वारे पर आतंकी हमले में दो की मौत, प्रधानमंत्री मोदी ने की निंदा