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महाकाल के दर्शन : अपनी शर्तों पर अड़े नेता, पुजारियों ने किया विरोध तो हुआ हंगामा

भस्म आरती के दौरान महाकाल मंदिर में पुजारियों ने जमकर हंगामा किया. बताया जा रहा है कि कैलाश विजयवर्गीय, उनके बटे आकाश विजयवर्गीय और विधायक रमेश मैंदोला को भस्म आरती से ठीक पहले महाकाल दर्शन कराने को लेकर ये हंगामा हुआ. इस कारण भस्म आरती में देरी हुई. भस्म आरती करीब आधा घंटा देरी से हुई. बताया जा रहा है कि ये तीनों भस्म आरती से पहले महाकाल के दर्शन करना चाहते थे.

महाकाल मंदिर
महाकाल मंदिर
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Published : Aug 13, 2021, 12:32 PM IST

उज्जैन (मध्यप्रदेश) : भस्मारती के दौरान महाकाल मंदिर (mahakal mandir) में पुजारियों ने जमकर हंगामा किया. बताया जा रहा है कि कैलाश विजयवर्गीय (Kailash Vijayvargiya), उनके बटे आकाश विजयवर्गीय (Akash Vijayvargiya) और विधायक रमेश मेंदोला (Ramesh Mendola) को भस्मारती से ठीक पहले महाकाल दर्शन कराने को लेकर ये हंगामा हुआ. इस कारण भस्मारती में देरी हुई. आरती करीब आधा घंटा देरी से हुई. बताया जा रहा है कि ये तीनों भस्मारती से पहले महाकाल के दर्शन करना चाहते थे.

पुजारियों ने रोका तो हंगामा हो गया
दरअसल, महाकालेश्वर मंदिर में बीती रात 3 बजे के लगभग भस्मारती करने आ रहे मुख्य पुजारी अजय गुरु को मंदिर को गेट पर ही रोक दिया गया. इसके बाद सूर्यमुखी द्वार पर रोक दिया, जिसके बाद पण्डे पुजारियों ने हंगामा करते हुए इस बात की शिकायत सीएम से करने की चेतवानी दे दी. इस दौरान मंदिर में बीजेपी नेता कैलाश विजयवर्गीय, विधायक आकाश विजय वर्गीय, विधायक रमेश मैंदोला मंदिर में प्रवेश करते नजर आए.

मंदिर में निर्धारित समय पर प्रवेश न मिलने से नाराज अजय पुजारी ने प्रवेश के लिए मिले पास को फेक दिया और हंगामा खड़ा कर दिया. हंगामे के बिच मीडियाकर्मियों ने जब कैलाश विजयवर्गीय और उनके साथ आए अन्य लोगों से आवाज लगाकर पूछने की कोशिश की तो रमेश मेंदोला ने अपना मुंह ढक लिया और कैमरे से बचकर भागते नजर आए. महाकालेश्वर मंदिर में शुक्रवार को नाग पंचमी के अवसर पर अल सुबह होने वाली बाबा महाकाल की भस्मारती भाजपा नेताओं के कारण करीब आधा घंटा देरी से शुरू हो सकी. प्रशासन द्वारा गर्भगृह में पंडे-पुजारी के अलावा किसी को भी जाने की अनुमति नहीं है. नेताओं के जल चढ़ाने के कारण बाबा महाकाल की भस्म आरती करीब आधा घंटा देरी से शुरू हो पाई. इसको लेकर भी मंदिर के पंडे-पुजारियों में आक्रोश बना हुआ है.

महाकाल मंदिर में हंगामा

हालांकि, सारे घटनाक्रम के बाद प्रशासन और मंदिर से जुड़े अधिकारी कुछ भी बोलने को तैयार नहीं हैं. बता दें कि बीजेपी के महासचिव कैलाश विजयवर्गीय महाकाल को भस्म आरती में जल अर्पित करने पहुंच जाते है. आज सुबह भी 3 बजे मंदिर के पट संजय पुजारी ने खोले जिसके बाद महाकाल मंदिर के सभी द्वार पर ताले लगा दिए गए. सीसीटीवी और अन्य कैमरे का लाइव भी फ्रिज कर दिया गया. कुछ देर बाद मंदिर के मुख्य पुजारी अजय पुजारी भस्म आरती को लेकर मंदिर पहुंचे तो उन्हें पहले गेट नंबर 4 पर रोका गया, जैसे तैसे वहां से निकले तो सूर्यमुखी द्वार पर रोक दिया गया. यहां पर अजय पुजारी की बहस ड्यूटी पर तैनात वाणिज्य कर अधिकारी दिनेश जायसवाल हो गयी. जिसके बाद अजय पुजारी और उनके साथ आये अन्य पुजारियों ने जब सभा मंडप में कैलाश विजयवर्गीय के साथ अन्य विधायकों आकाश और रमेश मैंदोला को देखा तो वे भड़क गए. पुजारियों ने अपना कार्ड फेंक दिया और कलेक्टर से शिकायत की बात कही.

पढ़ें :- महाकाल के दर्शन के लिए उमड़े श्रद्धालु, बच्ची और महिला को कुचलते हुए मंदिर में पहुंची भीड़

बता दें कि बीजेपी के वरिष्ठ नेता कैलाश विजयवर्गीय किसी न किसी तरह से चर्चा में रहते हैं. गुरुवार को ही उनका मुख्यमंत्री शिवराज सिंह चौहान के साथ गाना चर्चा का विषय बन गया. यहां कैलाश विजयवर्गीय ने भुट्टा पार्टी का आयोजन किया था. इसमें सूबे के लगभग सभी बड़े नेता मंत्री पहुंचे. इस दौरान लोगों के अनुरोध पर सीएम शिवराज सिंह चौहान ने गाना गाया. कैलाश विजयवर्गीय का हाथ थाम कर सीएम ने ये दोस्ती हम नहीं छोड़ेंगे… तोड़ेंगे दम मगर… तेरा साथ न छोड़ेंगे की ताल छेड़ी. इस दौरान वहां मौजूद कोई भी ताली बजाने से खुद को न रोक सका. कैलाश विजयवर्गीय अक्सर मंचों पर पहुंचकर अपनी आवाज से लोगों को मंत्रमुग्ध कर चुके हैं.

सीएम शिवराज भी अपने गायकी के अंदाज के लिए मशहूर हैं और आज जब पार्टी के दो बड़े नेता एक साथ मिले तो समा कुछ अलग ही बंध गया. लेकिन दोनों नेताओं ने जिस गाने के बोल गुनगुनाए वो ही सभी के बीच चर्चा का विषय बन गया.

उज्जैन (मध्यप्रदेश) : भस्मारती के दौरान महाकाल मंदिर (mahakal mandir) में पुजारियों ने जमकर हंगामा किया. बताया जा रहा है कि कैलाश विजयवर्गीय (Kailash Vijayvargiya), उनके बटे आकाश विजयवर्गीय (Akash Vijayvargiya) और विधायक रमेश मेंदोला (Ramesh Mendola) को भस्मारती से ठीक पहले महाकाल दर्शन कराने को लेकर ये हंगामा हुआ. इस कारण भस्मारती में देरी हुई. आरती करीब आधा घंटा देरी से हुई. बताया जा रहा है कि ये तीनों भस्मारती से पहले महाकाल के दर्शन करना चाहते थे.

पुजारियों ने रोका तो हंगामा हो गया
दरअसल, महाकालेश्वर मंदिर में बीती रात 3 बजे के लगभग भस्मारती करने आ रहे मुख्य पुजारी अजय गुरु को मंदिर को गेट पर ही रोक दिया गया. इसके बाद सूर्यमुखी द्वार पर रोक दिया, जिसके बाद पण्डे पुजारियों ने हंगामा करते हुए इस बात की शिकायत सीएम से करने की चेतवानी दे दी. इस दौरान मंदिर में बीजेपी नेता कैलाश विजयवर्गीय, विधायक आकाश विजय वर्गीय, विधायक रमेश मैंदोला मंदिर में प्रवेश करते नजर आए.

मंदिर में निर्धारित समय पर प्रवेश न मिलने से नाराज अजय पुजारी ने प्रवेश के लिए मिले पास को फेक दिया और हंगामा खड़ा कर दिया. हंगामे के बिच मीडियाकर्मियों ने जब कैलाश विजयवर्गीय और उनके साथ आए अन्य लोगों से आवाज लगाकर पूछने की कोशिश की तो रमेश मेंदोला ने अपना मुंह ढक लिया और कैमरे से बचकर भागते नजर आए. महाकालेश्वर मंदिर में शुक्रवार को नाग पंचमी के अवसर पर अल सुबह होने वाली बाबा महाकाल की भस्मारती भाजपा नेताओं के कारण करीब आधा घंटा देरी से शुरू हो सकी. प्रशासन द्वारा गर्भगृह में पंडे-पुजारी के अलावा किसी को भी जाने की अनुमति नहीं है. नेताओं के जल चढ़ाने के कारण बाबा महाकाल की भस्म आरती करीब आधा घंटा देरी से शुरू हो पाई. इसको लेकर भी मंदिर के पंडे-पुजारियों में आक्रोश बना हुआ है.

महाकाल मंदिर में हंगामा

हालांकि, सारे घटनाक्रम के बाद प्रशासन और मंदिर से जुड़े अधिकारी कुछ भी बोलने को तैयार नहीं हैं. बता दें कि बीजेपी के महासचिव कैलाश विजयवर्गीय महाकाल को भस्म आरती में जल अर्पित करने पहुंच जाते है. आज सुबह भी 3 बजे मंदिर के पट संजय पुजारी ने खोले जिसके बाद महाकाल मंदिर के सभी द्वार पर ताले लगा दिए गए. सीसीटीवी और अन्य कैमरे का लाइव भी फ्रिज कर दिया गया. कुछ देर बाद मंदिर के मुख्य पुजारी अजय पुजारी भस्म आरती को लेकर मंदिर पहुंचे तो उन्हें पहले गेट नंबर 4 पर रोका गया, जैसे तैसे वहां से निकले तो सूर्यमुखी द्वार पर रोक दिया गया. यहां पर अजय पुजारी की बहस ड्यूटी पर तैनात वाणिज्य कर अधिकारी दिनेश जायसवाल हो गयी. जिसके बाद अजय पुजारी और उनके साथ आये अन्य पुजारियों ने जब सभा मंडप में कैलाश विजयवर्गीय के साथ अन्य विधायकों आकाश और रमेश मैंदोला को देखा तो वे भड़क गए. पुजारियों ने अपना कार्ड फेंक दिया और कलेक्टर से शिकायत की बात कही.

पढ़ें :- महाकाल के दर्शन के लिए उमड़े श्रद्धालु, बच्ची और महिला को कुचलते हुए मंदिर में पहुंची भीड़

बता दें कि बीजेपी के वरिष्ठ नेता कैलाश विजयवर्गीय किसी न किसी तरह से चर्चा में रहते हैं. गुरुवार को ही उनका मुख्यमंत्री शिवराज सिंह चौहान के साथ गाना चर्चा का विषय बन गया. यहां कैलाश विजयवर्गीय ने भुट्टा पार्टी का आयोजन किया था. इसमें सूबे के लगभग सभी बड़े नेता मंत्री पहुंचे. इस दौरान लोगों के अनुरोध पर सीएम शिवराज सिंह चौहान ने गाना गाया. कैलाश विजयवर्गीय का हाथ थाम कर सीएम ने ये दोस्ती हम नहीं छोड़ेंगे… तोड़ेंगे दम मगर… तेरा साथ न छोड़ेंगे की ताल छेड़ी. इस दौरान वहां मौजूद कोई भी ताली बजाने से खुद को न रोक सका. कैलाश विजयवर्गीय अक्सर मंचों पर पहुंचकर अपनी आवाज से लोगों को मंत्रमुग्ध कर चुके हैं.

सीएम शिवराज भी अपने गायकी के अंदाज के लिए मशहूर हैं और आज जब पार्टी के दो बड़े नेता एक साथ मिले तो समा कुछ अलग ही बंध गया. लेकिन दोनों नेताओं ने जिस गाने के बोल गुनगुनाए वो ही सभी के बीच चर्चा का विषय बन गया.

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