भोपाल/जबलपुर : मध्यप्रदेश के पशु चिकित्सा विज्ञान विश्वविद्यालय, जबलपुर के सेवानिवृत्त प्राध्यापक एवं एक अन्य व्यक्ति ने भाजपा सांसद और पूर्व केन्द्रीय मंत्री मेनका गांधी द्वारा हाल में एक पशु चिकित्सक के साथ हुए कथित वार्तालाप को लेकर उनसे माफी मांगने की बात कहते हुए उन्हें कानूनी नोटिस भेजा है. यह जानकारी नोटिस भेजने वाले प्राध्यापक डॉ. पी जी नाजपाण्डे एवं एक अन्य व्यक्ति रजत भार्गव के वकील दिनेश उपाध्याय ने मंगलवार को दी है.
उपाध्याय ने कहा, 'मेरे मुवक्किलों ने 26 जून को यह नोटिस मेनका को भेजा है और नोटिस प्राप्ति के तीन दिवस के अंदर उनसे सार्वजनिक रूप से माफी मांगने को कहा गया है'. मेनका गांधी पशु अधिकार कार्यकर्ता भी हैं.
'मानहानि का करेंगे दावा'
वकील ने बताया कि यदि मेनका नोटिस प्राप्ति के तीन दिवस के अंदर सार्वजनिक रूप से माफी नहीं मांगती हैं, तो उनके मुवक्किल को विवश होकर कानून कार्यवाही एवं मानहानि का दावा करने के लिए न्यायालय की शरण लेनी पडे़गी.
इसी बीच, भारतीय पशु चिकित्सा परिषद के अध्यक डॉ. उमेश शर्मा ने मंगलवार को कहा कि यदि मेनका इस मामले में माफी नहीं मांगेंगी, तो उनका संगठन भाजपा सांसद के खिलाफ मानहानि का मुकदमा दायर करेगा.
कुछ दिनों पहले मेनका गांधी के कुछ कथित आडियो क्लिप सोशल मीडिया में वायरल हुए थे, जिनमें वह जबलपुर पशु चिकित्सा विज्ञान कॉलेज से पढ़े एक पशु चिकित्सक सहित तीन पशु चिकित्सकों से फोन पर वार्तालाप कर रही थीं. इनमें से एक आडियो क्लिप में मेनका एक पशु की सर्जरी को लेकर पशु चिकित्सक को कथित रूप से धमकाने वाले अंदाज बात कहती हुई सुनी गयी थीं.
(पीटीआई-भाषा)