ETV Bharat / bharat

पत्नी का 'मंगलसूत्र' हटाना मानसिक क्रूरता : HC

अलग रह रही पत्नी अगर सुहाग की निशानी मंगलसूत्र हटाती (Removal of mangalsutra) है तो इसे मानसिक क्रूरता समझा जाएगा. ये टिप्पणी मद्रास उच्च न्यायालय ने तलाक से जुड़े एक मामले में की है. साथ ही इस आधार पर पति की तलाक की अर्जी को स्वीकृति दे दी है. पढ़ें पूरी खबर

Removal of mangalsutra
मंगलसूत्र
author img

By

Published : Jul 14, 2022, 9:34 PM IST

चेन्नई : मद्रास उच्च न्यायालय ने कहा है कि अलग रह रही पत्नी द्वारा 'थाली' (मंगलसूत्र) को हटाया जाना पति के लिए मानसिक क्रूरता समझा जाएगा. यह टिप्पणी करते हुए न्यायालय ने पति की तलाक की अर्जी को स्वीकृति दे दी. न्यायमूर्ति वीएम वेलुमणि और न्यायमूर्ति एस सौंथर की एक खंडपीठ ने इरोड के एक मेडिकल कॉलेज में प्रोफेसर के रूप में कार्यरत सी. शिवकुमार की अपील को स्वीकार करते हुए यह टिप्पणी की.

उन्होंने स्थानीय परिवार न्यायालय के 15 जून, 2016 के आदेश को रद्द करने का अनुरोध किया था, जिसमें तलाक देने से इनकार कर दिया गया था. जब महिला से पूछताछ की गई, तो उन्होंने स्वीकार किया कि अलगाव के समय, उसने अपनी थाली की चेन (महिला द्वारा शादी के प्रतीक के रूप में पहनी जाने वाली पवित्र चेन) को हटा दिया था. हालांकि महिला ने स्पष्ट किया कि उसने सिर्फ चेन हटाई थी और थाली रखी थी.

महिला के वकील ने हिंदू विवाह अधिनियम की धारा सात का हवाला देते हुए कहा कि थाली पहनना आवश्यक नहीं है और इसलिए पत्नी द्वारा इसे हटाने से वैवाहिक संबंधों पर कोई प्रभाव नहीं पड़ेगा.

चेन्नई : मद्रास उच्च न्यायालय ने कहा है कि अलग रह रही पत्नी द्वारा 'थाली' (मंगलसूत्र) को हटाया जाना पति के लिए मानसिक क्रूरता समझा जाएगा. यह टिप्पणी करते हुए न्यायालय ने पति की तलाक की अर्जी को स्वीकृति दे दी. न्यायमूर्ति वीएम वेलुमणि और न्यायमूर्ति एस सौंथर की एक खंडपीठ ने इरोड के एक मेडिकल कॉलेज में प्रोफेसर के रूप में कार्यरत सी. शिवकुमार की अपील को स्वीकार करते हुए यह टिप्पणी की.

उन्होंने स्थानीय परिवार न्यायालय के 15 जून, 2016 के आदेश को रद्द करने का अनुरोध किया था, जिसमें तलाक देने से इनकार कर दिया गया था. जब महिला से पूछताछ की गई, तो उन्होंने स्वीकार किया कि अलगाव के समय, उसने अपनी थाली की चेन (महिला द्वारा शादी के प्रतीक के रूप में पहनी जाने वाली पवित्र चेन) को हटा दिया था. हालांकि महिला ने स्पष्ट किया कि उसने सिर्फ चेन हटाई थी और थाली रखी थी.

महिला के वकील ने हिंदू विवाह अधिनियम की धारा सात का हवाला देते हुए कहा कि थाली पहनना आवश्यक नहीं है और इसलिए पत्नी द्वारा इसे हटाने से वैवाहिक संबंधों पर कोई प्रभाव नहीं पड़ेगा.

पढ़ें- तलाकशुदा दंपति के बच्चों की कस्टडी देते वक्त उनके भविष्य का रखें ध्यान : हाईकोर्ट

(पीटीआई-भाषा)

ETV Bharat Logo

Copyright © 2024 Ushodaya Enterprises Pvt. Ltd., All Rights Reserved.