ETV Bharat / bharat

नेताजी का जीवन और उनके फैसले हम सभी के लिए प्रेरणा : पीएम

author img

By

Published : Jan 23, 2021, 3:56 PM IST

Updated : Jan 23, 2021, 7:10 PM IST

प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी स्वतंत्रता सेनानी नेताजी सुभाष चंद्र बोस की जयंती पर पराक्रम दिवस समारोह में शामिल होने के लिए कोलकाता पहुंच गए हैं. इस दौरान लोगों को संबोधित करते हुए पीएम मोदी ने कहा कि यह मेरें लिए भावुक कर देने वाला क्षण है.

मोदी पहुंचे कोलकाता
मोदी पहुंचे कोलकाता

कोलकाता : प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी स्वतंत्रता सेनानी नेताजी सुभाष चंद्र बोस की जयंती पर यहां आयोजित पराक्रम दिवस समारोह में भाग लेने के लिए शनिवार को पश्चिम बंगाल की राजधानी कोलकाता पहुंचे. इस दौरान पीएम मोदी ने लोगों को संबोधित करते हुए कहा कि आज कोलकाता में आना मेरे लिए बहुत भावुक कर देने वाला क्षण है. बचपन से जब भी नेताजी सुभाष चंद्र बोस जी का नाम सुना, मैं किसी भी स्थिति-परिस्थिति में रहा, इस नाम से एक नई ऊर्जा से भर गया.

आज कोलकाता में आना मेरे लिए बहुत भावुक कर देने वाला क्षण है. बचपन से जब भी ये नाम सुना- नेताजी सुभाष चंद्र बोस, मैं किसी भी परिस्थिति में रहा हूं, ये नाम कान में पड़ते ही मैं एक नई ऊर्जा से भर गया.

पीएम ने कहा कि आज के ही दिन मां भारती की गोद में उस वीर सपूत ने जन्म लिया था, जिसने आजाद भारत के सपने को नई दिशा दी थी. आज के ही दिन गुलामी के अंधेरे में वो चेतना फूटी थी, जिसने दुनिया की सबसे बड़ी सत्ता के सामने खड़े होकर कहा था, मैं तुमसे आजादी मांगूंगा नहीं, छीन लूंगा.

उन्होंने कहा कि मैं नेताजी की 125वीं जयंती पर कृतज्ञ राष्ट्र की ओर से उन्हें नमन करता हूं. मैं आज बालक सुभाष को नेताजी बनाने वाली, उनके जीवन को तप, त्याग और तितिक्षा से गढ़ने वाली बंगाल की इस पुण्यभूमि को भी नमन करता हूं.

प्रधानमंत्री ने आगे कहा कि मैंने अनुभव किया है कि नेताजी का नाम सुनते ही हर कोई कितनी ऊर्जा से भर जाता है. नेताजी के जीवन की ऊर्जा जैसे उनके अंतर्मन से जुड़ गई है. उनकी ऊर्जा, आदर्श, तपस्या, त्याग देश के हर युवा के लिए बहुत बड़ी प्रेरणा है. आज जब भारत नेताजी की प्रेरणा से आगे बढ़ रहा है तो हम सभी का कर्तव्य है कि उनके योगदान को पीढ़ी दर पीढ़ी याद किया जाए. इसलिए देश ने ये तय किया है कि अब हर वर्ष हम नेताजी की जयंती, यानी 23 जनवरी को पराक्रम दिवस के रूप में मनाया करेंगे.

पीएम मोदी का संबोधन

पीएम मोदी ने कहा कि उनके जैसे फौलादी इरादों वाले व्यक्तित्व के लिए असंभव कुछ नहीं था. उन्होंने विदेश में जाकर देश से बाहर रहने वाले भारतीयों की चेतना को झकझोरा. उन्होंने पूरे देश से हर जाति, पंथ, हर क्षेत्र के लोगों को देश का सैनिक बनाया.

आज जब इस वर्ष देश अपनी आजादी के 75 वर्ष में प्रवेश करने वाला है, जब देश आत्मनिर्भर भारत के संकल्प के साथ आगे बढ़ रहा है, तब नेताजी का जीवन, उनका हर कार्य, उनका हर फैसला, हम सभी के लिए बहुत बड़ी प्रेरणा है.

नेताजी ने संकल्प लिया था भारत की जमीन पर आजाद भारत की आजाद सरकार की नींव रखेंगे. नेताजी ने अपना ये वादा भी पूरा करके दिखाया. उन्होंने अंडमान में अपने सैनिकों के साथ आकर तिरंगा फहराया.

पीएम मोदी का संबोधन

2018 में ही देश ने आज़ाद हिन्द सरकार के 75 साल को भी उतने ही धूमधाम से मनाया था. नेताजी ने दिल्ली दूर नहीं का नारा देकर लाल किले पर झंडा फैहराने का सपना देखा था, देश ने वो सपना पूरा किया.

पीएम ने कहा कि जब आजाद हिंद फौज की कैप में मैंने लाल किले पर झंडा फहराया था, उस वक्त मेरे मन मस्तिष्क में बहुत कुछ चल रहा था. बहुत से सवाल थे, बहुत सी बातें थीं, एक अलग अनुभूति थी। मैं नेताजी के बारे में सोच रहा था, देशवासियों के बारे में सोच रहा था.

नेताजी किसके लिए जीवन भर इतना रिस्क उठाते रहे- हमारे और आपके लिए। वो कई-कई दिनों तक आमरण अनशन किसके लिए करते रहे- आपके और हमारे लिए वो महीनों तक किसके लिए जेल की कोठरी में सजा भुगतते रहे- आपके और हमारे लिए.

पीएम मोदी ने आगे कहा कि विश्व युद्ध के माहौल में देशों के बीच पल-पल बदलते रिश्तों के बीच क्यों वो हर देश में जाकर भारत के लिए समर्थन मांग रहे थे? ताकि भारत आजाद हो सके, हम और आप आजाद भारत में सांस ले सकें.

उन्होंने कहा कि हिंदुस्तान का एक-एक व्यक्ति नेताजी का ऋणी है. 130 करोड़ से ज्यादा भारतीयों के शरीर में बहती रक्त की एक-एक बूंद नेताजी सुभाष की ऋणी है.

नेताजी भवन पहुंचे पीएम मोदी
इससे पहले पीएम नरेंद्र मोदी कोलकाता में विक्टोरिया मेमोरियल पहुंचे, जहां सीएम ममता बनर्जी और राज्यपाल जगदीप धनखड़ भी मौजूद हैं.

इस दौरान वहां बच्चों और बैंड ने प्रदर्शन किया. इसके बाद गायिका उषा उथुप ने कोलकाता के विक्टोरिया मेमोरियल में पीएम नरेंद्र मोदी की मौजूदगी में रवींद्रनाथ टैगोर की रचना 'एकला चोलो रे' गायी.

गायिका उषा उथुप

इससे पहले प्रधानमंत्री ने असम के शिवसागर जिले में स्थित जेरेंगा पठार के मूल निवासी और भूमिहीन परिवारों के लिए 1.6 लाख भूमि पट्टा आवंटन अभियान की शुरुआत की. प्रधानमंत्री कार्यालय ने ट्वीट कर बताया कि मोदी पराक्रम दिवस पर आयोजित कार्यक्रमों में भाग लेने कोलकाता पहुंच गए हैं.

सबसे पहले प्रधानमंत्री नेताजी भवन पहुंचे. इसके बाद वह नेशनल लाइब्रेरी का भी गए . वहां 21वीं सदी में नेताजी की विरासत का पुन:अवलोकन विषय पर एक अंतरराष्ट्रीय सम्मेलन आयोजित किया गया है. वहां कलाकारों की ओर से एक प्रदर्शनी भी लगाई गई है. प्रधानमंत्री कलाकारों और सम्मेलन में भाग लेने वाले प्रतिभागियों से संवाद करेंगे.

नेताजी के जीवन पर आधारित एक स्थायी प्रदर्शनी और एक प्रोजेक्शन मैपिंग शो का भी वह उद्घाटन करेंगे.प्रधानमंत्री मोदी नेताजी की याद में एक स्मारक सिक्का और डाक टिकट भी जारी करेंगे.

कोलकाता के विक्टोरिया मेमोरियल में पराक्रम दिवस समारोह के उद्घाटन कार्यक्रम की वह अध्यक्षता करेंगे.सरकार ने पिछले दिनों नेताजी सुभाष चंद्र बोस की जयंती को 'पराक्रम दिवस' के तौर पर मनाने का निर्णय किया.

पढ़ें - असम दौरे पर पीएम मोदी, बोले- आत्मनिर्भर भारत को पूर्वोत्तर-असम दोनों का विकास जरूरी

गौरतलब है कि नेताजी सुभाष चंद्र बोस की 125वीं जयंती मनाने के लिए सरकार ने प्रधानमंत्री की अध्यक्षता में 85 सदस्यीय एक उच्च स्तरीय समिति का गठन किया है जो साल भर के कार्यक्रमों की रूपरेखा तैयार करेगी.

कोलकाता : प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी स्वतंत्रता सेनानी नेताजी सुभाष चंद्र बोस की जयंती पर यहां आयोजित पराक्रम दिवस समारोह में भाग लेने के लिए शनिवार को पश्चिम बंगाल की राजधानी कोलकाता पहुंचे. इस दौरान पीएम मोदी ने लोगों को संबोधित करते हुए कहा कि आज कोलकाता में आना मेरे लिए बहुत भावुक कर देने वाला क्षण है. बचपन से जब भी नेताजी सुभाष चंद्र बोस जी का नाम सुना, मैं किसी भी स्थिति-परिस्थिति में रहा, इस नाम से एक नई ऊर्जा से भर गया.

आज कोलकाता में आना मेरे लिए बहुत भावुक कर देने वाला क्षण है. बचपन से जब भी ये नाम सुना- नेताजी सुभाष चंद्र बोस, मैं किसी भी परिस्थिति में रहा हूं, ये नाम कान में पड़ते ही मैं एक नई ऊर्जा से भर गया.

पीएम ने कहा कि आज के ही दिन मां भारती की गोद में उस वीर सपूत ने जन्म लिया था, जिसने आजाद भारत के सपने को नई दिशा दी थी. आज के ही दिन गुलामी के अंधेरे में वो चेतना फूटी थी, जिसने दुनिया की सबसे बड़ी सत्ता के सामने खड़े होकर कहा था, मैं तुमसे आजादी मांगूंगा नहीं, छीन लूंगा.

उन्होंने कहा कि मैं नेताजी की 125वीं जयंती पर कृतज्ञ राष्ट्र की ओर से उन्हें नमन करता हूं. मैं आज बालक सुभाष को नेताजी बनाने वाली, उनके जीवन को तप, त्याग और तितिक्षा से गढ़ने वाली बंगाल की इस पुण्यभूमि को भी नमन करता हूं.

प्रधानमंत्री ने आगे कहा कि मैंने अनुभव किया है कि नेताजी का नाम सुनते ही हर कोई कितनी ऊर्जा से भर जाता है. नेताजी के जीवन की ऊर्जा जैसे उनके अंतर्मन से जुड़ गई है. उनकी ऊर्जा, आदर्श, तपस्या, त्याग देश के हर युवा के लिए बहुत बड़ी प्रेरणा है. आज जब भारत नेताजी की प्रेरणा से आगे बढ़ रहा है तो हम सभी का कर्तव्य है कि उनके योगदान को पीढ़ी दर पीढ़ी याद किया जाए. इसलिए देश ने ये तय किया है कि अब हर वर्ष हम नेताजी की जयंती, यानी 23 जनवरी को पराक्रम दिवस के रूप में मनाया करेंगे.

पीएम मोदी का संबोधन

पीएम मोदी ने कहा कि उनके जैसे फौलादी इरादों वाले व्यक्तित्व के लिए असंभव कुछ नहीं था. उन्होंने विदेश में जाकर देश से बाहर रहने वाले भारतीयों की चेतना को झकझोरा. उन्होंने पूरे देश से हर जाति, पंथ, हर क्षेत्र के लोगों को देश का सैनिक बनाया.

आज जब इस वर्ष देश अपनी आजादी के 75 वर्ष में प्रवेश करने वाला है, जब देश आत्मनिर्भर भारत के संकल्प के साथ आगे बढ़ रहा है, तब नेताजी का जीवन, उनका हर कार्य, उनका हर फैसला, हम सभी के लिए बहुत बड़ी प्रेरणा है.

नेताजी ने संकल्प लिया था भारत की जमीन पर आजाद भारत की आजाद सरकार की नींव रखेंगे. नेताजी ने अपना ये वादा भी पूरा करके दिखाया. उन्होंने अंडमान में अपने सैनिकों के साथ आकर तिरंगा फहराया.

पीएम मोदी का संबोधन

2018 में ही देश ने आज़ाद हिन्द सरकार के 75 साल को भी उतने ही धूमधाम से मनाया था. नेताजी ने दिल्ली दूर नहीं का नारा देकर लाल किले पर झंडा फैहराने का सपना देखा था, देश ने वो सपना पूरा किया.

पीएम ने कहा कि जब आजाद हिंद फौज की कैप में मैंने लाल किले पर झंडा फहराया था, उस वक्त मेरे मन मस्तिष्क में बहुत कुछ चल रहा था. बहुत से सवाल थे, बहुत सी बातें थीं, एक अलग अनुभूति थी। मैं नेताजी के बारे में सोच रहा था, देशवासियों के बारे में सोच रहा था.

नेताजी किसके लिए जीवन भर इतना रिस्क उठाते रहे- हमारे और आपके लिए। वो कई-कई दिनों तक आमरण अनशन किसके लिए करते रहे- आपके और हमारे लिए वो महीनों तक किसके लिए जेल की कोठरी में सजा भुगतते रहे- आपके और हमारे लिए.

पीएम मोदी ने आगे कहा कि विश्व युद्ध के माहौल में देशों के बीच पल-पल बदलते रिश्तों के बीच क्यों वो हर देश में जाकर भारत के लिए समर्थन मांग रहे थे? ताकि भारत आजाद हो सके, हम और आप आजाद भारत में सांस ले सकें.

उन्होंने कहा कि हिंदुस्तान का एक-एक व्यक्ति नेताजी का ऋणी है. 130 करोड़ से ज्यादा भारतीयों के शरीर में बहती रक्त की एक-एक बूंद नेताजी सुभाष की ऋणी है.

नेताजी भवन पहुंचे पीएम मोदी
इससे पहले पीएम नरेंद्र मोदी कोलकाता में विक्टोरिया मेमोरियल पहुंचे, जहां सीएम ममता बनर्जी और राज्यपाल जगदीप धनखड़ भी मौजूद हैं.

इस दौरान वहां बच्चों और बैंड ने प्रदर्शन किया. इसके बाद गायिका उषा उथुप ने कोलकाता के विक्टोरिया मेमोरियल में पीएम नरेंद्र मोदी की मौजूदगी में रवींद्रनाथ टैगोर की रचना 'एकला चोलो रे' गायी.

गायिका उषा उथुप

इससे पहले प्रधानमंत्री ने असम के शिवसागर जिले में स्थित जेरेंगा पठार के मूल निवासी और भूमिहीन परिवारों के लिए 1.6 लाख भूमि पट्टा आवंटन अभियान की शुरुआत की. प्रधानमंत्री कार्यालय ने ट्वीट कर बताया कि मोदी पराक्रम दिवस पर आयोजित कार्यक्रमों में भाग लेने कोलकाता पहुंच गए हैं.

सबसे पहले प्रधानमंत्री नेताजी भवन पहुंचे. इसके बाद वह नेशनल लाइब्रेरी का भी गए . वहां 21वीं सदी में नेताजी की विरासत का पुन:अवलोकन विषय पर एक अंतरराष्ट्रीय सम्मेलन आयोजित किया गया है. वहां कलाकारों की ओर से एक प्रदर्शनी भी लगाई गई है. प्रधानमंत्री कलाकारों और सम्मेलन में भाग लेने वाले प्रतिभागियों से संवाद करेंगे.

नेताजी के जीवन पर आधारित एक स्थायी प्रदर्शनी और एक प्रोजेक्शन मैपिंग शो का भी वह उद्घाटन करेंगे.प्रधानमंत्री मोदी नेताजी की याद में एक स्मारक सिक्का और डाक टिकट भी जारी करेंगे.

कोलकाता के विक्टोरिया मेमोरियल में पराक्रम दिवस समारोह के उद्घाटन कार्यक्रम की वह अध्यक्षता करेंगे.सरकार ने पिछले दिनों नेताजी सुभाष चंद्र बोस की जयंती को 'पराक्रम दिवस' के तौर पर मनाने का निर्णय किया.

पढ़ें - असम दौरे पर पीएम मोदी, बोले- आत्मनिर्भर भारत को पूर्वोत्तर-असम दोनों का विकास जरूरी

गौरतलब है कि नेताजी सुभाष चंद्र बोस की 125वीं जयंती मनाने के लिए सरकार ने प्रधानमंत्री की अध्यक्षता में 85 सदस्यीय एक उच्च स्तरीय समिति का गठन किया है जो साल भर के कार्यक्रमों की रूपरेखा तैयार करेगी.

Last Updated : Jan 23, 2021, 7:10 PM IST
ETV Bharat Logo

Copyright © 2024 Ushodaya Enterprises Pvt. Ltd., All Rights Reserved.