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लक्षद्वीप : अभिनेत्री आयशा सुल्ताना के खिलाफ देशद्रोह का मामला दर्ज - Police files sedition case

सामाजिक कार्यकर्ता और अभिनेत्री आयशा सुल्ताना पर पुलिस ने देशद्रोह का केस दर्ज किया है. उन्होंने लक्षद्वीप के प्रशासक से जुड़े एक मामले में टिप्पणी की थी, जिसके बाद लक्षद्वीप के भाजपा अध्यक्ष ने उनके खिलाफ शिकायत दर्ज कराई थी. जानिए क्या है पूरा मामला.

अभिनेत्री आयशा सुल्ताना
अभिनेत्री आयशा सुल्ताना
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Published : Jun 11, 2021, 4:26 PM IST

एर्नाकुलम (केरल) : सामाजिक कार्यकर्ता और अभिनेत्री आयशा सुल्ताना पर पुलिस ने देशद्रोह का केस दर्ज किया है. लक्षद्वीप के भाजपा अध्यक्ष सी.अब्दुल खादर ने आयशा के खिलाफ शिकायत दर्ज कराई थी. कवारत्ती थाने में मामला दर्ज किया गया है.

उस घटना में शिकायत दर्ज की गई थी जिसमें उन्होंने प्रशासक प्रफुल्ल के. पटेल को जैविक हथियार या जैव हथियार के रूप में वर्णित किया था.

ये है मामला

आयशा ने एक इंटरव्यू में कहा था कि 'केंद्र सरकार प्रफुल्ल पटेल को लक्षद्वीप के खिलाफ बायो-हथियार के रूप में उसी तरह इस्तेमाल कर रही है जैसे चीन ने अन्य देशों के खिलाफ कोरोना वायरस का इस्तेमाल किया था.' हालांकि आयशा सुल्ताना ने स्पष्ट किया कि वह प्रफुल्ल पटेल की बात कर रही थीं न कि देश या सरकार की.

आयशा ने फेसबुक पर लिखा कि यह वायरस लक्षद्वीप में प्रफुल्ल पटेल और उनके साथियों के माध्यम से फैला था, जहां एक साल से एक भी कोविड की सूचना नहीं मिली थी और इस संदर्भ में उनकी तुलना जैव-हथियार से की गई थी.

आयशा के समर्थन में उतरे साहित्यकार

लक्षद्वीप लिटरेरी वर्कर्स ग्रुप ने आयशा का समर्थन किया है. संगठन की ओर से कहा गया कि लक्षद्वीप का सांस्कृतिक समुदाय आयशा के साथ खड़ा रहेगा.

पढ़ें- सत्ता में बैठे लोगों की आलोचना करना प्रत्येक नागरिक का अधिकार : उमर अब्दुल्ला

लक्षद्वीप लिटरेरी वर्किंग ग्रुप ने कहा है कि आयशा के बयान को देशद्रोही बताना सही नहीं है.

एर्नाकुलम (केरल) : सामाजिक कार्यकर्ता और अभिनेत्री आयशा सुल्ताना पर पुलिस ने देशद्रोह का केस दर्ज किया है. लक्षद्वीप के भाजपा अध्यक्ष सी.अब्दुल खादर ने आयशा के खिलाफ शिकायत दर्ज कराई थी. कवारत्ती थाने में मामला दर्ज किया गया है.

उस घटना में शिकायत दर्ज की गई थी जिसमें उन्होंने प्रशासक प्रफुल्ल के. पटेल को जैविक हथियार या जैव हथियार के रूप में वर्णित किया था.

ये है मामला

आयशा ने एक इंटरव्यू में कहा था कि 'केंद्र सरकार प्रफुल्ल पटेल को लक्षद्वीप के खिलाफ बायो-हथियार के रूप में उसी तरह इस्तेमाल कर रही है जैसे चीन ने अन्य देशों के खिलाफ कोरोना वायरस का इस्तेमाल किया था.' हालांकि आयशा सुल्ताना ने स्पष्ट किया कि वह प्रफुल्ल पटेल की बात कर रही थीं न कि देश या सरकार की.

आयशा ने फेसबुक पर लिखा कि यह वायरस लक्षद्वीप में प्रफुल्ल पटेल और उनके साथियों के माध्यम से फैला था, जहां एक साल से एक भी कोविड की सूचना नहीं मिली थी और इस संदर्भ में उनकी तुलना जैव-हथियार से की गई थी.

आयशा के समर्थन में उतरे साहित्यकार

लक्षद्वीप लिटरेरी वर्कर्स ग्रुप ने आयशा का समर्थन किया है. संगठन की ओर से कहा गया कि लक्षद्वीप का सांस्कृतिक समुदाय आयशा के साथ खड़ा रहेगा.

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लक्षद्वीप लिटरेरी वर्किंग ग्रुप ने कहा है कि आयशा के बयान को देशद्रोही बताना सही नहीं है.

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