राजगढ़ (मध्य प्रदेश): देश में कोरोना की मार से बचने के लिए टीकों के लिए मारामारी हो रही है. लेकिन कई लोग अभी भी अंधविश्वास के सहारे इस मर्ज का इलाज ढूंढ रहे हैं. ऐसा ही एक मामला मध्य प्रदेश के राजगढ़ जिले से सामने आया है.
देवी के पानी से कोरोना का इलाज
मध्यप्रदेश के राजगढ़ जिले के खुजनेर थाना इलाके के चाटू खेड़ा में आस्था के नाम पर अंधविश्वास फैलाया जा रहा है. सरकार ने 1 जून से मध्य प्रदेश के कई जिलों में कोरोना कर्फ्यू में राहत देते हुए लॉकडाउन खोला गया था. कई जिलों में राहत दी गई थी. इस राहत के बाद कई जगहों पर भारी भीड़ देखने को मिल रही है. ऐसा ही एक मामला राजगढ़ जिले में भी आया है. यहां अंधविश्वास के नाम पर लोग एक जगह सैकड़ों की तादाद में इकट्ठा हो गए. चाटू खेड़ा गांव में लोग कोरोना वायरस से बेफिक्र होकर एक देवस्थल के चारों तरफ जुट गए. चर्चा थी कि मंदिर पर दो महिलाओं में देवता आए हैं.
ऐसे कोरोना भागेगा या और फैलेगा
मंदिर में सैकड़ों लोगों की भीड़ जमा हो गई और कहा गया कि मंदिर में देवी के पानी से किसी को कोरोना नहीं होगा. देवी के पानी को वहां मौजूद लोगों में प्रसाद के रूप में बांटा जाने लगा. इस दौरान सोशल डिस्टेंसिंग की धज्जियां उड़ाई गई. कथित देवता ने लोगों को पानी पिलाया और ये यकीन दिलाया कि अब गांव और इसके आसपास कोरोना वायरस नहीं आएगा.
थाने पहुंचा मामला
मंदर में लोगों की भीड़ और कोविड-19 से जुड़ी सावधानियों की धज्जियां उड़ने की तस्वीरें सोशल मीडिया पर खूब वायरल हो रही है. जिसके बाद ये मामला पुलिस थाने तक पहुंच गया. इस कार्यक्रम के आयोजकों समेत 4 लोगों पर पुलिस ने मामला दर्ज कर लिया है. इनमें दो महिलाएं भी शामिल हैं.
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