नई दिल्ली : संसद का मानसून सत्र (Parliament Monsoon Session) आज से शुरू हो गया. राज्य सभा में विपक्षी दलों के सदस्यों ने जमकर हंगामा किया. हंगामे के कारण पीएम मोदी के संबोधन (PM Modi Rajya Sabha Statement) के दौरान भी व्यवधान हुआ. लगातार हंगामा होने के कारण सदन में सुचारु कार्यवाही नहीं हो सकी और सदन को मंगलवार पूर्वाह्न 11 बजे तक के लिए स्थगित कर दिया गया.
राज्य सभा में आज निशिथ प्रमाणिक (Nisith Pramanik) की नागरिकता को लेकर जमकर हंगामा हुआ. तृणमूल सांसद शुखेन्दु शेखर रॉय और कांग्रेस नेता मल्लिकार्जुन खड़गे (Mallikarjun Kharge) ने इस मुद्दे को लेकर हंगामा किया. सदन के नेता पीयूष गोयल ने शुखेन्दु शेखर रॉय की टिप्पणी को आपत्तिजनक बताते हुए कहा कि इसे सदन की कार्यवाही से निकाला जाना चाहिए. इस पर उपसभापति हरिवंश ने कहा कि सांसदों की टिप्पणी का परीक्षण किया जाएगा.
कल तक स्थगित हुआ सदन
हंगामा नहीं थमने के कारण उपसभापति हरिवंश ने सदन की कार्यवाही तीन बजे तक के लिए स्थगित कर दी. हंगामा जारी रहने के कारण सदन को 3.30 बजे तक के लिए स्थगित किया गया. कार्यवाही दोबारा शुरू होने के बाद भी हंगामा नहीं थमा और सदन की कार्यवाही को मंगलवार पूर्वाह्न 11 बजे तक के लिए स्थगित कर दिया गया.
निशिथ प्रमाणिक की नागरिकता को लेकर हंगामा
इससे पहले निशिथ प्रमाणिक (Nisith Pramanik) के मुद्दे पर तृणमूल कांग्रेस के सुखेंदु शेखर रॉय ने नियमों का हवाला देते हुए कहा कि प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने अपनी मंत्रिपरिषद के जिन सहयोगियों की सूची आज सदन के पटल पर रखी है 'उनमें एक राज्यमंत्री कथित तौर पर बांग्लादेशी' हैं. राज्यसभा में विपक्ष के नेता मल्लिकार्जुन खड़गे ने कहा, 'वह बांग्लादेशी हैं या नहीं, यह जानने को मुझे पूरा अधिकार है.'
सदन के नेता पीयूष गोयल (Rajya Sabha Leader Piyush Goyal) ने विपक्षी सदस्यों के आरोपों को 'बेबुनियाद' करार दिया. गोयल ने दावा किया कि निशिथ प्रमाणिक को लेकर लगाए गए आरोपों में सच्चाई नहीं है. उन्होंने उपसभापति हरिवंश से इसे सदन की कार्यवाही से बाहर निकालने का आग्रह किया. उन्होंने कहा, 'जिस प्रकार की बेबुनियाद बातें सदन में रखने की कोशिश की जा रही है, उसकी हम घोर निंदा करते हैं. इसमें सत्यता नहीं है.'
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राज्य सभा में सदन के नेता पीयूष गोयल ने हंगामे को लेकर निराशा जताई. उन्होंने कहा कि संसदीय परंपरा के अंतर्गत मंत्रिमंडल विस्तार के बाद हमेशा पीएम मोदी का वक्तव्य होता आया है, ऐसे में विपक्ष का आचरण दुर्भाग्यपूर्ण है. गोयल ने कहा कि सभापति के आसन के साथ भी जिस तरीके का बर्ताव किया गया यह निराशाजनक है.
सभापति वेंकैया नायडू ने राज्य सभा में हंगामे को निराशाजनक बताया और सांसदों से लगातार सदन को सुचारु रूप से चलाने में सहयोग करने की अपील की. हालांकि, सांसदों का हंगामा 'प्वाइंट ऑफ ऑर्डर' के मुद्दे पर जारी रहा. इस पर सभापति ने कहा कि प्वाइंट ऑफ ऑर्डर का जिक्र केवल तभी किया जा सकता है, जब सदन व्यवस्थित हो और सांसद अपनी सीट पर हों.
सभापति वेंकैया नायडू हंगामा (Chairman Venkaiah Naidu) कर रहे सदस्यों से अपना स्थान लेने की अपील की, लेकिन आक्रोशित सांसद वेल में पहुंच गए. हंगामा थमता न देख सभापति वेंकैया नायडू ने राज्य सभा की कार्यवाही (Rajya Sabha Proceedings) दोपहर दो बजे तक के लिए स्थगित कर दी.
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इससे पहले लोक सभा में भी पीएम मोदी के वक्तव्य के दौरान सांसदों ने हंगामा किया. हालांकि, पीएम मोदी ने हंगामे के बीच ही अपना वक्तव्य समाप्त किया. इसके बाद साल 2021 में दिवंगत हुए पूर्व सांसदों को लोक सभा में श्रद्धांजलि दी गई. श्रद्धांजलि के बाद लोक सभा की कार्यवाही भी स्थगित कर दी गई.