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Budget Session 2023 : राहुल गांधी के बयान, अडाणी समूह के मुद्दे को लेकर लोस में हंगामा,का कार्यवाही पूरे दिन के लिए स्थगित

कांग्रेस नेता राहुल गांधी के द्वारा लंदन में दिए गए बयान और विपक्षी सदस्यों ने अडाणी समूह को लेकर जेपीसी से जांच की मांग को लेकर हंगामा किया. इस वजह से सदन की कार्यवाही दिनभर के लिए स्थगित कर दी गई.

Budget Session 2023
प्रतिकात्मक तस्वीर
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Published : Mar 15, 2023, 9:10 AM IST

Updated : Mar 15, 2023, 4:27 PM IST

नई दिल्ली : संसद के बजट सत्र के दूसरे चरण में लगातार तीसरे दिन बुधवार को लोकसभा में सत्ता पक्ष के सदस्यों ने कांग्रेस नेता राहुल गांधी द्वारा भारत के लोकतंत्र को लेकर लंदन में दिए गए बयान पर और विपक्षी सदस्यों ने अडाणी समूह से जुड़े मामले की संयुक्त संसदीय समिति (जेपीसी) से जांच की मांग को लेकर भारी हंगामा किया. सदस्यों के शोर-शराबे के कारण निचले सदन की कार्यवाही एक बार के स्थगन के बाद दोपहर 2 बजकर करीब 12 मिनट पर दिनभर के लिए स्थगित करनी पड़ी.

संसदीय कार्य मंत्री प्रह्लाद जोशी ने कहा कि सदन के सदस्य राहुल गांधी ने विदेश में लोकसभा अध्यक्ष पर आक्षेप किया है और संसद का अपमान किया. मंत्री ने कहा कि उन्होंने (राहुल गांधी ने) दूसरे देशों से हस्तक्षेप करने को कहा, यह घोर अपमान है. जोशी ने कहा कि उन्हें (राहुल गांधी को) माफी मांगनी चाहिए. संसदीय कार्य मंत्री ने सदन में तख्तियां दिखने वाले विपक्षी सदस्यों के खिलाफ भी आसन से कार्रवाई करने की मांग की.

  • #WATCH | Delhi: Opposition MPs, gather for a meeting at Rajya Sabha LoP and Congress president Mallikarjun Kharge's Parliament chamber over the Adani Group issue. pic.twitter.com/MHu9cLZkOA

    — ANI (@ANI) March 15, 2023 " class="align-text-top noRightClick twitterSection" data=" ">

एक बार के स्थगन के बाद अपराह्न दो बजे सदन की कार्यवाही शुरू होने पर सत्ता पक्ष और विपक्षी दलों के सदस्यों का हंगामा जारी रहा. कांग्रेस और कुछ अन्य विपक्षी दलों के सदस्य आसन के समीप आकर अडाणी समूह से जुड़े मुद्दे पर जेपीसी जांच की अपनी मांग को लेकर नारेबाजी करने लगे. कुछ विपक्षी सदस्यों के हाथों में तख्तियां भी थीं. वहीं, सत्तापक्ष के कुछ सदस्य अपने स्थानों पर खड़े होकर विदेश में राहुल गांधी के भारतीय लोकतंत्र को लेकर दिए गए बयान पर उनसे माफी की मांग करने लगे.

हंगामे के बीच ही, पीठासीन सभापति भर्तृहरि महताब ने सभा के पटल पर आवश्यक कागजात रखवाए. इस दौरान रक्षा राज्य मंत्री अजय भट्ट ने अंतर सेवा संगठन (कमान, नियंत्रण एवं अनुशासन) विधेयक, 2023 पेश किया. पीठासीन सभापति महताब ने सदस्यों से सदन की कार्यवाही चलने देने का आग्रह किया. उन्होंने कहा कि सदन विधायी कार्य करने का स्थान है और सदन चलाने की जवाबदेही केवल आसन की ही नहीं, बल्कि यह सभी सदस्यों का दायित्व है. महताब ने सदस्यों से सदन में तख्तियां दिखाने से भी मना किया.

  • Rahul Gandhi has returned to Delhi today from abroad. He is likely to attend Parliament today: Congress Sources

    (File photo) pic.twitter.com/YPn5ehySiK

    — ANI (@ANI) March 15, 2023 " class="align-text-top noRightClick twitterSection" data=" ">

पीठासीन सभापति महताब के आग्रह के बावजूद सदस्यों का शोर-शराबा जारी रहा. व्यवस्था बनता नहीं देख उन्होंने सदन की कार्यवाही दोपहर 2 बजकर करीब 12 मिनट पर दिनभर के लिए स्थगित कर दी. इससे पहले, सुबह सदन की बैठक शुरू होने पर लोकसभा अध्यक्ष ओम बिरला ने प्रश्नकाल चलाने का निर्देश दिया. लेकिन सत्ता पक्ष के सदस्यों ने राहुल गांधी द्वारा भारत के लोकतंत्र को लेकर लंदन में दिए गए बयान पर और विपक्षी सदस्यों ने अडाणी समूह से जुड़े मामले की संयुक्त संसदीय समिति (जेपीसी) से जांच की मांग को लेकर हंगामा शुरू कर दिया.

अध्यक्ष बिरला ने आसन के पास नारेबाजी कर रहे विपक्षी सदस्यों से अपने स्थान पर जाने का आग्रह करते हुए कहा कि यह सदन चर्चा और संवाद के लिए है, नीतियां बनाने के लिए है. उन्होंने कहा, 'अगर हम जनता का कल्याण करना चाहते हैं और सदन को लोकतंत्र का मंदिर मानते हैं तो कम से कम सदन पर टिप्पणी नहीं करें. यह संसद लोकतंत्र का मंदिर है, आस्था का केंद्र है. सदन के अंदर और सदन के बाहर कभी संसद पर टिप्पणी करना उचित नहीं है.'

लोकसभा अध्यक्ष ने आसन के पास तख्तियां दिखा रहे विपक्षी सदस्यों से कहा, 'मैं आपको चेतावनी दे रहा हूं कि यह सदन तख्तियां लाने के लिए नहीं है. सीटों पर जाइए. मैं आपको पर्याप्त समय और पर्याप्त मौका दूंगा. यह गलत तरीका है. कभी भी सदन में तख्तियां दिखाने, नारेबाजी की अनुमति नहीं है.' उन्होंने कहा, 'लोकतंत्र में तख्तियां दिखाने, नारेबाजी का अधिकार संसद से बाहर है.'

केंद्रीय मंत्री पीयूष गोयल ने लंदन में कांग्रेस नेता राहुल गांधी के बयान का उल्लेख करते हुए कहा, 'सदन के एक सदस्य विदेश में जाकर संसद का अपमान करते हैं. यह गंभीर विषय है. सख्त से सख्त कार्रवाई होनी चाहिए.' उन्होंने कहा कि यदि सदस्य (राहुल गांधी) माफी नहीं मांगते तो हंगामा कर रहे सदस्यों की जवाबदेही तय होनी चाहिए और यदि ये सदस्य इसी तरह तख्तियां दिखाते हैं तो इन्हें निलंबित किया जाए.'

बिरला ने हंगामा कर रहे सदस्यों से कहा, 'क्या यह आपके लिए उचित है. आप क्या संदेश देना चाहते हैं. सदस्यों का यह व्यवहार क्या उचित है.' हंगामा नहीं थमने पर अध्यक्ष बिरला ने सदन की बैठक शुरू होने के करीब पांच मिनट बाद ही कार्यवाही अपराह्न दो बजे तक स्थगित कर दी.

(पीटीआई-भाषा)

पढ़ें : Budget Session 2023: लोकसभा में सरकार ने कहा, वामपंथी उग्रवाद संबंधी हिंसा की घटनाएं 2020 में 77 प्रतिशत कम दर्ज

नई दिल्ली : संसद के बजट सत्र के दूसरे चरण में लगातार तीसरे दिन बुधवार को लोकसभा में सत्ता पक्ष के सदस्यों ने कांग्रेस नेता राहुल गांधी द्वारा भारत के लोकतंत्र को लेकर लंदन में दिए गए बयान पर और विपक्षी सदस्यों ने अडाणी समूह से जुड़े मामले की संयुक्त संसदीय समिति (जेपीसी) से जांच की मांग को लेकर भारी हंगामा किया. सदस्यों के शोर-शराबे के कारण निचले सदन की कार्यवाही एक बार के स्थगन के बाद दोपहर 2 बजकर करीब 12 मिनट पर दिनभर के लिए स्थगित करनी पड़ी.

संसदीय कार्य मंत्री प्रह्लाद जोशी ने कहा कि सदन के सदस्य राहुल गांधी ने विदेश में लोकसभा अध्यक्ष पर आक्षेप किया है और संसद का अपमान किया. मंत्री ने कहा कि उन्होंने (राहुल गांधी ने) दूसरे देशों से हस्तक्षेप करने को कहा, यह घोर अपमान है. जोशी ने कहा कि उन्हें (राहुल गांधी को) माफी मांगनी चाहिए. संसदीय कार्य मंत्री ने सदन में तख्तियां दिखने वाले विपक्षी सदस्यों के खिलाफ भी आसन से कार्रवाई करने की मांग की.

  • #WATCH | Delhi: Opposition MPs, gather for a meeting at Rajya Sabha LoP and Congress president Mallikarjun Kharge's Parliament chamber over the Adani Group issue. pic.twitter.com/MHu9cLZkOA

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एक बार के स्थगन के बाद अपराह्न दो बजे सदन की कार्यवाही शुरू होने पर सत्ता पक्ष और विपक्षी दलों के सदस्यों का हंगामा जारी रहा. कांग्रेस और कुछ अन्य विपक्षी दलों के सदस्य आसन के समीप आकर अडाणी समूह से जुड़े मुद्दे पर जेपीसी जांच की अपनी मांग को लेकर नारेबाजी करने लगे. कुछ विपक्षी सदस्यों के हाथों में तख्तियां भी थीं. वहीं, सत्तापक्ष के कुछ सदस्य अपने स्थानों पर खड़े होकर विदेश में राहुल गांधी के भारतीय लोकतंत्र को लेकर दिए गए बयान पर उनसे माफी की मांग करने लगे.

हंगामे के बीच ही, पीठासीन सभापति भर्तृहरि महताब ने सभा के पटल पर आवश्यक कागजात रखवाए. इस दौरान रक्षा राज्य मंत्री अजय भट्ट ने अंतर सेवा संगठन (कमान, नियंत्रण एवं अनुशासन) विधेयक, 2023 पेश किया. पीठासीन सभापति महताब ने सदस्यों से सदन की कार्यवाही चलने देने का आग्रह किया. उन्होंने कहा कि सदन विधायी कार्य करने का स्थान है और सदन चलाने की जवाबदेही केवल आसन की ही नहीं, बल्कि यह सभी सदस्यों का दायित्व है. महताब ने सदस्यों से सदन में तख्तियां दिखाने से भी मना किया.

  • Rahul Gandhi has returned to Delhi today from abroad. He is likely to attend Parliament today: Congress Sources

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    — ANI (@ANI) March 15, 2023 " class="align-text-top noRightClick twitterSection" data=" ">

पीठासीन सभापति महताब के आग्रह के बावजूद सदस्यों का शोर-शराबा जारी रहा. व्यवस्था बनता नहीं देख उन्होंने सदन की कार्यवाही दोपहर 2 बजकर करीब 12 मिनट पर दिनभर के लिए स्थगित कर दी. इससे पहले, सुबह सदन की बैठक शुरू होने पर लोकसभा अध्यक्ष ओम बिरला ने प्रश्नकाल चलाने का निर्देश दिया. लेकिन सत्ता पक्ष के सदस्यों ने राहुल गांधी द्वारा भारत के लोकतंत्र को लेकर लंदन में दिए गए बयान पर और विपक्षी सदस्यों ने अडाणी समूह से जुड़े मामले की संयुक्त संसदीय समिति (जेपीसी) से जांच की मांग को लेकर हंगामा शुरू कर दिया.

अध्यक्ष बिरला ने आसन के पास नारेबाजी कर रहे विपक्षी सदस्यों से अपने स्थान पर जाने का आग्रह करते हुए कहा कि यह सदन चर्चा और संवाद के लिए है, नीतियां बनाने के लिए है. उन्होंने कहा, 'अगर हम जनता का कल्याण करना चाहते हैं और सदन को लोकतंत्र का मंदिर मानते हैं तो कम से कम सदन पर टिप्पणी नहीं करें. यह संसद लोकतंत्र का मंदिर है, आस्था का केंद्र है. सदन के अंदर और सदन के बाहर कभी संसद पर टिप्पणी करना उचित नहीं है.'

लोकसभा अध्यक्ष ने आसन के पास तख्तियां दिखा रहे विपक्षी सदस्यों से कहा, 'मैं आपको चेतावनी दे रहा हूं कि यह सदन तख्तियां लाने के लिए नहीं है. सीटों पर जाइए. मैं आपको पर्याप्त समय और पर्याप्त मौका दूंगा. यह गलत तरीका है. कभी भी सदन में तख्तियां दिखाने, नारेबाजी की अनुमति नहीं है.' उन्होंने कहा, 'लोकतंत्र में तख्तियां दिखाने, नारेबाजी का अधिकार संसद से बाहर है.'

केंद्रीय मंत्री पीयूष गोयल ने लंदन में कांग्रेस नेता राहुल गांधी के बयान का उल्लेख करते हुए कहा, 'सदन के एक सदस्य विदेश में जाकर संसद का अपमान करते हैं. यह गंभीर विषय है. सख्त से सख्त कार्रवाई होनी चाहिए.' उन्होंने कहा कि यदि सदस्य (राहुल गांधी) माफी नहीं मांगते तो हंगामा कर रहे सदस्यों की जवाबदेही तय होनी चाहिए और यदि ये सदस्य इसी तरह तख्तियां दिखाते हैं तो इन्हें निलंबित किया जाए.'

बिरला ने हंगामा कर रहे सदस्यों से कहा, 'क्या यह आपके लिए उचित है. आप क्या संदेश देना चाहते हैं. सदस्यों का यह व्यवहार क्या उचित है.' हंगामा नहीं थमने पर अध्यक्ष बिरला ने सदन की बैठक शुरू होने के करीब पांच मिनट बाद ही कार्यवाही अपराह्न दो बजे तक स्थगित कर दी.

(पीटीआई-भाषा)

पढ़ें : Budget Session 2023: लोकसभा में सरकार ने कहा, वामपंथी उग्रवाद संबंधी हिंसा की घटनाएं 2020 में 77 प्रतिशत कम दर्ज

Last Updated : Mar 15, 2023, 4:27 PM IST
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