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बीमा संशोधन विधेयक में कई खामियां, स्थाई समिति के पास भेजे सरकार : खड़गे - Opposition claims Insurance Bill flawed

राज्यसभा द्वारा बीमा (संशोधन) विधेयक-2021 पारित होने के एक दिन बाद बीमा क्षेत्र में एफडीआई को बढ़ाकर 74 प्रतिशत करने के प्रयास को विपक्ष ने दोषपूर्ण करार दिया है. विपक्ष का कहना है कि इसे स्थायी समिति को भेजा जाना चाहिए. विस्तार से पढ़ें पूरी खबर...

Kharge
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Published : Mar 19, 2021, 3:34 PM IST

Updated : Mar 19, 2021, 10:54 PM IST

नई दिल्ली : सदन में विपक्ष के नेता मल्लिकार्जुन खड़गे ने मीडिया को संबोधित करते हुए कहा कि सरकार ने विदेशियों को स्वामित्व और नियंत्रण का प्रावधान पेश किया है. उन्होंने दावा किया कि इस बीमा विधेयक में कई खामियां हैं और इसे स्थाई समिति को भेजा जाना चाहिए.

प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी पर कटाक्ष करते हुए उन्होंने कहा कि एक समय था, जब ईस्ट इंडिया कंपनी ने हमारे देश में निवेश किया था. फिर उसने 150 वर्षों तक हमारे ऊपर शासन किया. उन्होंने कहा कि अब एक वेस्ट इंडियन कंपनी है जो निजीकरण में विश्वास करती है. वे उनकी मदद करने के लिए गुजरात से आए हैं.

खड़गे का कटाक्ष

उन्होंने कहा कि पीएम मोदी नई नीतियां लाते रहते हैं. कांग्रेस नेता ने यह भी आरोप लगाया कि केंद्र सरकार की आरक्षण प्रणाली को समाप्त करने की योजना है. जो ओबीसी, एससी-एसटी और यहां तक ​​कि ईडब्ल्यूएस कोटे से संबंधित लोगों को प्रभावित करने वाली है.

विपक्षी नेताओं ने बीमा संशोधन विधेयक के खिलाफ राज्यसभा में जोरदार विरोध किया था, क्योंकि यह विदेशी कंपनियों को भारत की बीमा कंपनियों के स्वामित्व और नियंत्रण में सक्षम बनाता है.

सरकार सार्वजनिक क्षेत्र को खत्म कर रही -मनोज झा
इस मामले पर बात करते हुए राजद सांसद मनोज झा ने कहा कि यह सरकार सार्वजनिक क्षेत्र को खत्म कर रही है, लेकिन अब भी यह कहने का दुस्साहस है कि हम लोगों के लिए काम कर रहे हैं. वे 'आत्मनिर्भरता' का दावा करते हैं, लेकिन इस मामले में 'स्व' तो चला गया केवल 'निर्भरता' बची है.

यह भी पढ़ें-ठीक से काम नहीं कर रही महाराष्ट्र सरकार, राज्य में लगे राष्ट्रपति शासन : नारायण राणे

जिस समय बेरोजगारी अपने चरम पर है, तब यह सरकार ऐसे बिल ला रही है जो रोजगार क्षेत्र को बहुत अधिक प्रभावित करने वाले हैं. गुरुवार को केंद्रीय वित्त मंत्री निर्मला सीतारमण ने बहस के दौरान कहा था कि उच्च विदेशी निवेश बीमा कंपनियों को उनकी बढ़ती पूंजी आवश्यकता को पूरा करने में मदद करेगा और देश में बीमा को आगे बढ़ाने में भी मदद करेगा.

नई दिल्ली : सदन में विपक्ष के नेता मल्लिकार्जुन खड़गे ने मीडिया को संबोधित करते हुए कहा कि सरकार ने विदेशियों को स्वामित्व और नियंत्रण का प्रावधान पेश किया है. उन्होंने दावा किया कि इस बीमा विधेयक में कई खामियां हैं और इसे स्थाई समिति को भेजा जाना चाहिए.

प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी पर कटाक्ष करते हुए उन्होंने कहा कि एक समय था, जब ईस्ट इंडिया कंपनी ने हमारे देश में निवेश किया था. फिर उसने 150 वर्षों तक हमारे ऊपर शासन किया. उन्होंने कहा कि अब एक वेस्ट इंडियन कंपनी है जो निजीकरण में विश्वास करती है. वे उनकी मदद करने के लिए गुजरात से आए हैं.

खड़गे का कटाक्ष

उन्होंने कहा कि पीएम मोदी नई नीतियां लाते रहते हैं. कांग्रेस नेता ने यह भी आरोप लगाया कि केंद्र सरकार की आरक्षण प्रणाली को समाप्त करने की योजना है. जो ओबीसी, एससी-एसटी और यहां तक ​​कि ईडब्ल्यूएस कोटे से संबंधित लोगों को प्रभावित करने वाली है.

विपक्षी नेताओं ने बीमा संशोधन विधेयक के खिलाफ राज्यसभा में जोरदार विरोध किया था, क्योंकि यह विदेशी कंपनियों को भारत की बीमा कंपनियों के स्वामित्व और नियंत्रण में सक्षम बनाता है.

सरकार सार्वजनिक क्षेत्र को खत्म कर रही -मनोज झा
इस मामले पर बात करते हुए राजद सांसद मनोज झा ने कहा कि यह सरकार सार्वजनिक क्षेत्र को खत्म कर रही है, लेकिन अब भी यह कहने का दुस्साहस है कि हम लोगों के लिए काम कर रहे हैं. वे 'आत्मनिर्भरता' का दावा करते हैं, लेकिन इस मामले में 'स्व' तो चला गया केवल 'निर्भरता' बची है.

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जिस समय बेरोजगारी अपने चरम पर है, तब यह सरकार ऐसे बिल ला रही है जो रोजगार क्षेत्र को बहुत अधिक प्रभावित करने वाले हैं. गुरुवार को केंद्रीय वित्त मंत्री निर्मला सीतारमण ने बहस के दौरान कहा था कि उच्च विदेशी निवेश बीमा कंपनियों को उनकी बढ़ती पूंजी आवश्यकता को पूरा करने में मदद करेगा और देश में बीमा को आगे बढ़ाने में भी मदद करेगा.

Last Updated : Mar 19, 2021, 10:54 PM IST
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