नई दिल्ली : केन्द्रीय जांच ब्यूरो (सीबीआई) ने धोखाधड़ी के एक मामले में अहमदाबाद के एक व्यक्ति से 9,30,000 डॉलर (लगभग 7.7 करोड़ रुपये) से अधिक मूल्य की क्रिप्टोकरेंसी जब्त की है. अधिकारियों ने यह जानकारी दी.
अधिकारियों ने बताया कि आरोपी रामावत शैशव ने कथित तौर पर खुद को ऑनलाइन विक्रेता कंपनी अमेजन के धोखाधड़ी विभाग के वरिष्ठ अधिकारी के रूप में पेश करके एक अमेरिकी नागरिक को अपने जाल में फंसाया था. अमेरिकी जांच एजेंसी 'संघीय जांच ब्यूरो' (एफबीआई) से मिली जानकारी के आधार पर सीबीआई ने शैशव के खिलाफ प्राथमिकी दर्ज की है.
अधिकारी ने बताया कि तलाशी के दौरान सीबीआई को शैशव के ई-वॉलेट में 28 बिटकॉइन, 22 इथेरियम, 25,572 रिपल और 77 यूएसडीटी मिले. उन्होंने बताया कि इन क्रिप्टोकरेंसी को जब्ती के समय सरकार के वॉलेट में स्थानांतरित कर दिया गया.
अधिकारी के मुताबिक, आरोपी ने कथित तौर पर पीड़ित को आश्वस्त किया था कि उसके अमेजन खाते में सेंध लगाने की कुछ लोग कोशिश कर रहे हैं जिससे उसके अमेजन खाते की सुरक्षा को खतरा है.
सीबीआई के प्रवक्ता ने कहा, 'आरोपी ने पीड़ित को अपने बैंक खातों से नकदी निकालने और उसे रॉकिटकॉइन एटीएम वॉलेट में बिटकॉइन में जमा करने के लिए प्रेरित किया तथा पीड़ित के साथ एक क्यूआर कोड भी साझा किया.'
प्रवक्ता ने बताया कि पीड़ित का विश्वास जीतने के लिए शैशव ने 20 सितंबर, 2022 को एक फर्जी ई-मेल भेजकर यह दावा किया कि यह मेल अमेरिका के संघीय व्यापार आयोग द्वारा जारी किया गया था.
अधिकारी ने कहा, लालच में आकर पीड़ित ने कथित तौर पर 30 अगस्त, 2022 से नौ सितंबर, 2022 के दौरान अलग-अलग तारीखों पर अपने बैंक खातों से 130,000 अमेरिकी डॉलर की राशि निकाली और उसे आरोपी द्वारा दिए गए बिटकॉइन खाते में जमा कर दिया.
अधिकारी के मुताबिक, शैशव ने कथित तौर पर इस राशि का दुरुपयोग किया था. प्रवक्ता ने बताया, 'आरोपी के अहमदाबाद स्थित परिसरों में तलाशी के दौरान उसके क्रिप्टो वॉलेट से लगभग 9,39,000 डॉलर मूल्य की बिटकॉइन, एथेरियम, रिपल, यूएसडीटी आदि क्रिप्टोकरेंसी और आपत्तिजनक सामग्री की बरामदगी और जब्ती हुई है.
उन्होंने बताया कि धोखाधड़ी मामले में शैशव के दो साथियों की भूमिका भी सामने आई है. सीबीआई ने अहमदाबाद में उनके परिसरों की भी तलाशी ली और उसके मोबाइल फोन, लैपटॉप एवं अन्य डिजिटल उपकरण जब्त कर लिए.
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