देहरादूनः प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी के वेडिंग डेस्टिनेशन उत्तराखंड पर जोर दिए जाने के बाद अब इस दिशा में लोगों का रुझान बढ़ने लगा है. वर्तमान स्थिति यह है कि जहां पहले त्रियुगीनारायण मंदिर में शादी के लिए कुछ समय पहले ही बुकिंग होती थी तो वहीं अब 3 से 6 महीने पहले ही गेस्ट हाउस की बुकिंग शुरू होने लगी है. अभी तक 'वेडिंग इन उत्तराखंड' के लिए 300 कॉल्स आ गई है, जिसमें ज्यादातर कॉल्स त्रियुगीनारायण मंदिर के लिए है. यूपी और हरियाणा से वेडिंग डेस्टिनेशन लिए तमाम आवेदन भी आ रहे हैं. ऐसे में गढ़वाल मंडल विकास निगम (जीएमवीएन) ने गढ़वाल क्षेत्र में मुख्य रूप से पांच ऐसे जगह को चिन्हित किया है जिसे वेडिंग डेस्टिनेशन के रूप में इस्तेमाल किया जा सकेगा.
डेस्टिनेशन उत्तराखंड, ग्लोबल इन्वेस्टर्स समिट 2023 को लेकर 8 और 9 दिसंबर को देहरादून के एफआरआई में कार्यक्रम का आयोजन किया गया था. दो दिवसीय कार्यक्रम के पहले दिन प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने समिट का शुभारंभ किया. उस दौरान पीएम मोदी ने वेडिंग डेस्टिनेशन उत्तराखंड पर जोर दिया था. साथ ही कहा था कि जो भी अरबपति और अपने परिवार की शादियां विदेशों में करते हैं, अगर वे अपने परिवार से जुड़ी एक शादी भी उत्तराखंड में करते हैं तो इससे उत्तराखंड को बड़ा फायदा पहुंचेगा. इससे प्रदेश की न सिर्फ आर्थिकी बढ़ेगी बल्कि स्थानीय स्तर पर लोगों को रोजगार भी मिल सकेगा.
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त्रियुगीनारायण मंदिर में शादी का बढ़ रहा क्रेज: पीएम मोदी के 'वेडिंग इन उत्तराखंड' के वक्तव्य का असर देखने को मिलने लगा है. हालांकि, जहां एक ओर शासन और प्रशासन स्तर पर वेडिंग डेस्टिनेशन पर जोर दिया जा रहा है, तो वहीं उत्तराखंड में शादी करने के लिए लोगों में काफी उत्साह भी देखा जा रहा है. क्योंकि, खासकर यूपी और हरियाणा से लोग कॉल करके वेडिंग डेस्टिनेशन से जुड़ी तमाम जानकारियां ले रहे हैं. अभी तक सैकड़ों लोग कॉल करके जानकारी ले चुके हैं. मुख्यरूप से अधिकांश लोग त्रियुगीनारायण मंदिर में शादी के लिए इच्छा जाता रहे हैं. इसके साथ ही जीएमवीएन के गेस्ट हाउस में बुकिंग की जानकारी भी ले रहे हैं.
5 वेडिंग डेस्टिनेशन चिन्हित: ज्यादा जानकारी देते हुए जीएमवीएन के एमडी विनोद गोस्वामी ने बताया कि निगम की ओर से वेडिंग डेस्टिनेशन को प्रमोट किया जा रहा है. इसके साथ ही मुख्य रूप से पांच मेजर डेस्टिनेशन चिन्हित किए गए हैं. जिन जगहों पर गढ़वाल मंडल विकास निगम के गेस्ट हाउस और ओपन स्पेस है. इसके तहत विश्व प्रसिद्ध त्रियुगीनारायण मंदिर को और अधिक विकसित किया जाना है. दूसरा, रुद्रप्रयाग में मंदाकिनी नदी के किनारे स्थित तिलवाड़ा गेस्ट हाउस में वेडिंग डेस्टिनेश को और अधिक विस्तार देने पर काम किया जाएगा.
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इसी क्रम में तीसरा ऋषिकेश स्थित गंगा रिसॉर्ट जो मां गंगा के किनारे बना हुआ है. चौथा डेस्टिनेशन देहरादून से सटे यमुना घाटी में मौजूद डाकपत्थर गेस्ट हाउस को वेडिंग के लिए प्रमोट किया जा रहा है. इसके साथ ही श्रीनगर में अलकनंदा नदी के किनारे मौजूद गेस्ट हाउस के समीप खुली जगह है जिसे वेडिंग डेस्टिनेशन के रूप में प्रमोट किया जा रहा है. फोकस इस बात पर किया जा रहा है कि बारात घर के साथ ही आने वाले सभी गेस्ट को सुविधाएं उपलब्ध कराई जा सके.
15 दिन में आईं 300 कॉल्स: एमडी विनोद ने कहा कि पीएम नरेंद्र मोदी के संबोधन के बाद जानकारियों के लिए फोन कॉल्स बढ़ गई हैं. त्रियुगीनारायण मंदिर में अगले 6 महीने बाद होने वाली शादियों की बुकिंग होने लग गई है. जबकि पहले एक दो महीने पहले ही बुकिंग होती थी. त्रियुगीनारायण मंदिर के समीप ज्यादा खुली जगह नहीं है और ना ही ज्यादा होटल वहां मौजूद हैं. जिसके चलते लोग 6 महीने पहले ही बुकिंग करने लग गए हैं. हालांकि, जो लोग बुकिंग कर रहे हैं उसमें उत्तराखंड से बाहर के लोगों के साथ ही उत्तराखंड के लोग भी शामिल हैं. अभी तक उत्तराखंड में वेडिंग डेस्टिनेशन के लिए 300 से ज्यादा कॉल्स आ गई हैं. जिसमें अधिकतर कॉल्स त्रियुगीनारायण मंदिर के लिए रही. उन्होंने बताया मंदिर में अगले 6 माह के लिए तकरीबन 50 से 60 शादी की बुकिंग हो चुकी है.