हैदराबाद: तेलंगाना के मुख्यमंत्री के. चन्द्रशेखर राव ने बुधवार को कहा कि राज्य में 2014 में टीआरएस सरकार बनने के बाद से अभी तक ईंधन की कीमतों में कोई वृद्धि नहीं की गई है और केन्द्र सरकार को राज्य से कर घटाने के लिए कहने का कोई अधिकार नहीं है. तेलंगाना राष्ट्र समिति के 21वें स्थापना दिवस समारोह के समापन पर केसीआर ने कोविड-19 हालात पर प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी द्वारा किए गए वीडियो कांफ्रेंस को ‘ड्रामा कांफ्रेंस’ करार दिया.
मुख्यमंत्री केसीआर ने कहा, ‘प्रधानमंत्री ने कोरोना हालात पर मुख्यमंत्रियों के साथ वीडियो कांफ्रेंस की. उसमें उन्होंने (मोदी) ईधन पर कर घटाने की बात कही। क्या एक प्रधानमंत्री इस तरह से बात कर सकते हैं? उन्होंने कहा कि यही मोदी जनता को लेकर चिंतित होते तो उनकी सरकार ने पेट्रोल/डीजल की कीमतें नहीं बढ़ाई होतीं, उपकर (cess) भी नहीं बढ़ाया होता. तेलंगाना राज्य के गठन के बाद हमने कभी भी पेट्रोल/डीजल की कीमतें नहीं बढ़ाईं। इन्हें केन्द्र की भाजपा नीत सरकार ने बढ़ाया है. हमने कर नहीं बढ़ाए हैं, फिर हमें कटौती क्यों करनी चाहिए? ‘यह अवांछित और अनावश्यक है. केसीआर ने प्रश्न किया कि क्या केन्द्र सरकार को राज्यों से कर घटाने को कहने में शर्म नहीं आ रही है, जबकि कीमतें उसने बढ़ाई हैं?
केसीआर ने कहा कि देश को राजनीतिक मोर्चे की नहीं बल्कि विकास के पथ पर ले जाने वाला एजेंडा चाहिए. इसकी शुरुआत एक प्वाइंट से होनी चाहिए. भाजपा को हराने के लिए सभी दलों को एकजुट होने के आह्वान पर राव ने कहा कि यह एक "बुरा एजेंडा" है. सत्तारूढ़ दलों को गद्दी से हटाना हमारा एजेंडा नहीं होना चाहिए. राजनीतिक दलों को मदद करने के बजाए लोगों की मदद करना हमारा उद्देश्य होना चाहिए. कई प्रधानमंत्री और केंद्र सरकार ने देश पर शासन किया. यह सरकारों का नहीं बल्कि लोगों के जीवन स्तर में बदलाव का एजेंडा है. सभी वर्गों को खुशी के साथ रहने के अवसर मिलने चाहिए.
इसी कारण लोग केसीआर से एक राजनीतिक मोर्चे की घोषणा करने की उम्मीद कर रहे हैं. मुख्यमंत्री राव ने देश के विकास के लिए एक ऐसी प्रक्रिया अपनाने पर जोर दिया जो तेलंगाना के विकास के समान है. उन्होंने कहा कि टीआरएस के युवा विधायकों ने भारत राष्ट्र समिति गठित करने का अनुरोध किया. नेताओं से इस तरह के विचार सामने आ रहे हैं. राज्य सरकार की उपलब्धियों पर प्रकाश डालते हुए राव ने कहा कि तेलंगाना विकास लक्ष्यों को प्राप्त करने की दिशा में तेजी से आगे बढ़ रहा है और देश में रोल मॉडल के रूप में भी उभरा है. पेयजल आपूर्ति, सिंचाई, बिजली और सभी गरीब वर्गों के कल्याण में अप्रत्याशित परिणाम सामने आए हैं.
अपने प्रति व्यक्ति सकल राज्य घरेलू उत्पाद के लिए राज्य की सराहना करते हुए राव ने कहा कि यह देश की प्रति व्यक्ति जीडीपी से अधिक है. तेलंगाना के गठन के समय, जीएसडीपी 5 लाख करोड़ रुपये थी और अब यह दोगुना यानी 11.50 लाख करोड़ रुपये तक पहुंच गया है. अगर केंद्र ने तेलंगाना के बराबर प्रदर्शन किया होता, तो राज्य का जीएसडीपी 14.5 लाख करोड़ रुपये को पार कर जाता. यह सीएजी और अन्य आर्थिक विशेषज्ञों द्वारा देखा गया है और यह एक स्पष्ट उदाहरण है कि केंद्र ने तेलंगाना की तरह अच्छा प्रदर्शन नहीं किया. तेलंगाना ने अन्य राज्यों को पीछे छोड़ दिया है और प्रति व्यक्ति आय को दोगुना कर 2.78 लाख रुपये कर दिया है. तेलंगाना प्रति व्यक्ति बिजली खपत, शून्य फ्लोराइड और हर घर में नल के पानी के कनेक्शन में नंबर एक है.
धान खरीद को लेकर केंद्र पर निशाना साधते हुए टीआरएस अध्यक्ष ने यह भी कहा कि तेलंगाना उस स्तर पर पहुंच गए हैं जहां केंद्र उच्च उत्पादन के कारण सभी कृषि उपज खरीदने के लिए तैयार नहीं है. इसे देखते हुए कि पार्टी का विस्तार हुआ है और राज्य की रक्षा के लिए एक "अजेय राजनीतिक संगठन" के रूप में उभरा है, राव ने कहा कि टीआरएस के पास लॉन्च के समय कोई कार्यालय नहीं था और अब वह दिल्ली में अपना पार्टी कार्यालय बना रही है. पार्टी ने 8.50 करोड़ रुपये की लागत से भूमि खरीदी और निर्माण पर लगभग 10 करोड़ रुपये खर्च होगा. अगले 6 से 7 महीने में भवन का निर्माण कार्य पूरा हो जाएगा. हैदराबाद और वारंगल को छोड़कर 31 जिलों में पार्टी कार्यालय खुल गए हैं.
यह भी पढ़ें-केंद्र के साथ विवाद के बीच केसीआर बोले- तेलंगाना के हर गांव में खोले जाएंगे धान खरीद केंद्र
एएनआई