मुंबई : कार्डेलिया क्रूज ड्रग मामला सामने आने के बाद राकांपा नेता नवाब मलिक एनसीबी अधिकारी समीर वानखेड़े पर लगातार हमले कर रहे हैं. अल्पसंख्यक मामलों के मंत्री और राकांपा नेता नवाब मलिक ने शुक्रवार को समीर वानखेड़े की पत्नी क्रांति रेडकर द्वारा मुख्यमंत्री को लिखे गए पत्र पर बयान दिया. इसके अलावा उन्होंने राजनीतिक विपक्षी भाजपा को भी चेतावनी दी. मलिक ने कहा कि असली लड़ाई विधानसभा के शीतकालीन सत्र में लड़ी जाएगी.
मुंबई क्रूज ड्रग्स मामले समेत अन्य मामलों की जांच को लेकर एनसीबी पर सवाल खड़े करते हुए नवाब मलिक ने कहा कि वानखेड़े का यह आरोप कि परिवार के सदस्यों को बेवजह घसीटा जा रहा है, गलत है. उन्होंने कहा कि उनकी लड़ाई परिवार या धर्म के खिलाफ नहीं बल्कि अन्याय के खिलाफ है.
नवाब मलिक ने कहा कि एनसीबी के एक अधिकारी ने उनके पास पत्र भेजा. उस पर कोई नाम नहीं था. मैंने वह पत्र एनसीबी को दिया. पत्र में 26 मामलों का जिक्र है. नाइजीरिया से जुड़े मामले का भी जिक्र पत्र में जिक्र किया गया है.
उन्होंने कहा कि एक मध्यस्थ ने खुलासा किया कि उसने कोरे कागज पर हस्ताक्षर किए थे. ऐसे में पत्र में लिखी गई बातों की जांच होनी चाहिए.
एनसीबी अधिकारी समीर वानखेड़े की पत्नी क्रांति रेडकर (Kranti Redkar) को लेकर शिवसेना सांसद संजय राउत ने कहा है कि क्रांति रेडकर का इससे क्या लेना-देना है ? उन्होंने कहा कि लड़ाई एनसीपी, एनसीबी व अन्य के बीच है.
राउत ने कहा कि क्रांति रेडकर की कोई व्यक्तिगत आलोचना नहीं की जा रही है. उन्होंने कहा कि सवाल सच और झूठ की लड़ाई का है. उन्होंने कहा कि हम क्रांति रेडकर से प्यार करते हैं. वह एक मराठी लड़की है, उसके साथ गलत व्यवहार नहीं किया जाएगा.
यह भी पढ़ें- नवाब मलिक बोले- आर्यन को एनसीबी ऑफिस ले जाने वाला शख्स सलाखों के पीछे
शिवसेना सांसद संजय राउत ने कहा कि भले ही आज बालासाहेब नहीं हैं, लेकिन उद्धव ठाकरे हैं. शिवसेना बालासाहेब के विचारों से चलती है. उन्होंने कहा कि ठाकरे की सरकार है, पवार साहब हैं, सब ठीक है. महाराष्ट्र में किसी के साथ अन्याय नहीं होगा.