जालना (महाराष्ट्र) : मराठा आरक्षण की मांग को लेकर राज्य में जगह-जगह विरोध प्रदर्शन हो रहे हैं. वहीं कई स्थानों पर मराठा समुदाय में इसको लेकर आक्रोश बढ़ता जा रहा है. वहीं पिछले सात दिनों से भूख हड़ताल कर रहे मनोज जरांगे पाटिल (Manoj Jarange Patil) की तबियत भी खराब हो रही है. हालांकि जरांगे पाटिल ने मीडिया से बातचीत में उन्होंने मराठा प्रदर्शनकारियों से शांतिपूर्वक विरोध करने की अपील की
मनोज जरांगे ने सरकार को चेतावनी देते हुए कहा कि आप आंशिक आरक्षण देंगे तो मैं नहीं लूंगा. सतारी में मीडिया से उन्होंने कहा कि किसी को भी आत्महत्या नहीं करनी चाहिए. उन्होंने कहा कि मैं कल से पानी पी रहा हूं. उन्होंने कहा कि आपको भोजन के लिए लड़ना चाहिए. जरांगे ने कहा कि मराठा समाज को कुनबी प्रमाण पत्र दिया जाए. उन्होंने यह भी कहा कि समिति के पास आरक्षण के कई सबूत हैं.
उन्होंने कहा कि आंशिक मराठा आरक्षण हमें स्वीकार्य नहीं है. उन्होंने मराठा आरक्षण के लिए अलग से सम्मेलन आयोजित किए जाने की बात कही. उनका कहना था कि जिनको लेना है वे कुनबी से आरक्षण ले लें. कुनबी में 60 फीसदी मराठाओं को आरक्षण मिल रहा है. जरांगे ने यह भी कहा कि 2004 के जीआर मराठा और कुनबी एक है, इसको सही किया जाना चाहिए. उन्होंने यह भी कहा कि राजनीतिक नेताओं पर गांव का प्रतिबंध अभी भी जारी है. आगे उन्होंने प्रदर्शनकारियों को निर्देश देते हुए कहा कि महाराष्ट्र में मराठा समुदाय 100 फीसदी शांतिपूर्ण है और इसे जारी रखें. उन्होंने कहा कि मृत्यु तक अनशन करें. नेता के पास जाने की जरूरत नहीं है और उन्हें यहां आने की इजाजत भी नहीं है. मनोज जरांगे ने कहा कि मराठा समाज को अपना धैर्य बनाए रखना चाहिए.
जालना जिले में इंटरनेट सेवाएं निलंबित
मराठों के लिए आरक्षण की मांग को लेकर चल रहे आंदोलन के दौरान मराठवाड़ा क्षेत्र में हुई हिंसक घटनाओं के मद्देनजर महाराष्ट्र के जालना जिले में इंटरनेट सेवाएं निलंबित कर दी गई हैं। पुलिस ने मंगलवार को यह जानकारी दी. एक अधिकारी ने बताया कि आंदोलन के दौरान हिंसा और आगजनी से जुड़ी अफवाहों को फैलने से रोकने के लिए एहतियात के तौर पर स्थानीय प्रशासन के एक आदेश पर जालना जिले में इंटरनेट सेवाएं निलंबित कर दी गईं.
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