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अग्निपथ योजना के तहत भर्ती के लिए अधिसूचना जारी, जुलाई से पंजीकरण

भारतीय सेना के नोटिफिकेशन के मुताबिक 8वीं और 10वीं पास युवा भी इसमें अप्लाई कर सकते हैं. बताया गया है कि अग्निपथ योजना के तहत चार साल के लिए भर्ती किया जाएगा. इनको किसी तरह की पेंशन या ग्रेजुएटी नहीं मिलेगी.

इंडियन आर्मी ने जारी किया नोटिफिकेशन
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Published : Jun 20, 2022, 1:52 PM IST

Updated : Jun 20, 2022, 7:36 PM IST

नई दिल्ली: देश के कई हिस्सों में जारी विरोध प्रदर्शनों के बीच सोमवार को सेना ने अग्निपथ योजना के तहत सैनिकों की भर्ती के लिए अधिसूचना जारी की. इसके लिए ऑनलाइन पंजीकरण अगले महीने से शुरू होगा. एक अधिसूचना में सेना ने कहा कि नए मॉडल के तहत नौकरी के इच्छुक सभी उम्मीदवारों के लिए सेना की भर्ती वेबसाइट पर ऑनलाइन पंजीकरण अनिवार्य है जो जुलाई से शुरू होगी. सेना ने कहा कि अग्निवीर भारतीय सेना में एक अलग रैंक बनाया जाएगा, जो कि किसी भी अन्य मौजूदा रैंक से अलग होगा. सेना ने कहा कि अग्निवीर के लिए शासकीय गोपनीयता अधिनियम, 1923 के तहत किसी भी अनधिकृत व्यक्ति या स्रोत को चार साल की सेवा अवधि के दौरान प्राप्त विशिष्ट जानकारी का खुलासा करने पर रोक रहेगी.

अधिसूचना में कहा गया है कि अग्निवीर योजना के माध्यम से नामांकित कर्मियों को समय-समय पर चिकित्सा जांच और जारी किए गए आदेशों के अनुसार शारीरिक/लिखित/फिल्ड टेस्ट से गुजरना होगा. इस प्रकार के प्रदर्शन को नियमित कैडर में नामांकन के लिए विचार किया जाएगा. सेना ने कहा कि संगठनात्मक आवश्यकताओं और नीतियों के आधार पर अग्निवीर को प्रत्येक बैच में उनकी सेवा की अवधि पूरी होने पर नियमित कैडर में नामांकन के लिए आवेदन करने का अवसर प्रदान किया जाएगा.

अधिसूचना में कहा गया है, 'इन आवेदनों पर सेना वस्तुनिष्ठ मानदंडों के आधार पर केंद्रीकृत तरीके से विचार करेगी, जिसमें सेवा की अवधि के दौरान उनका प्रदर्शन शामिल है और अग्निवीर के प्रत्येक विशिष्ट बैच के 25 प्रतिशत से अधिक को चार साल सेवा की अवधि पूरी होने के बाद नियमित कैडर में शामिल नहीं किया जाएगा.'

सामान्य ड्यूटी के लिए शैक्षणिक योग्यता
अधिसूचना में कहा गया है कि सामान्य ड्यूटी के लिए आवेदकों का कक्षा 10 में कुल 45 प्रतिशत अंकों के साथ पास होना और प्रत्येक विषय में 33 प्रतिशत अंक होना अनिवार्य है. विमानन इकाई सहित अग्निवीर के तकनीकी कैडर के लिए, उम्मीदवारों को भौतिकी, रसायन विज्ञान, गणित और अंग्रेजी में 50 प्रतिशत तथा प्रत्येक विषय में 40 प्रतिशत के साथ कक्षा 12 को उत्तीर्ण करना होगा.

क्लर्क या स्टोरकीपर (तकनीकी) पदों के लिए योग्यता: क्लर्क या स्टोरकीपर (तकनीकी) के पदों के लिए आवेदन करने वालों को, किसी भी स्ट्रीम में कुल 60 प्रतिशत अंक और प्रत्येक विषय में 50 प्रतिशत अंक के साथ 12वीं पास करने की जरूरत होगी. इस कैडर के लिए अंग्रेजी और गणित/अकाउंट/बुक-कीपिंग में 50 प्रतिशत अंक अनिवार्य हैं. 'ट्रेडमैन हेडिंग' के तहत सेना ने अग्निवीर के लिए दो श्रेणियां- एक 10वीं पास करने वालों के लिए और दूसरी 8वीं पास वालों के लिए रखी हैं. अधिसूचना में कहा गया है कि दोनों श्रेणियों में कुल अंकों की कोई शर्त नहीं है, लेकिन उम्मीदवारों के प्रत्येक विषय में 33 प्रतिशत अंक होने चाहिए.

अधिसूचना के अनुसार, सामान्य प्रवेश परीक्षा में आवेदकों की कुछ श्रेणियों जैसे कि सैनिक के बेटे (एसओएस), पूर्व सैनिक के बेटे (एसओईएक्स), युद्ध में जान गंवाने वाले सैनिकों के बेटे (एसओडब्ल्यूडब्ल्यू), पूर्व सैनिक की विधवा के बेटे (एसओडब्ल्यू) को 20 बोनस अंक दिए जाएंगे. इसी तरह राष्ट्रीय कैडेट कोर (एनसीसी) 'ए' और 'बी' प्रमाणपत्र धारकों को भी कुछ अंक मिलेंगे. सेना ने कहा कि सेवा की शर्तों को पूरा करने से पहले अनुरोध पर किसी अग्निवीर को सेवा से मुक्ति की अनुमति नहीं है. सेना ने कहा, 'हालांकि, सबसे दुर्लभ मामलों में अगर सक्षम प्राधिकारी द्वारा मंजूरी दी जाती है तो इस योजना के तहत लिए गए कर्मियों को सेवामुक्त किया जा सकता है.'

अग्निपथ योजना की घोषणा 14 जून को की गई थी. इस योजना के तहत साढ़े 17 वर्ष से 21 वर्ष की आयु के बीच के युवाओं को केवल चार साल के लिए भर्ती करने का नियम है, जिसमें से 25 प्रतिशत को 15 और वर्षों तक बनाए रखने का प्रावधान है. बाद में, सरकार ने 2022 में भर्ती के लिए ऊपरी आयु सीमा बढ़ाकर 23 वर्ष कर दी. सेना ने कहा कि नयी भर्तियां सेना अधिनियम, 1950 के प्रावधानों के अधीन होंगी और ये अग्निवीर जमीन, समुद्र या हवा में जहां कहीं भी आदेश दिया जाएगा, वहां जाने के लिए उत्तरदायी होंगे.

दस्तावेज के अनुसार 18 वर्ष से कम आयु के कर्मियों के लिए, नामांकन प्रपत्र पर माता-पिता या अभिभावकों के हस्ताक्षर की आवश्यकता होगी. अग्निवीर नियमित सेवा करने वालों के लिए 90 दिनों के अवकाश की तुलना में वर्ष में 30 दिनों के अवकाश के लिए पात्र होंगे. चिकित्सकीय सलाह के आधार पर चिकित्सा अवकाश प्रदान किया जाएगा.

बताया गया है कि अग्निपथ योजना के तहत चार साल के लिए भर्ती किया जाएगा. इनको किसी तरह की पेंशन या ग्रेजुएटी नहीं मिलेगी. इसके अलावा सैनिकों को मिलने वाली कैंटीन की सुविधा भी अग्नीवीरों को नहीं मिलेगी.

अग्निवीर की सैलरी कितनी होगी?
पहले साल- 30 हजार रुपये महीने

दूसरे साल- 33 हजार रुपये महीना

तीसरे साल- 36,500 रुपये महीना

चौथे साल- 40 हजार रुपये महीना

ऊपर बताये गए पैकेज में से 30 फीसदी हर महीने अलग जमा किया जाएगा. इतना ही पैसा सरकार अपनी तरफ से जमा करेगी. चार साल की सेवा खत्म होन पर सेवा निधि के तौर पर करीब 12 लाख रुपये (ब्याज मिलाकर) प्रत्येक अग्निवर को मिलेंगे. सेवा निधि पर इनकम टैक्स नहीं लगेगा.

25 फीसदी को भारतीय सेना में लिया जाएगा: सर्विस के चार साल पूरे होने के बाद हर बैच के 25 फीसदी अग्नीवीरों को भारतीय सेना में भर्ती कर लिया जाएगा. ये 25 फीसदी अग्नीवीर भारतीय सेना में 25 साल और नौकरी कर सकेंगे.

कितने दिन की मिलेगी छुट्टी? बताया गया है कि अग्नीवीरों को साल में कुल 30 छुट्टियां मिलेंगी. वहीं बीमार होने पर कितने दिन की छुट्टी मिलेगी यह बीमारी पर तय होगा.

नई दिल्ली: देश के कई हिस्सों में जारी विरोध प्रदर्शनों के बीच सोमवार को सेना ने अग्निपथ योजना के तहत सैनिकों की भर्ती के लिए अधिसूचना जारी की. इसके लिए ऑनलाइन पंजीकरण अगले महीने से शुरू होगा. एक अधिसूचना में सेना ने कहा कि नए मॉडल के तहत नौकरी के इच्छुक सभी उम्मीदवारों के लिए सेना की भर्ती वेबसाइट पर ऑनलाइन पंजीकरण अनिवार्य है जो जुलाई से शुरू होगी. सेना ने कहा कि अग्निवीर भारतीय सेना में एक अलग रैंक बनाया जाएगा, जो कि किसी भी अन्य मौजूदा रैंक से अलग होगा. सेना ने कहा कि अग्निवीर के लिए शासकीय गोपनीयता अधिनियम, 1923 के तहत किसी भी अनधिकृत व्यक्ति या स्रोत को चार साल की सेवा अवधि के दौरान प्राप्त विशिष्ट जानकारी का खुलासा करने पर रोक रहेगी.

अधिसूचना में कहा गया है कि अग्निवीर योजना के माध्यम से नामांकित कर्मियों को समय-समय पर चिकित्सा जांच और जारी किए गए आदेशों के अनुसार शारीरिक/लिखित/फिल्ड टेस्ट से गुजरना होगा. इस प्रकार के प्रदर्शन को नियमित कैडर में नामांकन के लिए विचार किया जाएगा. सेना ने कहा कि संगठनात्मक आवश्यकताओं और नीतियों के आधार पर अग्निवीर को प्रत्येक बैच में उनकी सेवा की अवधि पूरी होने पर नियमित कैडर में नामांकन के लिए आवेदन करने का अवसर प्रदान किया जाएगा.

अधिसूचना में कहा गया है, 'इन आवेदनों पर सेना वस्तुनिष्ठ मानदंडों के आधार पर केंद्रीकृत तरीके से विचार करेगी, जिसमें सेवा की अवधि के दौरान उनका प्रदर्शन शामिल है और अग्निवीर के प्रत्येक विशिष्ट बैच के 25 प्रतिशत से अधिक को चार साल सेवा की अवधि पूरी होने के बाद नियमित कैडर में शामिल नहीं किया जाएगा.'

सामान्य ड्यूटी के लिए शैक्षणिक योग्यता
अधिसूचना में कहा गया है कि सामान्य ड्यूटी के लिए आवेदकों का कक्षा 10 में कुल 45 प्रतिशत अंकों के साथ पास होना और प्रत्येक विषय में 33 प्रतिशत अंक होना अनिवार्य है. विमानन इकाई सहित अग्निवीर के तकनीकी कैडर के लिए, उम्मीदवारों को भौतिकी, रसायन विज्ञान, गणित और अंग्रेजी में 50 प्रतिशत तथा प्रत्येक विषय में 40 प्रतिशत के साथ कक्षा 12 को उत्तीर्ण करना होगा.

क्लर्क या स्टोरकीपर (तकनीकी) पदों के लिए योग्यता: क्लर्क या स्टोरकीपर (तकनीकी) के पदों के लिए आवेदन करने वालों को, किसी भी स्ट्रीम में कुल 60 प्रतिशत अंक और प्रत्येक विषय में 50 प्रतिशत अंक के साथ 12वीं पास करने की जरूरत होगी. इस कैडर के लिए अंग्रेजी और गणित/अकाउंट/बुक-कीपिंग में 50 प्रतिशत अंक अनिवार्य हैं. 'ट्रेडमैन हेडिंग' के तहत सेना ने अग्निवीर के लिए दो श्रेणियां- एक 10वीं पास करने वालों के लिए और दूसरी 8वीं पास वालों के लिए रखी हैं. अधिसूचना में कहा गया है कि दोनों श्रेणियों में कुल अंकों की कोई शर्त नहीं है, लेकिन उम्मीदवारों के प्रत्येक विषय में 33 प्रतिशत अंक होने चाहिए.

अधिसूचना के अनुसार, सामान्य प्रवेश परीक्षा में आवेदकों की कुछ श्रेणियों जैसे कि सैनिक के बेटे (एसओएस), पूर्व सैनिक के बेटे (एसओईएक्स), युद्ध में जान गंवाने वाले सैनिकों के बेटे (एसओडब्ल्यूडब्ल्यू), पूर्व सैनिक की विधवा के बेटे (एसओडब्ल्यू) को 20 बोनस अंक दिए जाएंगे. इसी तरह राष्ट्रीय कैडेट कोर (एनसीसी) 'ए' और 'बी' प्रमाणपत्र धारकों को भी कुछ अंक मिलेंगे. सेना ने कहा कि सेवा की शर्तों को पूरा करने से पहले अनुरोध पर किसी अग्निवीर को सेवा से मुक्ति की अनुमति नहीं है. सेना ने कहा, 'हालांकि, सबसे दुर्लभ मामलों में अगर सक्षम प्राधिकारी द्वारा मंजूरी दी जाती है तो इस योजना के तहत लिए गए कर्मियों को सेवामुक्त किया जा सकता है.'

अग्निपथ योजना की घोषणा 14 जून को की गई थी. इस योजना के तहत साढ़े 17 वर्ष से 21 वर्ष की आयु के बीच के युवाओं को केवल चार साल के लिए भर्ती करने का नियम है, जिसमें से 25 प्रतिशत को 15 और वर्षों तक बनाए रखने का प्रावधान है. बाद में, सरकार ने 2022 में भर्ती के लिए ऊपरी आयु सीमा बढ़ाकर 23 वर्ष कर दी. सेना ने कहा कि नयी भर्तियां सेना अधिनियम, 1950 के प्रावधानों के अधीन होंगी और ये अग्निवीर जमीन, समुद्र या हवा में जहां कहीं भी आदेश दिया जाएगा, वहां जाने के लिए उत्तरदायी होंगे.

दस्तावेज के अनुसार 18 वर्ष से कम आयु के कर्मियों के लिए, नामांकन प्रपत्र पर माता-पिता या अभिभावकों के हस्ताक्षर की आवश्यकता होगी. अग्निवीर नियमित सेवा करने वालों के लिए 90 दिनों के अवकाश की तुलना में वर्ष में 30 दिनों के अवकाश के लिए पात्र होंगे. चिकित्सकीय सलाह के आधार पर चिकित्सा अवकाश प्रदान किया जाएगा.

बताया गया है कि अग्निपथ योजना के तहत चार साल के लिए भर्ती किया जाएगा. इनको किसी तरह की पेंशन या ग्रेजुएटी नहीं मिलेगी. इसके अलावा सैनिकों को मिलने वाली कैंटीन की सुविधा भी अग्नीवीरों को नहीं मिलेगी.

अग्निवीर की सैलरी कितनी होगी?
पहले साल- 30 हजार रुपये महीने

दूसरे साल- 33 हजार रुपये महीना

तीसरे साल- 36,500 रुपये महीना

चौथे साल- 40 हजार रुपये महीना

ऊपर बताये गए पैकेज में से 30 फीसदी हर महीने अलग जमा किया जाएगा. इतना ही पैसा सरकार अपनी तरफ से जमा करेगी. चार साल की सेवा खत्म होन पर सेवा निधि के तौर पर करीब 12 लाख रुपये (ब्याज मिलाकर) प्रत्येक अग्निवर को मिलेंगे. सेवा निधि पर इनकम टैक्स नहीं लगेगा.

25 फीसदी को भारतीय सेना में लिया जाएगा: सर्विस के चार साल पूरे होने के बाद हर बैच के 25 फीसदी अग्नीवीरों को भारतीय सेना में भर्ती कर लिया जाएगा. ये 25 फीसदी अग्नीवीर भारतीय सेना में 25 साल और नौकरी कर सकेंगे.

कितने दिन की मिलेगी छुट्टी? बताया गया है कि अग्नीवीरों को साल में कुल 30 छुट्टियां मिलेंगी. वहीं बीमार होने पर कितने दिन की छुट्टी मिलेगी यह बीमारी पर तय होगा.

Last Updated : Jun 20, 2022, 7:36 PM IST
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