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भारत की वैक्सीन योजना विफल, चीन ने बांग्लादेश को ईद के उपहार में वैक्सीन भेजीं - बांग्लादेश एयर फोर्स

कोविड सुनामी और वैक्सीन की कमी से प्रभावित भारत ने चीन को कोविड टीकों के साथ बांग्लादेश में एक बार फिर कदम जमाने का मौका दे दिया है. पढ़िए वरिष्ठ पत्रकार संजीब कुमार बरुआ की रिपोर्ट.

चीन ने बांग्लादेश को भेजा ईद का उपहार
चीन ने बांग्लादेश को भेजा ईद का उपहार
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Published : May 13, 2021, 7:07 PM IST

नई दिल्ली : बुधवार को स्थानीय समयानुसार सुबह 5:30 बजे, बांग्लादेश एयर फोर्स (BAF) का C-130J ट्रांसपोर्ट प्लेन ढाका हवाई अड्डे पर उतरा, जो चीन से पूरे सिनफार्मा के टीके लेकर आया. इसे दक्षिण एशियाई देश द्वारा ईद के तोहफे के रूप में भी देखा गया जा रहा है.

चीन के बने टीकों को हाल ही में विश्व स्वास्थ्य संगठन (डब्ल्यूएचओ) द्वारा आपातकालीन उपयोग के लिए साइनोफर्म वैक्सीन को मंजूरी मिलने के बाद बांग्लादेश को पांच लाख खुराक का उपहार दिया गया है.

चीन का यह कदम मूल रूप से भारत से खरीदे जाने वाले कोविशिल्ड (एस्ट्राजेनेका) टीकों के के लिए महत्वपूर्ण है क्योंकि भारत में कोविड मामलों की बढ़ती तादाद के बीच वैक्सीन की कमी बनी हुई है.

रणनीतिक दृष्टिकोण से भारत और चीन दोनों ढाका में अपने-अपने प्रभाव का विस्तार करने की कोशिश कर रहे हैं.

बांग्लादेश ने मारी पलटी?

भारत के बांग्लादेश को अनुबंधित टीकों की आपूर्ति करने में असमर्थ होने के बाद , चीन ने कठोर कदम बढ़ाए हैं.

इस पूरे प्रकरण में बांग्लादेश द्वारा पलटी मार लेना स्पष्ट रूप से चिकित्सा आपातकाल के इन अभूतपूर्व समय में रणनीति और बाहरी संबंधों पर टीकों की पकड़ को रेखांकित करता है.

बुधवार को चीनी टीकों से भरे विमान को प्राप्त करने के बाद बांग्लादेश के विदेश मंत्री डॉ एके अब्दुल मोमेन ने वैक्सीन हैंडओवर समारोह में कहा कि हम चीन के शुक्रगुजार हैं, वे बहुत सहयोगी हैं. हम चीन से और अधिक वैक्सीन खुराक की उम्मीद करते हैं.

यह कहते हुए कि चीन पिछले वर्षों में बांग्लादेश का मित्र बन गया है, मोमेन ने कहा कि हम बेहतर दिनों की आशा करते हैं. इस दौरान बांग्लादेश में चीनी राजदूत ली जिमिंग भी मोमेन के बगल में खड़ी थीं. बांग्लादेश के विदेश मंत्री का टोनदो दिन पहले से विपरीत था.

बांग्लादेश के क्वाड ग्रुप में शामिल होने के खिलाफ चेतावनी देने वाले राजदूत लिस के बयान से घबराए हुए विदेश मंत्री मेमन ने तब कहा था कि बांग्लादेश किसी भी अन्य देश के साथ अपने संबंधों को तय करने के लिए स्वतंत्र है.

ढाका में विदेशी दूतों से सार्वजनिक रूप से बोलते हुए शालीनता और मर्यादा बनाए रखने का आग्रह करते हुए कहा था कि मोमेन ने कहा था कि हम एक स्वतंत्र और संप्रभु राज्य हैं. हम अपनी विदेश नीति तय करते हैं.

गौरतलब है कि सोमवार (मई 10, 2021) को बांग्लादेश के क्वाड ग्रुपिंग में शामिल होने की संभावना के बारे में पूछे जाने पर राजदूत ली ने कड़ा रुख अपनाया था. ली ने स्पष्ट रूप से कहा था कि चार देशों के इस छोटे से क्लब में भाग लेना बांग्लादेश के लिए अच्छा नहीं होगा, क्योंकि यह हमारे द्विपक्षीय संबंधों को काफी नुकसान पहुंचाएगा.

क्वाड ग्रुपिंग में अमेरिका, भारत, जापान और ऑस्ट्रेलिया शामिल हैं और इसे एक चीन विरोधी प्लेटफॉर्म पर आधारित गठबंधन के रूप में देखा जाता है.

पढ़ें - कब्रिस्तान में जगह नहीं, दो ईसाइयों का हिंदू रीति रिवाज से हुआ अंतिम संस्कार

भारत की स्थिति

16 जनवरी, 2021 को देशव्यापी टीकाकरण अभियान शुरू करने के बाद भारत केवर 2.5 प्रतिशत लोगों की ही कवर कर पाया है.

गुरुवार को भारत ने 3,62,727 नए संक्रमण दर्ज किए, जिससे कुल मामलों की संख्या बढ़कर 2,37,03,665 हो गई. हर रोज 4,000 का मौतों के आंकड़े के साथ कुल मिलाकर मृतकों की संख्या 2,58,317 हो गई है.

टीकों की भारी कमी के कारण, महाराष्ट्र, कर्नाटक और राष्ट्रीय राजधानी दिल्ली जैसे कई राज्यों ने 18-44 वर्ष की आयु के लोगों के टीकाकरण को रोकने का फैसला किया है, जो 1 मई 2021 को शुरू हुआ था.

चिंताजनक बात यह है कि कोविड -19 वायरस तेजी से ग्रामीण क्षेत्रों में फैल रहा है.

टीके की कमी के अलावा, मामलों की अचानक सुनामी ने चिकित्सा और स्वास्थ्य प्रणाली को भी प्रभावित किया है.

भारतीय-निर्मित टीकों से अपने छोटे पड़ोसियों की सहायता करने को लेकर शुरू में काफी उत्साहित भारत अब खुद टीकों की कमी को महसूस कर रहा है. इस बीच चीन ने भारत की भारत की वैक्सीन डिप्लोमेसी को पछाड़ दिया.

नई दिल्ली : बुधवार को स्थानीय समयानुसार सुबह 5:30 बजे, बांग्लादेश एयर फोर्स (BAF) का C-130J ट्रांसपोर्ट प्लेन ढाका हवाई अड्डे पर उतरा, जो चीन से पूरे सिनफार्मा के टीके लेकर आया. इसे दक्षिण एशियाई देश द्वारा ईद के तोहफे के रूप में भी देखा गया जा रहा है.

चीन के बने टीकों को हाल ही में विश्व स्वास्थ्य संगठन (डब्ल्यूएचओ) द्वारा आपातकालीन उपयोग के लिए साइनोफर्म वैक्सीन को मंजूरी मिलने के बाद बांग्लादेश को पांच लाख खुराक का उपहार दिया गया है.

चीन का यह कदम मूल रूप से भारत से खरीदे जाने वाले कोविशिल्ड (एस्ट्राजेनेका) टीकों के के लिए महत्वपूर्ण है क्योंकि भारत में कोविड मामलों की बढ़ती तादाद के बीच वैक्सीन की कमी बनी हुई है.

रणनीतिक दृष्टिकोण से भारत और चीन दोनों ढाका में अपने-अपने प्रभाव का विस्तार करने की कोशिश कर रहे हैं.

बांग्लादेश ने मारी पलटी?

भारत के बांग्लादेश को अनुबंधित टीकों की आपूर्ति करने में असमर्थ होने के बाद , चीन ने कठोर कदम बढ़ाए हैं.

इस पूरे प्रकरण में बांग्लादेश द्वारा पलटी मार लेना स्पष्ट रूप से चिकित्सा आपातकाल के इन अभूतपूर्व समय में रणनीति और बाहरी संबंधों पर टीकों की पकड़ को रेखांकित करता है.

बुधवार को चीनी टीकों से भरे विमान को प्राप्त करने के बाद बांग्लादेश के विदेश मंत्री डॉ एके अब्दुल मोमेन ने वैक्सीन हैंडओवर समारोह में कहा कि हम चीन के शुक्रगुजार हैं, वे बहुत सहयोगी हैं. हम चीन से और अधिक वैक्सीन खुराक की उम्मीद करते हैं.

यह कहते हुए कि चीन पिछले वर्षों में बांग्लादेश का मित्र बन गया है, मोमेन ने कहा कि हम बेहतर दिनों की आशा करते हैं. इस दौरान बांग्लादेश में चीनी राजदूत ली जिमिंग भी मोमेन के बगल में खड़ी थीं. बांग्लादेश के विदेश मंत्री का टोनदो दिन पहले से विपरीत था.

बांग्लादेश के क्वाड ग्रुप में शामिल होने के खिलाफ चेतावनी देने वाले राजदूत लिस के बयान से घबराए हुए विदेश मंत्री मेमन ने तब कहा था कि बांग्लादेश किसी भी अन्य देश के साथ अपने संबंधों को तय करने के लिए स्वतंत्र है.

ढाका में विदेशी दूतों से सार्वजनिक रूप से बोलते हुए शालीनता और मर्यादा बनाए रखने का आग्रह करते हुए कहा था कि मोमेन ने कहा था कि हम एक स्वतंत्र और संप्रभु राज्य हैं. हम अपनी विदेश नीति तय करते हैं.

गौरतलब है कि सोमवार (मई 10, 2021) को बांग्लादेश के क्वाड ग्रुपिंग में शामिल होने की संभावना के बारे में पूछे जाने पर राजदूत ली ने कड़ा रुख अपनाया था. ली ने स्पष्ट रूप से कहा था कि चार देशों के इस छोटे से क्लब में भाग लेना बांग्लादेश के लिए अच्छा नहीं होगा, क्योंकि यह हमारे द्विपक्षीय संबंधों को काफी नुकसान पहुंचाएगा.

क्वाड ग्रुपिंग में अमेरिका, भारत, जापान और ऑस्ट्रेलिया शामिल हैं और इसे एक चीन विरोधी प्लेटफॉर्म पर आधारित गठबंधन के रूप में देखा जाता है.

पढ़ें - कब्रिस्तान में जगह नहीं, दो ईसाइयों का हिंदू रीति रिवाज से हुआ अंतिम संस्कार

भारत की स्थिति

16 जनवरी, 2021 को देशव्यापी टीकाकरण अभियान शुरू करने के बाद भारत केवर 2.5 प्रतिशत लोगों की ही कवर कर पाया है.

गुरुवार को भारत ने 3,62,727 नए संक्रमण दर्ज किए, जिससे कुल मामलों की संख्या बढ़कर 2,37,03,665 हो गई. हर रोज 4,000 का मौतों के आंकड़े के साथ कुल मिलाकर मृतकों की संख्या 2,58,317 हो गई है.

टीकों की भारी कमी के कारण, महाराष्ट्र, कर्नाटक और राष्ट्रीय राजधानी दिल्ली जैसे कई राज्यों ने 18-44 वर्ष की आयु के लोगों के टीकाकरण को रोकने का फैसला किया है, जो 1 मई 2021 को शुरू हुआ था.

चिंताजनक बात यह है कि कोविड -19 वायरस तेजी से ग्रामीण क्षेत्रों में फैल रहा है.

टीके की कमी के अलावा, मामलों की अचानक सुनामी ने चिकित्सा और स्वास्थ्य प्रणाली को भी प्रभावित किया है.

भारतीय-निर्मित टीकों से अपने छोटे पड़ोसियों की सहायता करने को लेकर शुरू में काफी उत्साहित भारत अब खुद टीकों की कमी को महसूस कर रहा है. इस बीच चीन ने भारत की भारत की वैक्सीन डिप्लोमेसी को पछाड़ दिया.

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