ETV Bharat / bharat

आईएईए-ईरान परमाणु समझौते पर संकट को टालने के लिए हुए सहमत

अंतरराष्ट्रीय परमाणु ऊर्जा एजेंसी के अध्यक्ष और ईरान के परमाणु चीफ एक समझौते पर पहुंच गए हैं, जो ईरान के 2015 के परमाणु समझौते को बहाल करने की संभावना पर मंडरा रहे संकट को रोकेगा.

iran nuclear deal
iran nuclear deal
author img

By

Published : Sep 13, 2021, 12:21 AM IST

हैदराबाद : अंतरराष्ट्रीय परमाणु ऊर्जा एजेंसी (आईएईए) के महानिदेशक राफेल ग्रॉसी (Rafael Grossi) शनिवार देर रात तेहरान पहुंचे और ईरान के परमाणु ऊर्जा संगठन के नए प्रमुख मोहम्मद इस्लामी से मुलाकात की. ईरान के राष्ट्रपति इब्राहिम रईसी के नए प्रशासन के दौरान ग्रॉसी की तेहरान की यह पहली यात्रा थी. राष्ट्रपति रईसी ने 29 अगस्त को इस्लामी को नए परमाणु प्रमुख के रूप में नियुक्त किया था.

दोनों पक्षों ने बैठक को 'रचनात्मक' बताया और सहमति व्यक्त की कि वे इस महीने के अंत में वियना में आईएईए के आम सम्मेलन के दौरान चर्चा जारी रखेंगे.

उन्होंने यह भी सहमति व्यक्त की कि एजेंसी के निगरानी कैमरों के मेमोरी कार्ड को बदलने के लिए ग्रॉसी जल्द ही फिर से तेहरान की यात्रा करेंगे, जिसे अभी भी ईरानी संसद द्वारा दिसंबर में पारित कानून के अनुरूप रखा जाएगा. ईरान ने फरवरी से कह रहा है कि वह वियना सम्मेलन में एक समझौते पर पहुंचने के बाद ही आईएईए को टेप सौंपेगा, जिससे अमेरिका द्वारा लगाए गए प्रतिबंध हट जाएंगे.

यूरेनियम का उच्च संवर्धन
रिपोर्ट में कहा गया है कि ईरान आईएईए के रिकॉर्डिंग उपकरण पर पर्याप्त रूप से सहयोग करने में विफल रहा है, जिनमें से कुछ एक घटना के बाद नष्ट हो गए होंगे. साथ ही ईरान यूरेनियम संवर्धन को फिर से शुरू कर रहा है, और कई स्थानों पर परमाणु सामग्री पर पूर्ण स्पष्टीकरण नहीं दिया है.

ईरान ने इन रिपोर्टों को दरकिनार करते हुए यूरेनियम संवर्धन दोगुना कर दिया और आईएईए से अपनी स्वतंत्रता बनाए रखने और राजनीतिक चालों से दूर रहने को कहा.

रिपोर्ट के अनुसार, इस बैठक में कथित तौर पर रूस द्वारा मदद की गई थी, जो सोमवार को IAEA बोर्ड ऑफ गवर्नर्स के अगले सम्मेलन में ईरान के खिलाफ एक प्रस्ताव के पक्ष में नहीं था, क्योंकि यह परमाणु समझौते की वार्ता को पटरी से उतार सकता था.

राष्ट्रपति रईसी ने इस महीने की शुरुआत में चेतावनी दी थी कि वियना सम्मेलन में ईरान के खिलाफ निंदा बातचीत की मेज पर वापसी को नकारात्मक रूप से प्रभावित कर सकती है, जिस पर 20 जुलाई से छठे दौर की वार्ता समाप्त होने के बाद से ईरान नहीं लौटा है.

यह भी पढ़ें- भारत, अमेरिका उभरते ईंधन पर सहयोग के लिए सहमत

आईएईए ने पिछले सप्ताह अपनी एक गोपनीय त्रैमासिक रिपोर्ट में सदस्य देशों से कहा था कि फरवरी से उसकी सत्यापन एवं निगरानी गतिविधियां बुरी तरह प्रभावित हुई हैं कयोंकि ईरान निरीक्षकों को निगरानी उपकरणों का फुटेज नहीं लेने दे रहा है.

हैदराबाद : अंतरराष्ट्रीय परमाणु ऊर्जा एजेंसी (आईएईए) के महानिदेशक राफेल ग्रॉसी (Rafael Grossi) शनिवार देर रात तेहरान पहुंचे और ईरान के परमाणु ऊर्जा संगठन के नए प्रमुख मोहम्मद इस्लामी से मुलाकात की. ईरान के राष्ट्रपति इब्राहिम रईसी के नए प्रशासन के दौरान ग्रॉसी की तेहरान की यह पहली यात्रा थी. राष्ट्रपति रईसी ने 29 अगस्त को इस्लामी को नए परमाणु प्रमुख के रूप में नियुक्त किया था.

दोनों पक्षों ने बैठक को 'रचनात्मक' बताया और सहमति व्यक्त की कि वे इस महीने के अंत में वियना में आईएईए के आम सम्मेलन के दौरान चर्चा जारी रखेंगे.

उन्होंने यह भी सहमति व्यक्त की कि एजेंसी के निगरानी कैमरों के मेमोरी कार्ड को बदलने के लिए ग्रॉसी जल्द ही फिर से तेहरान की यात्रा करेंगे, जिसे अभी भी ईरानी संसद द्वारा दिसंबर में पारित कानून के अनुरूप रखा जाएगा. ईरान ने फरवरी से कह रहा है कि वह वियना सम्मेलन में एक समझौते पर पहुंचने के बाद ही आईएईए को टेप सौंपेगा, जिससे अमेरिका द्वारा लगाए गए प्रतिबंध हट जाएंगे.

यूरेनियम का उच्च संवर्धन
रिपोर्ट में कहा गया है कि ईरान आईएईए के रिकॉर्डिंग उपकरण पर पर्याप्त रूप से सहयोग करने में विफल रहा है, जिनमें से कुछ एक घटना के बाद नष्ट हो गए होंगे. साथ ही ईरान यूरेनियम संवर्धन को फिर से शुरू कर रहा है, और कई स्थानों पर परमाणु सामग्री पर पूर्ण स्पष्टीकरण नहीं दिया है.

ईरान ने इन रिपोर्टों को दरकिनार करते हुए यूरेनियम संवर्धन दोगुना कर दिया और आईएईए से अपनी स्वतंत्रता बनाए रखने और राजनीतिक चालों से दूर रहने को कहा.

रिपोर्ट के अनुसार, इस बैठक में कथित तौर पर रूस द्वारा मदद की गई थी, जो सोमवार को IAEA बोर्ड ऑफ गवर्नर्स के अगले सम्मेलन में ईरान के खिलाफ एक प्रस्ताव के पक्ष में नहीं था, क्योंकि यह परमाणु समझौते की वार्ता को पटरी से उतार सकता था.

राष्ट्रपति रईसी ने इस महीने की शुरुआत में चेतावनी दी थी कि वियना सम्मेलन में ईरान के खिलाफ निंदा बातचीत की मेज पर वापसी को नकारात्मक रूप से प्रभावित कर सकती है, जिस पर 20 जुलाई से छठे दौर की वार्ता समाप्त होने के बाद से ईरान नहीं लौटा है.

यह भी पढ़ें- भारत, अमेरिका उभरते ईंधन पर सहयोग के लिए सहमत

आईएईए ने पिछले सप्ताह अपनी एक गोपनीय त्रैमासिक रिपोर्ट में सदस्य देशों से कहा था कि फरवरी से उसकी सत्यापन एवं निगरानी गतिविधियां बुरी तरह प्रभावित हुई हैं कयोंकि ईरान निरीक्षकों को निगरानी उपकरणों का फुटेज नहीं लेने दे रहा है.

ETV Bharat Logo

Copyright © 2024 Ushodaya Enterprises Pvt. Ltd., All Rights Reserved.