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हीरा व्यापारियों को बजट से राहत मिलने की उम्मीद - टैक्स में रियायत

गुजरात केरा व्यापारियों को उम्मीद है कि उन्हें इस बार टैक्स में रियायत दी जाएगी. हीरा व्यापारियों ने सरकार से मांग की है कि उन्हें हीरा इकाइयों में इस्तेमाल होने वाली मशीनरी पर सब्सिडी देनी चाहिए.

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Published : Jan 29, 2021, 3:41 PM IST

Updated : Jan 29, 2021, 5:07 PM IST

अहमदाबाद : गुजरात के हीरा व्यापारियों को उम्मीद है कि उन्हें इस बार टैक्स में रियायत दी जाएगी. सूरत में 4,000 से अधिक छोटी और बड़ी हीरा इकाइयां हैं, जिनमें पांच लाख से अधिक श्रमिक कार्यरत हैं. दुनिया में 10 हीरों में से नौ सूरत में काटे और पॉलिश किए जाते हैं.

हीरा व्यापारियों को सरकार से उम्मीद है कि उन्हें कर में छूट दी जाएगी, छोटे व्यापारियों को प्रोत्साहन दिया जाएगा. इसके अलावा उन्हें अत्याधुनिक मशीनरी के लिए अनुदान मिलने की उम्मीद है.

सरकार से यह भी अपेक्षा की जा रही है कि वह हीरा कामगारों के लिए आवासीय योजनाएं शुरू करे, काम के घंटे कम करे और निर्यात बढ़ाएगी.

हीरा व्यापारियों को बजट से राहत मिलनी की उम्मीद

हीरा व्यापारियों ने सरकार से कोविड महामारी को ध्यान में रखते हुए इन उपायों को लाने का आग्रह किया है.

उन्हें उम्मीद है कि सरकार निर्मला सीतारमण द्वारा पेश किए जाने वाले बजट में हीरा व्यापरियों के लिए विशेष राहत पैकेज का एलान करेगी. सूरत डायमंड एसोसिएशन ने सरकार के समक्ष मांगों की एक सूची भी रखी है.

इस संबंध में सूरत डायमंड एसोसिएशन के अध्यक्ष सावजी भरोलिया ने कहा कि सरकार को ग्रामीण गुजरात में हीरा उद्योग स्थापित करना चाहिए, ताकि हीरा श्रमिकों को शहरी क्षेत्रों में पलायन न करना पड़े और वे अपने गांवों में आजीविका कमा सकें.

उन्होंने कहा कि कोविड महामारी ने हीरा उद्योग की कमर तोड़ दी है और हीरे के श्रमिकों को एक दयनीय स्थिति में धकेल दिया है.

सरकार को बजट में उनके लिए विशेष पैकेज की घोषणा करनी चाहिए. सरकार को हीरा इकाइयों में इस्तेमाल होने वाली मशीनरी पर सब्सिडी देनी चाहिए.

बैंक लोन में राहत

वहीं, दूसरी ओर सूरत डायमंड एसोसिएशन के सचिव दामजी मवानी ने कहा, 'हम सरकार से बजट में बैंक ऋण में छूट पेश करने की उम्मीद करते हैं. बैंकिंग क्षेत्र में हीरा उद्योग की नकारात्मक धारणा है. सरकार को इस धारणा को सकारात्मक में बदलना चाहिए.

उन्होंने कहा कि हीरा उद्योग में इस्तेमाल होने वाली अत्याधुनिक मशीनरी पर सब्सिडी जारी करने के अलावा, सरकार को लंबित जीएसटी रिफंड को जारी करके जीएसटी की प्रक्रिया को आसान बनाना चाहिए.

ज्वैलरी सेक्टर में 7 फीसदी ड्यूटी में कमी

वहीं एक अन्य हीरा व्यापारी ने कहा कि हम सरकार से आभूषण क्षेत्र में 7 फीसदी शुल्क में कमी करने मांग करते हैं. हमारी सरकार मूल्यवर्धन क्षेत्र और सोने में शुल्क कम करती है, तो इससे हमारा उद्योग और अधिक बढ़ेगा.

व्यापारियों की मांगे

1- टेक्स में कमी की जाए , जिसक मांग पिछले पांच साल से की जा रही हैं.

2- भारत में नौकरी के काम में संलग्न विदेशी कंपनियों के लिए एक अलग कानून बनाना चाहिए

3- हीरा उद्योग को बढ़ावा देने के लिए विदेशी वस्तुओं पर टर्नओवर टैक्स होना चाहिए. 10 प्रतिशत सोने की ड्यूटी को घटाकर छह प्रतिशत किया जाना चाहिए.

4. छोटी हीरा इकाइयों के लिए बैंकिंग और वित्त की आसान नीति होनी चाहिए.

5. सूरत में एक अंतरराष्ट्रीय हवाई अड्डे की स्थापना की जानी चाहिए ताकि अंतर्राष्ट्रीय हीरे के व्यापार को बढ़ावा दिया जा सके.

6. हीरा उद्योग में नए आविष्कार लाने के लिए एक आरएंडडी लैब स्थापित की जानी चाहिए.

अहमदाबाद : गुजरात के हीरा व्यापारियों को उम्मीद है कि उन्हें इस बार टैक्स में रियायत दी जाएगी. सूरत में 4,000 से अधिक छोटी और बड़ी हीरा इकाइयां हैं, जिनमें पांच लाख से अधिक श्रमिक कार्यरत हैं. दुनिया में 10 हीरों में से नौ सूरत में काटे और पॉलिश किए जाते हैं.

हीरा व्यापारियों को सरकार से उम्मीद है कि उन्हें कर में छूट दी जाएगी, छोटे व्यापारियों को प्रोत्साहन दिया जाएगा. इसके अलावा उन्हें अत्याधुनिक मशीनरी के लिए अनुदान मिलने की उम्मीद है.

सरकार से यह भी अपेक्षा की जा रही है कि वह हीरा कामगारों के लिए आवासीय योजनाएं शुरू करे, काम के घंटे कम करे और निर्यात बढ़ाएगी.

हीरा व्यापारियों को बजट से राहत मिलनी की उम्मीद

हीरा व्यापारियों ने सरकार से कोविड महामारी को ध्यान में रखते हुए इन उपायों को लाने का आग्रह किया है.

उन्हें उम्मीद है कि सरकार निर्मला सीतारमण द्वारा पेश किए जाने वाले बजट में हीरा व्यापरियों के लिए विशेष राहत पैकेज का एलान करेगी. सूरत डायमंड एसोसिएशन ने सरकार के समक्ष मांगों की एक सूची भी रखी है.

इस संबंध में सूरत डायमंड एसोसिएशन के अध्यक्ष सावजी भरोलिया ने कहा कि सरकार को ग्रामीण गुजरात में हीरा उद्योग स्थापित करना चाहिए, ताकि हीरा श्रमिकों को शहरी क्षेत्रों में पलायन न करना पड़े और वे अपने गांवों में आजीविका कमा सकें.

उन्होंने कहा कि कोविड महामारी ने हीरा उद्योग की कमर तोड़ दी है और हीरे के श्रमिकों को एक दयनीय स्थिति में धकेल दिया है.

सरकार को बजट में उनके लिए विशेष पैकेज की घोषणा करनी चाहिए. सरकार को हीरा इकाइयों में इस्तेमाल होने वाली मशीनरी पर सब्सिडी देनी चाहिए.

बैंक लोन में राहत

वहीं, दूसरी ओर सूरत डायमंड एसोसिएशन के सचिव दामजी मवानी ने कहा, 'हम सरकार से बजट में बैंक ऋण में छूट पेश करने की उम्मीद करते हैं. बैंकिंग क्षेत्र में हीरा उद्योग की नकारात्मक धारणा है. सरकार को इस धारणा को सकारात्मक में बदलना चाहिए.

उन्होंने कहा कि हीरा उद्योग में इस्तेमाल होने वाली अत्याधुनिक मशीनरी पर सब्सिडी जारी करने के अलावा, सरकार को लंबित जीएसटी रिफंड को जारी करके जीएसटी की प्रक्रिया को आसान बनाना चाहिए.

ज्वैलरी सेक्टर में 7 फीसदी ड्यूटी में कमी

वहीं एक अन्य हीरा व्यापारी ने कहा कि हम सरकार से आभूषण क्षेत्र में 7 फीसदी शुल्क में कमी करने मांग करते हैं. हमारी सरकार मूल्यवर्धन क्षेत्र और सोने में शुल्क कम करती है, तो इससे हमारा उद्योग और अधिक बढ़ेगा.

व्यापारियों की मांगे

1- टेक्स में कमी की जाए , जिसक मांग पिछले पांच साल से की जा रही हैं.

2- भारत में नौकरी के काम में संलग्न विदेशी कंपनियों के लिए एक अलग कानून बनाना चाहिए

3- हीरा उद्योग को बढ़ावा देने के लिए विदेशी वस्तुओं पर टर्नओवर टैक्स होना चाहिए. 10 प्रतिशत सोने की ड्यूटी को घटाकर छह प्रतिशत किया जाना चाहिए.

4. छोटी हीरा इकाइयों के लिए बैंकिंग और वित्त की आसान नीति होनी चाहिए.

5. सूरत में एक अंतरराष्ट्रीय हवाई अड्डे की स्थापना की जानी चाहिए ताकि अंतर्राष्ट्रीय हीरे के व्यापार को बढ़ावा दिया जा सके.

6. हीरा उद्योग में नए आविष्कार लाने के लिए एक आरएंडडी लैब स्थापित की जानी चाहिए.

Last Updated : Jan 29, 2021, 5:07 PM IST
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