लखनऊ : लुलु मॉल में नमाज पढ़ने का विवाद अभी थमा नहीं था, इसी बीच मॉल के अंदर हनुमान चालीसा का पाठ करने का वीडियो सोशल मीडिया पर वायरल हो रहा है. मॉल के अंदर हनुमान चालीसा का पाठ करने का वीडियो वायरल होने के बाद तनातनी का माहौल बन गया है. लुलु मॉल में हनुमान चालीसा का पाठ करने का वीडियो शनिवार का बताया जा रहा है. वायरल वीडियो में 2 युवक उसी स्थान पर हनुमान चालीसा का पाठ करते दिखाई दे रहे हैं, जहां पर मॉल प्रबंधन ने धार्मिक प्रार्थना न करने के लिए बोर्ड लगाया है. हालांकि, इस वायरल वीडियो की पुष्टि ईटीवी भारत नहीं करता है.
ये है मामला :
लखनऊ के लुलु मॉल का 11 जुलाई को सीएम योगी ने उद्घाटन किया था. इस मॉल के अंदर 13 जुलाई को कुछ लोगों द्वारा नमाज पढ़ने का वीडियो वायरल हुआ था. इस मामले में अखिल भारतीय हिंदू महासभा संगठन सहित कई हिंदू संगठनों ने मॉल के अंदर नमाज पढ़ने पर आपत्ति जताई थी. मॉल में नमाज अदा के मामले को हिंदू संगठनों ने बड़ा मुद्दा बना लिया. मामला बिगड़ता देख मॉल प्रशासन ने नमाज पढ़ने वालों के खिलाफ FIR दर्ज कराई थी.
मॉल के अंदर नमाज पढ़ने के मामले पर हिंदू महासभा ने जताई थी आपत्ति
लखनऊ के लुलु मॉल के अंदर 13 जुलाई को कुछ लोगों द्वारा नमाज पढ़ने का वीडियो वायरल हुआ था. इस मामले में अखिल भारतीय हिंदू महासभा संगठन ने मॉल के अंदर नमाज पढ़ने पर आपत्ति जताई थी. अखिल भारतीय हिंदू महासभा संगठन के प्रवक्ता शिशिर चतुर्वेदी ने मॉल के मालिक पर लव जिहाद और मुस्लिम धर्म को बढ़ावा देने का लगाया आरोप था. संगठन के प्रवक्ता शिशिर चतुर्वेदी ने सुशांत गोल्फ सिटी थाना प्रभारी को लुलु मॉल अंदर सुंदरकांड का पाठ करने के अनुमति मांगने के लिए प्रार्थना पत्र भी दिया. लेकिन उन्हें ऐसा करने की अनुमति नहीं मिली थी.
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संत राजू दास ने लुलु मॉल में हनुमान चालीसा पाठ करने की चेतावनी दी
लखनऊ के लुलु मॉल में नमाज पढ़ने के विवाद पर अयोध्या के हनुमान गढ़ी मंदिर के संत राजू दास ने 14 जुलाई को लुलु मॉल के अंदर हनुमान चालीसा का पाठ करने की चेतावनी दी थी. इसके अलावा संत राजू दास ने लुलु मॉल प्रशासन पर गंभीर आरोप लगाए थे. राजू दास ने बयान जारी करके कहा था कि लुलु मॉल में जिन कर्मचारियों की भर्ती की गई है, उनमें 80 फीसदी कर्मचारी मुस्लिम हैं. राजू दास का कहना कि मॉल में सिर्फ 20 फीसदी ही हिंदू कर्मचारियों को भर्ती किया गया है.
नमाज पढ़ने वालों के खिलाफ प्रबंधन ने दर्ज कराई थी FIR
लुलु मॉल में नमाज पढ़ने का वीडियो वायरल होने के बाद मॉल प्रबंधन ने नमाजियों के खिलाफ FIR दर्ज कराई थी. मॉल मैनेजमेंट ने जांच में पाया था कि मॉल के अंदर नमाज पढ़ने वालों में कोई भी मॉल का कर्मचारी नहीं था. इससे पहले हिंदू संगठनों ने सार्वजनिक स्थान पर नमाज पढ़ने को लेकर लूलू मॉल व नमाजियों की खिलाफ FIR दर्ज करवाने के लिए थाने में शिकायती पत्र दिया था.