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जीएसटी विभाग ने फर्जी चालान के आरोप में 140 लोगों को किया गिरफ्तार

बेनामी वस्तुओं और कम कीमत दिखाकर माल की आवाजाही करके जीएसटी चोरी करने वालों के खिलाफ जीएसटी खुफिया महानिदेशालय ने बड़े पैमाने पर कार्रवाई की है. दिल्ली, हिमाचल, पंजाब की कंपनियों की जांच भी डीजीजीआई कर रहा है. चौंकाने वाली बात ये है कि जीएसटी चोरी के मामलों में चार्टर्ड अकाउंटेंट भी शामिल हैं.

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Published : Dec 14, 2020, 5:35 PM IST

फर्जी चालान
फर्जी चालान

नई दिल्ली : वस्तु एवं सेवा कर (जीएसटी) अधिकारियों ने पिछले एक महीने में फर्जी चालान जारी करने के आरोप में करीब 140 लोगों को गिरफ्तार किया है. इनमें चेन्नई की एक महिला मास्टरमाइंड भी शामिल है. पकड़े गए लोगों में पांच चार्टर्ड अकाउंटेंट भी हैं. जीएसटी खुफिया विभाग कम कीमत दिखाकर माल की आवाजाही करने वालों पर लगाम कसने की तैयारी कर रहा है.

जीएसटी खुफिया महानिदेशालय (डीजीजीआई) ने फर्जी चालान के खिलाफ नवंबर के दूसरे सप्ताह से शुरू किए गए राष्ट्रव्यापी अभियान में बेनामी वस्तुओं और कम कीमत दिखाकर माल की आवाजाही करके जीएसटी चोरी करने के मामलों का पता भी लगाया है.

अधिकारियों ने अब तक जीएसटी के तहत इनपुट टैक्स क्रेडिट (आईटीसी) के धोखाधड़ी के दावे में दूसरों पर दावा करने या उनकी सहायता करने वाली 4,800 से अधिक संस्थाओं के खिलाफ 1,488 मामले दर्ज किए हैं.

दिल्ली-हिमाचल, पंजाब की कंपनियों की हो रही जांच
राजस्व विभाग के सूत्रों ने कहा कि दिल्ली और हिमाचल प्रदेश की कुछ कंपनियों के खिलाफ जांच की जा रही है, जिन पर आरोप है कि वे लुधियाना और जालंधर के ट्रांसपोर्टरों के जरिए कम कीमत दिखाकर माल की आवाजाही कर रही थीं. सूत्रों ने बताया कि जांच और छापों के दौरान कई बेनामी वस्तुओं को जब्त किया गया.

एक सूत्र ने ईटीवी भारत को बताया, 'लुधियाना गोल्डन ट्रांसपोर्ट सर्विस ऑफ लुधियाना और जालंधर की एमएनके ट्रांसपोर्ट कंपनी कम कीमत दिखाकर माल की आवाजाही में शामिल हैं.' इनवॉइस, ई-वेबिल्स जैसे दस्तावेजों की जांच करने पर, माल का मूल्यांकन नहीं पाया गया.' जीएसटी खूफिया महानिदेशालय के सूत्रों ने कहा कि बहुत सारे ट्रांसपोर्टर्स ऐसा कर रहे थे.

पढ़ें- न्यायालय जीएसटी चोरी के मामले में जीएसटी कानून के तहत गिरफ्तार करने के शक्तियों की समीक्षा करेगा

पकड़े जा चुके हैं कई चार्टर्ड अकाउंटेंट
मुंबई के चार्टर्ड अकाउंटेंट चंद्रप्रकाश पांडे को नकली जीएसटी चालान के इस्तेमाल के लिए गिरफ्तार किया गया. डीजीजीआई मुंबई के अधिकारियों ने पिछले हफ्ते ये गिरफ्तारी की. अधिकारियों ने बताया कि पांडे 59 करोड़ रुपये से अधिक के कारोबार पर 10 करोड़ रुपये से अधिक की जीएसटी धोखाधड़ी में शामिल थे. पांडे ने वस्तुओं और सेवाओं की वास्तविक आपूर्ति के बिना बिक्री और खरीद दिखाने के लिए अपने परिवार के सदस्यों के नाम पर कई फर्जी फर्में बना रखी हैं.

इससे पहले जीएसटी के खुफिया अधिकारियों ने लुधियाना से चार्टर्ड अकाउंटेंट, अंकुर गर्ग, पीवीवी सत्यनारायण और हैदराबाद से बोदलपति श्रीवासा राव और विशाखापत्तनम से अक्षय जैन को गिरफ्तार किया था.

नई दिल्ली : वस्तु एवं सेवा कर (जीएसटी) अधिकारियों ने पिछले एक महीने में फर्जी चालान जारी करने के आरोप में करीब 140 लोगों को गिरफ्तार किया है. इनमें चेन्नई की एक महिला मास्टरमाइंड भी शामिल है. पकड़े गए लोगों में पांच चार्टर्ड अकाउंटेंट भी हैं. जीएसटी खुफिया विभाग कम कीमत दिखाकर माल की आवाजाही करने वालों पर लगाम कसने की तैयारी कर रहा है.

जीएसटी खुफिया महानिदेशालय (डीजीजीआई) ने फर्जी चालान के खिलाफ नवंबर के दूसरे सप्ताह से शुरू किए गए राष्ट्रव्यापी अभियान में बेनामी वस्तुओं और कम कीमत दिखाकर माल की आवाजाही करके जीएसटी चोरी करने के मामलों का पता भी लगाया है.

अधिकारियों ने अब तक जीएसटी के तहत इनपुट टैक्स क्रेडिट (आईटीसी) के धोखाधड़ी के दावे में दूसरों पर दावा करने या उनकी सहायता करने वाली 4,800 से अधिक संस्थाओं के खिलाफ 1,488 मामले दर्ज किए हैं.

दिल्ली-हिमाचल, पंजाब की कंपनियों की हो रही जांच
राजस्व विभाग के सूत्रों ने कहा कि दिल्ली और हिमाचल प्रदेश की कुछ कंपनियों के खिलाफ जांच की जा रही है, जिन पर आरोप है कि वे लुधियाना और जालंधर के ट्रांसपोर्टरों के जरिए कम कीमत दिखाकर माल की आवाजाही कर रही थीं. सूत्रों ने बताया कि जांच और छापों के दौरान कई बेनामी वस्तुओं को जब्त किया गया.

एक सूत्र ने ईटीवी भारत को बताया, 'लुधियाना गोल्डन ट्रांसपोर्ट सर्विस ऑफ लुधियाना और जालंधर की एमएनके ट्रांसपोर्ट कंपनी कम कीमत दिखाकर माल की आवाजाही में शामिल हैं.' इनवॉइस, ई-वेबिल्स जैसे दस्तावेजों की जांच करने पर, माल का मूल्यांकन नहीं पाया गया.' जीएसटी खूफिया महानिदेशालय के सूत्रों ने कहा कि बहुत सारे ट्रांसपोर्टर्स ऐसा कर रहे थे.

पढ़ें- न्यायालय जीएसटी चोरी के मामले में जीएसटी कानून के तहत गिरफ्तार करने के शक्तियों की समीक्षा करेगा

पकड़े जा चुके हैं कई चार्टर्ड अकाउंटेंट
मुंबई के चार्टर्ड अकाउंटेंट चंद्रप्रकाश पांडे को नकली जीएसटी चालान के इस्तेमाल के लिए गिरफ्तार किया गया. डीजीजीआई मुंबई के अधिकारियों ने पिछले हफ्ते ये गिरफ्तारी की. अधिकारियों ने बताया कि पांडे 59 करोड़ रुपये से अधिक के कारोबार पर 10 करोड़ रुपये से अधिक की जीएसटी धोखाधड़ी में शामिल थे. पांडे ने वस्तुओं और सेवाओं की वास्तविक आपूर्ति के बिना बिक्री और खरीद दिखाने के लिए अपने परिवार के सदस्यों के नाम पर कई फर्जी फर्में बना रखी हैं.

इससे पहले जीएसटी के खुफिया अधिकारियों ने लुधियाना से चार्टर्ड अकाउंटेंट, अंकुर गर्ग, पीवीवी सत्यनारायण और हैदराबाद से बोदलपति श्रीवासा राव और विशाखापत्तनम से अक्षय जैन को गिरफ्तार किया था.

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