नई दिल्ली : ड्रग्स ऑन क्रूज मामले में गवाह, प्रभाकर सेल द्वारा लगाए गए भ्रष्टाचार के आरोपों की जांच के लिए कल एनसीबी की पांच सदस्यीय टीम मुंबई में दिल्ली से मुंबई जाएगी. सूत्रों के मुताबिक टीम में डीडीजी एनसीबी ज्ञानेश्वर सिंह के साथ चार अन्य एनसीबी अधिकारी शामिल होंगे.
इससे पहले एनसीबी की मुंबई क्षेत्रीय इकाई के निदेशक समीर वानखेड़े मंगलवार को एजेंसी के दिल्ली स्थित मुख्यालय पहुंचे और यहां करीब दो घंटे का समय बिताया.
वानखेड़े, क्रूज जहाज से मादक पदार्थ जब्त किए जाने के मामले की जांच की अगुवाई कर रहे हैं, जिसमें अभिनेता शाहरुख खान के बेटे आर्यन खान को गिरफ्तार किया गया है.
वानखेड़े आरके पुरम स्थित एजेंसी के मुख्यालय में पीछे के द्वार से दाखिल हुए और माना जा रहा है कि उन्होंने वरिष्ठ अधिकारियों से मुलाकात की.
इस दौरान एनसीबी मुख्यालय के सामने कुछ लोग वानखेड़े के समर्थन में तख्तियों के साथ नजर आए. कुछ लोगों के हाथ में कुछ पोस्टर थे जिन पर वानखेड़े की प्रशंसा में संदेश लिखे गए थे.
हालांकि, यह पुष्टि नहीं हो सकी है कि क्या वानखेड़े की मुलाकात एनसीबी महानिदेशक (डीजी) एस एन प्रधान से भी हुई या नहीं. बहरहाल, सूत्रों ने संकेत दिया कि संघीय स्वापक निरोधी एजेंसी के शीर्ष अधिकारियों ने मंगलवार को देश में मौजूद विभिन्न क्षेत्रीय कार्यालयों की समीक्षा बैठक की.
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बता दें कि बता दें कि प्रभाकर ने हलफनामा देकर आर्यन खान केस में गंभीर खुलासे किए हैं. उन्होंने दावा किया है कि 2 अक्टूबर को उन्होंने किरण गोसावी को बात करते हुए सुना था कि यह 25 करोड़ की डील है और 8 करोड़ समीन वानखेड़े को भी देने हैं.
गवाह प्रभाकर सैल का दावा है कि उसने गोसावी और सैल की बातचीत सुनी थी. इसमें दोनों 25 करोड़ रुपये की बात कर रहे थे. बात में दोनों 18 करोड़ पर सहमत हुए. उन्होंने इसमें से आठ करोड़ समीर वानखेड़े को दे देने की बात कही.
गवाह प्रभाकर ने यह भी दावा किया कि क्रूज पर छापेमारी के बात सैल और गोसावी को शाहरूख खान की मैनेजर पूजा डडलानी के साथ देखा गया. उनकी 15 मिनट तक आपस में बातचीत भी हुई.
प्रभाकर ने दावा किया कि गोसावी ने उससे पंच बनने को भी कहा था. आगे उसने कहा कि एनसीबी ने उससे 10 अलग-अलग पन्नों पर हस्ताक्षर करवाए थे.