धमतरी : धमतरी की सिहावा पुलिस ने खुलासा करते हुए बताया कि ''गढ़िया पारा गांव में रहने वाले 20 साल के एक युवक और 18 साल की दो युवतियों की आर्थिक स्थिति ठीक नहीं थी. इन्हें काम की तलाश थी.फिर गांव में रहने वाले एक शख्स चिंताराम कोर्राम ने तीनों को अपने झांसे में लिया.चिंता राम ने कहा कि काम कि चिंता ना करे वो तीनों को महाराष्ट्र में काम दिलवा देगा.चिंता राम इन्हें अपने साथ 28 फरवरी को महाराष्ट्र के आमगांव ले गया.वहां से रात में कार में एक महिला और दो पुरुष आए. सभी को कार में बैठाया गया. लेकिन कार में बैठने के बाद युवक और युवतियों ने जब कार में बैठे शख्स की बात सुनी तो उन्हें शक हो गया.''
प्लान बनाकर भाग गए युवक युवती : पुलिस के मुताबिक ''जो युवक और युवतियां काम की तलाश में जा रहे थे जब उन्हें भनक लगी कि उनके साथ गलत हो सकता है तो सभी ने होशियारी से एक प्लान बनाया. प्लान था बीच रास्ते में कार को रुकवाकर भागने का.लिहाजा तीनों ने मिलकर बहाने से कार को रुकवाया.इस दौरान तीनों कार से उतरे और जंगल के अंदर भाग गए. इसके बाद तीनों ने पास के गांव जाकर लोगों से मदद मांगी और सिहावा पुलिस को इसकी सूचना दी. सूचना के बाद तीनों 5 दिन बाद किसी तरह भटकते हुए सिहावा पहुंचे और थाने में रिपोर्ट दी.''
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चिंताराम को किया गया गिरफ्तार: गांव के चिंताराम को पुलिस ने दबोचा तो पता चला कि तीनों का सौदा उसी ने 5 लाख रुपए में किया था. इस गिरोह में दूसरे राज्यों के लोग शामिल हैं.इस अपराध में पुलिस ने युवक युवतियों को बाहर भेजने वाले चिंता राम समेत 5 लोगों को गिरफ्तार किया है. इसमें से तीन आरोपी महाराष्ट्र के हैं. तीन और आरोपी इस मामले में लिप्त हैं. जिनकी तलाश पुलिस कर रही है. सभी आरोपियों की गिरफ्तारी रविवार पांच मार्च देर रात को हुई है