नई दिल्ली: दिल्ली सरकार ट्रैफिक रिस्पांस टीमको रीयल-टाइम अपडेट देगी ताकि वे गलत पार्किंग या अन्य अवरोधों के कारण बसों के जाम को खोलने के लिए क्रेन के साथ तुरंत दौड़ सकें. दिल्ली सरकार ने परिवहन मंत्री ने इसकी जानकारी दी है. परिवहन मंत्री कैलाश गहलोत ने आश्रम चौक से बदरपुर कॉरिडोर तक अपोलो अस्पताल के पास चल रहे बस लेन प्रवर्तन अभियान का निरीक्षण किया और कहा कि सरकार का उद्देश्य प्रशिक्षण और लेन अनुशासन पैदा करके दिल्ली की सड़कों पर लोगों की सुरक्षा सुनिश्चित करना है.
मंत्री ने कहा कि संरचनात्मक तरीके से बसों के अनियंत्रित पार्किंग को समाप्त करने के लिए, दिल्ली सरकार ने बंचिंग (बाधा या गलत तरीके से पार्क किए गए वाहनों के कारण) पर रीयल-टाइम अपडेट देने के लिए एक प्रौद्योगिकी उपकरण विकसित किया है, जहां पर सूचना मिलते ही रिस्पांस दल क्रेन के साथ घटना स्थल के लिए तुरंत रवाना होंगे. सरकार ने यह भी कहा कि 19 अप्रैल तक एक अभियान के तहत बस लेन में अनुचित पार्किंग के लिए 85 वाहनों को पकड़ा. इसके अलावा मौके पर अनुचित पार्किंग के खिलाफ 729 चालान और बस चालकों के खिलाफ 237 चालान जारी किए जिसमें 126 क्लस्टर और 111 डीटीसी बसों के चालक शामिल है.
बस स्टैंड से 75 मीटर आगे उचित माप वाले क्षेत्र को ऑटो, टैक्सियों और कारों के लिए पिक-अप और ड्रॉप-ऑफ क्षेत्र के रूप में नामित किया गया है. परिवहन विभाग पीडब्ल्यूडी और आईआईटी दिल्ली के साथ बस बॉक्स डिजाइन, रोड मार्किंग और साइन बोर्ड के बेहतर अंकन के लिए काम कर रहा है. ब्रिटानिया चौक से राजा गार्डन जंक्शन के बीच एक पायलट खंड की पहचान की गई है, जो ओवरटेकिंग जोन, विस्तारित बस लेन और पिकअप और ड्रॉप ऑफ पॉइंट के लिए साइनेज के कार्यान्वयन के लिए बसों के समुह पर डेटा के आधार पर पहचान की गई है.
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पीटीआई