मुंबई : भारतीय नौसेना ने शुक्रवार को कहा कि सेवामुक्त युद्धपोत 'खुखरी' को दादरा और नगर हवेली एवं दमन और दीव (डीएनएचडीडी) प्रशासन को सौंप दिया गया है और इसे संग्रहालय में बदल दिया जाएगा.
नौसेना ने एक विज्ञप्ति में कहा कि दो दिन पहले दीव में आईएनएस खुखरी स्मारक में एक समारोह में फ्लैग ऑफिसर सिद्धांत एवं अवधारणाएं, रियर एडमिरल अजय विनय भावे ने सेवामुक्त पोत को विधिवत रूप से केंद्र शासित प्रदेश दादरा और नगर हवेली एवं दमन और दीव तथा लक्षद्वीप के प्रशासक प्रफुल्ल पटेल के हवाले किया.
दीव प्रशासन की योजना नौसेना के पहले स्वदेश निर्मित मिसाइल कॉर्वेट खुखरी को सार्वजनिक संग्रहालय में बदलने की है.
संग्रहालय मौजूदा खुखरी मेमोरियल के साथ स्थापित होगा. यहां पर आईएनएस खुखरी (एफ149), ब्लैकवुड क्लास पनडुब्बी रोधी फ्रिगेट का छोटा संस्करण भी रखा गया है.
पढ़ें-32 साल तक सेवा देने वाले INS खुखरी की शानदार विदाई
आईएनएस खुखरी, भारतीय नौसेना के खुखरी श्रेणी के कॉर्वेट (युद्धपोत) का प्रमुख जहाज और सतह से सतह पर मार करने वाला मिसाइल युक्त स्वदेशी पोत है. इसे पश्चिमी और पूर्वी दोनों बेड़े का हिस्सा होने का गौरव प्राप्त था. इस पोत को 23 अगस्त 1989 को मुंबई में भारतीय नौसेना के बेड़े में शामिल किया गया था.
पढ़ें- शहीद जवानों और कैप्टन महेंद्रनाथ मुल्ला के बारे में बताएगा आईएनएस खुखरी मेमोरियल