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पश्चिम बंगाल : कलकत्ता विश्वविद्यालय करा रहा आशुतोष संग्रहालय की मरम्मत

ब्रिटिश राज्य में स्थापित पश्चिम बंगाल का कलकत्ता विश्वविद्यालय (Calcutta University) भारतीय कला पर केंद्रित अपने आशुतोष संग्रहालय (Ashutosh Museum) की मरम्मत करा रहा है. यह संग्रहालय सदियों पुरानी मूर्तियों, चित्रों और पांडुलिपियों का नायाब खजाना है.

कलकत्ता विश्वविद्यालय करा रहा आशुतोष संग्रहालय की मरम्मत
कलकत्ता विश्वविद्यालय करा रहा आशुतोष संग्रहालय की मरम्मत
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Published : Sep 12, 2021, 5:10 PM IST

कोलकाता : ब्रिटिश राज्य में स्थापित पश्चिम बंगाल का कलकत्ता विश्वविद्यालय (Calcutta University) भारतीय कला पर केंद्रित अपने आशुतोष संग्रहालय (Asutosh Museum of Indian Art) की मरम्मत करा रहा है. यह संग्रहालय सदियों पुरानी मूर्तियों, चित्रों और पांडुलिपियों का नायाब खजाना है.

कुलपति सोनाली चक्रवर्ती बनर्जी (Vice Chancellor Sonali Chakraborty Banerjee) ने कहा कि मरम्मत का कार्य अगले साल तक पूरा होने की संभावना है. उन्होंने बताया कि टेराकोटा की ज्यादातर वस्तुओं और कलाकृतियों को ठीक से संग्रहित नहीं किया गया था. यहां की वस्तुओं को अब एक नियंत्रित तापमान पर रखा जाएगा और प्रत्येक पर डिजिटल प्रकाश पड़ने की व्यवस्था की जाएगी.

पढ़ें : कलकत्ता विश्वविद्यालय भारत का सर्वश्रेष्ठ विश्वविद्यालय, ममता ने दी बधाई

बता दें, इस संग्रहालय के बड़े हिस्से में 1940 के दशक में पश्चिम बंगाल के विभिन्न पुरातात्विक स्थलों चंद्रकेतुगढ़, तामलुक, पन्ना, तिल्दा, बानगढ़, महास्थानगढ़ और पहाड़पुर में खुदाई में मिली टेराकोटा की वस्तुएं शामिल हैं. यहां विख्यात चित्रकार जैमिनी रॉय, राजा राम मोहन राय, रवींद्रनाथ टैगोर और माइकल मधुसूदन दत्त द्वारा बनाए चित्र हैं.

(पीटीआई-भाषा)

कोलकाता : ब्रिटिश राज्य में स्थापित पश्चिम बंगाल का कलकत्ता विश्वविद्यालय (Calcutta University) भारतीय कला पर केंद्रित अपने आशुतोष संग्रहालय (Asutosh Museum of Indian Art) की मरम्मत करा रहा है. यह संग्रहालय सदियों पुरानी मूर्तियों, चित्रों और पांडुलिपियों का नायाब खजाना है.

कुलपति सोनाली चक्रवर्ती बनर्जी (Vice Chancellor Sonali Chakraborty Banerjee) ने कहा कि मरम्मत का कार्य अगले साल तक पूरा होने की संभावना है. उन्होंने बताया कि टेराकोटा की ज्यादातर वस्तुओं और कलाकृतियों को ठीक से संग्रहित नहीं किया गया था. यहां की वस्तुओं को अब एक नियंत्रित तापमान पर रखा जाएगा और प्रत्येक पर डिजिटल प्रकाश पड़ने की व्यवस्था की जाएगी.

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बता दें, इस संग्रहालय के बड़े हिस्से में 1940 के दशक में पश्चिम बंगाल के विभिन्न पुरातात्विक स्थलों चंद्रकेतुगढ़, तामलुक, पन्ना, तिल्दा, बानगढ़, महास्थानगढ़ और पहाड़पुर में खुदाई में मिली टेराकोटा की वस्तुएं शामिल हैं. यहां विख्यात चित्रकार जैमिनी रॉय, राजा राम मोहन राय, रवींद्रनाथ टैगोर और माइकल मधुसूदन दत्त द्वारा बनाए चित्र हैं.

(पीटीआई-भाषा)

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