ETV Bharat / bharat

कर्नाटक: विश्व धरोहर हंपी पर बाढ़ का खतरा, 17 जिलों में बाढ़ का कहर - बाढ़ का पानी यूनेस्को धरोहर हम्पी में घुसा

कर्नाटक के 17 जिलों के 80 गांवों में भारी बारिश और बाढ़ से पिछले 10 दिनों के दौरान 26 लोगों की मौत हुई है और लगभग 14,000 मकानों को नुकसान पहुंचा है. कर्नाटक के कई जिलों में मानसून की भारी बारिश और तेज हवाओं के कहर के चलते अगले 48 घंटों के लिए रेड अलर्ट जारी किया है.

विश्व धरोहर हम्पी
author img

By

Published : Aug 11, 2019, 9:09 PM IST

Updated : Sep 26, 2019, 4:49 PM IST

बल्लारी: कर्नाटक के उत्तर-पश्चिम और तटीय क्षेत्रों में राज्य के 17 जिले एक अगस्त से ही भारी बारिश और तूफान से प्रभावित हैं. बल्लारी जिले में तुंगभद्रा नदी के तट पर स्थित विश्व धरोहर हम्पी प्रशासन द्वारा एक जलाशय से 1.70 लाख क्यूसेक पानी छोड़े जाने के बाद पानी में डूब गयी.

अधिकारियों के अनुसार जिला प्रशासन ने नदी के तट के आस-पास रहने वालों से सुरक्षित स्थानों पर चले जाने को कहा है क्योंकि पिछले एक हफ्ते में पश्चिमी घाट के जलग्रहण क्षेत्रों में भारी बारिश के बाद दो लाख क्यूसेक से अधिक पानी आने पर तुंगभद्रा बांध के सभी 33 गेट खोल दिये गये.

देखें वीडियो

पानी यूनेस्को धरोहर हम्पी में घुस गया है जबकि कांपली किले के सामने का आंजनेय मंदिर आंशिक रूप से डूब गया है. विजयनगर की यह पूर्व राजधानी हंपी अपनी समृद्ध वास्तुकला के लिए जानी चाहती है.

पढ़ें-अमित शाह और येदियुरप्पा ने किया कर्नाटक का हवाई सर्वेक्षण

अधिकारियों के मुताबिक पर्यटकों को हंपी से चले जाने को कहा गया है.ब ल्लारी और कोप्पालक जिलों में नदी के तटों पर निचले क्षेत्रों में रह रहे लोगों को सुरक्षित स्थानों पर पहुंचाने के लिए सभी जरूरी कदम उठाये गये हैं क्योंकि तुंगभद्रा बांध से और पानी छोड़े जाने वाला है.

बल्लारी: कर्नाटक के उत्तर-पश्चिम और तटीय क्षेत्रों में राज्य के 17 जिले एक अगस्त से ही भारी बारिश और तूफान से प्रभावित हैं. बल्लारी जिले में तुंगभद्रा नदी के तट पर स्थित विश्व धरोहर हम्पी प्रशासन द्वारा एक जलाशय से 1.70 लाख क्यूसेक पानी छोड़े जाने के बाद पानी में डूब गयी.

अधिकारियों के अनुसार जिला प्रशासन ने नदी के तट के आस-पास रहने वालों से सुरक्षित स्थानों पर चले जाने को कहा है क्योंकि पिछले एक हफ्ते में पश्चिमी घाट के जलग्रहण क्षेत्रों में भारी बारिश के बाद दो लाख क्यूसेक से अधिक पानी आने पर तुंगभद्रा बांध के सभी 33 गेट खोल दिये गये.

देखें वीडियो

पानी यूनेस्को धरोहर हम्पी में घुस गया है जबकि कांपली किले के सामने का आंजनेय मंदिर आंशिक रूप से डूब गया है. विजयनगर की यह पूर्व राजधानी हंपी अपनी समृद्ध वास्तुकला के लिए जानी चाहती है.

पढ़ें-अमित शाह और येदियुरप्पा ने किया कर्नाटक का हवाई सर्वेक्षण

अधिकारियों के मुताबिक पर्यटकों को हंपी से चले जाने को कहा गया है.ब ल्लारी और कोप्पालक जिलों में नदी के तटों पर निचले क्षेत्रों में रह रहे लोगों को सुरक्षित स्थानों पर पहुंचाने के लिए सभी जरूरी कदम उठाये गये हैं क्योंकि तुंगभद्रा बांध से और पानी छोड़े जाने वाला है.

ZCZC
PRI GEN NAT
.BALLARI MDS16
KA-FLOOD-HAMPI
Worldheritage site Hampifaces flood threat
Ballari (Karnataka) Aug 11 (PTI) The world heritage site
Hampi along the banks of Tungabhadra River in Ballari district
has been inundated with authorities releasing over 1.70 lakh
cusecs of water from a reservoir on Sunday morning.
The district administration has asked residents living
along the rive banks to move to safer places as all 33 gates
of the Tungabhadra Dam were opened following heavy inflow of
over two lakh cusecs in the wake of incessant rains in the
catchment areas in the Western Ghats for the last one week,
officials said.
Water has entered the UNESCO heritage site Hampi, the
erstwhile capital of Vijayanagar empire known for its rich
architecture, while an Anjaneya temple in front of the Kampli
Fort has partially submerged.
Tourists in Hampi have been shifted to safer places,
officials said.
They said all necessary steps for evacuation of people
from low lying areas on the banks of the river in Ballari and
Koppalk districts have been taken as the discharge from
Tungabhadra dam is set to be increased further. PTI CORR
VS
VS
08111726
NNNN
Last Updated : Sep 26, 2019, 4:49 PM IST
ETV Bharat Logo

Copyright © 2024 Ushodaya Enterprises Pvt. Ltd., All Rights Reserved.