ETV Bharat / bharat

भारत-सऊदी के बीच रणनीतिक साझेदारी परिषद सहित कई समझौतों पर हस्ताक्षर

पीएम मोदी ने अपनी सऊदी अरब यात्रा के दौरान शाह सलमान बिन अब्दुल अजीज और युवराज मोहम्मद बिन सलमान से मुलाकात की. इस दौरान दोनों देशों ने रक्षा, व्यापार और आतंकवाद सहित कई अहम मुद्दों पर चर्चा और हस्ताक्षर किए. पढ़ें पूरी खबर...

पीएम मोदी और शाह सलमान
author img

By

Published : Oct 30, 2019, 8:54 AM IST

नई दिल्ली/रियाद : भारत और सऊदी अरब ने अपने संबंधों को मजबूती प्रदान करने के लिए तेल एवं गैस, रक्षा एवं नागर विमानन समेत विभिन्न प्रमुख क्षेत्रों में कई समझौतों पर हस्ताक्षर किए हैं. प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने 28 अक्टूबर को साम्राज्य के शीर्ष नेतृत्व से गहन चर्चा की, जिसके दौरान महत्त्वपूर्ण मुद्दों पर समन्वय के लिए रणनीतिक साझेदारी परिषद स्थापित की गई.

बता दें, प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी अपनी दो दिवसीय यात्रा पर सऊदी अरब गए हुए थे. इसके बाद आज सुबह वह भारत लौटे हैं.

बहुचर्चित वैश्विक वित्तीय सम्मेलन (एफआईआई) में शामिल होने खाड़ी साम्राज्य के दो दिन के दौरे पर पहुंचे मोदी ने सऊदी अरब के शाह सलमान बिन अब्दुल अजीज से मुलाकात की और दोनों नेताओं ने द्विपक्षीय संबंधों को मजबूत करने पर करीब से काम करने को लेकर विचार साझा किए. दोनों नेताओं ने सभी प्रकार के आतंकवाद की निंदा की और द्विपक्षीय सुरक्षा सहयोग बनाने पर सहमति जताई.

etv bharat
पीएम मोदी और शाह सलमान बिन अब्दुल अजीज से बात करते हुए

पाकिस्तान का प्रमुख सहयोगी माने जाने वाला सऊदी अरब क्षेत्र को आतंकवाद मुक्त बनाने के भारत के अभियान में उसका पक्ष ले रहा है और इस चुनौती से निपटने के लिए पूर्ण सहयोग देने की प्रतिबद्धता जताई है. इसके बाद शाम में प्रधानमंत्री मोदी ने ताकतवार युवराज (क्राउन प्रिंस) मोहम्मद बिन सलमान के साथ कई विषयों पर चर्चा की.

etv bharat
पीएम मोदी के साथ युवराज मोहम्मद बिन सलमान

प्रतिनिधिमंडल स्तर की वार्ता के बाद दोनों नेताओं ने सामरिक दृष्टि से महत्त्वपूर्ण मुद्दों संबंधी निर्णयों पर समन्वय के लिए भारत-सऊदी अरब रणनीति साझेदारी परिषद गठित करने के समझौते पर हस्ताक्षर किए.

प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी और सऊदी अरब के युवराज मोहम्मद बिन सलमान ने इस समझौते को अपने हस्ताक्षरों के साथ अमलीजामा पहना दिया है.

'फ्यूचर इन्वेस्टमेंट इनिशिएटिव' फोरम में शामिल होने दो दिन के दौरे पर सऊदी अरब पहुंचे मोदी ने सऊदी शाह सलमान बिन अब्दुल अजीज और युवराज मोहम्मद बिन सलमान से व्यापक मुद्दों पर चर्चा की.

रणनीति साझेदारी परिषद का नेतृत्व मोदी और युवराज मोहम्मद करेंगे और हर दो साल में इसकी बैठक होगी.समझौते पर हस्ताक्षर करने के बाद मोदी ने कहा कि दोनों देशों के बीच विभिन्न क्षेत्रों में संबंध और मजबूत होंगे.

पढ़ें : रियाद में FII फोरम पर पीएम मोदी का संबोधन

बैठक के बाद मीडिया से बातचीत में आर्थिक संबंध सचिव टी एस त्रिमूर्ति ने कहा कि दोनों नेताओं ने आतंकवाद की निंदा की और द्विपक्षीय सुरक्षा सहयोग को बढ़ाने पर सहमति जताई.

उन्होंने कहा कि बातचीत के दौरान दोनों नेताओं ने कृषि, तेल एवं गैस, समुद्री सुरक्षा नवीन प्रौद्योगिकी, नवीकरणीय ऊर्जा, व्यापार और निवेश पर सहयोग बढ़ाने पर भी चर्चा की. दोनों देशों की ई-प्रवासन प्रणाली के बीच समन्वयन पर भी एक समझौता हुआ. साम्राज्य में रूपे कार्ड शुरू करने के संबंध में भी एक सहमति पत्र पर हस्ताक्षर किए गए.

सऊदी अरब में 26 लाख भारतीय काम करते हैं. भारत से करीब दो लाख हाजी और तीन लाख उमराह तीर्थयात्री हर साल सऊदी अरब का दौरा करते हैं और रूपे कार्ड की स्वीकार्यता उन्हें सस्ते लेन-देन में मदद करेगी.

दोनों देशों ने रक्षा उद्योग साझेदारी तथा सुरक्षा सहयोग को और बढ़ाने की भी प्रतिबद्धता जताई. दोनों पक्षों के बीच पहला नौसैन्य अभ्यास इस साल के अंत या अगले साल की शुरुआत में होगा.

पढ़ें : मोदी ने संयुक्त राष्ट्र में सुधार पर जोर दिया

दोनों देशों ने महाराष्‍ट्र के रायगढ़ में महत्वाकांक्षी पश्चिमी तट रिफाइनरी परियोजना पर आगे बढ़ने का फैसला किया है. इसमें सऊदी तेल क्षेत्र की दिग्गज कंपनी अरामको, यूएई की अबू धाबी नेशनल ऑयल कंपनी और भारतीय सार्वजनिक क्षेत्र की तेल कंपनियां निवेश करेंगी.

इंडियन ऑयल मिडिल ईस्ट और सऊदी कंपनी अल जेरी के बीच संयुक्त उपक्रम के लिए भी एमओयू पर हस्ताक्षर हुए जिससे दोनों देशों के बीच ऊर्जा संबंध बढ़ेंगे.

भारत दुनिया में तीसरा सबसे बड़ा तेल उपभोक्ता है और वह अपनी तेल जरूरतों का 83 प्रतिशत हिस्सा आयात करता है. इराक के बाद सऊदी अरब इसका दूसरा सबसे बड़ा आपूर्तिकर्ता है. उसने वित्त वर्ष 2018-19 में भारत को 4.03 करोड़ टन कच्चा तेल बेचा जबकि भारत ने 20.73 करोड़ टन तेल का आयात किया था.

भारत दुनिया की छठी सबसे बड़ी अर्थव्यवस्था और अमेरिका तथा चीन के बाद तीसरा सबसे बड़ा ऊर्जा उपभोक्ता है. भारत हर महीने सऊदी अरब से करीब दो लाख टन एलपीजी खरीदता है.
सऊदी की तेल कंपनी अरामको के तेल संयंत्रों पर हुए ड्रोन एवं मिसाइल हमलों की निंदा करते हुए भारत ने आतंकवाद के विरोध के अपने संकल्प को दोहराया. वहीं, सऊदी अरब ने भारत को आश्वस्त किया कि वह देश की ऊर्जा सुरक्षा संबंधी जरूरतों को पूरा करने के लिए प्रतिबद्ध है.

पढ़ें : पीएम मोदी व सऊदी शाह ने की आतंकवाद की निंदा, द्विपक्षीय संबंधों की मजबूती पर जतायी सहमति

त्रिमूर्ति ने कहा कि प्रधानमंत्री मोदी ने बड़े पैमाने पर नुकसान पहुंचाने वाले हमले के बावजूद भारत को पेट्रोलियम उत्पादों की आपूर्ति करने के लिए शाह सलमान का शुक्रिया किया. शाह सलमान ने भी मई के चुनावों में मिली जीत के लिए मोदी को बधाई दी.

दोनों देशों ने नवीकरणीय ऊर्जा के क्षेत्र में सहयोग पर भी सहमति पत्र पर हस्ताक्षर किए. साथ ही दोनों देशों के बीच उड़ानों की संख्या बढ़ाने, चिकित्सा उत्पादों के नियमन और नशीले पदार्थों की तस्करी की रोकथाम जैसे क्षेत्रों में विभिन्न समझौतों पर हस्ताक्षर हुए.

प्रधानमंत्री मोदी का सऊदी अरब का यह दूसरा दौरा था. पहले दौरे के दौरान शाह सलमान ने उन्हें सऊदी अरब के सर्वोच्च नागरिक सम्मान से नवाजा था.

नई दिल्ली/रियाद : भारत और सऊदी अरब ने अपने संबंधों को मजबूती प्रदान करने के लिए तेल एवं गैस, रक्षा एवं नागर विमानन समेत विभिन्न प्रमुख क्षेत्रों में कई समझौतों पर हस्ताक्षर किए हैं. प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने 28 अक्टूबर को साम्राज्य के शीर्ष नेतृत्व से गहन चर्चा की, जिसके दौरान महत्त्वपूर्ण मुद्दों पर समन्वय के लिए रणनीतिक साझेदारी परिषद स्थापित की गई.

बता दें, प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी अपनी दो दिवसीय यात्रा पर सऊदी अरब गए हुए थे. इसके बाद आज सुबह वह भारत लौटे हैं.

बहुचर्चित वैश्विक वित्तीय सम्मेलन (एफआईआई) में शामिल होने खाड़ी साम्राज्य के दो दिन के दौरे पर पहुंचे मोदी ने सऊदी अरब के शाह सलमान बिन अब्दुल अजीज से मुलाकात की और दोनों नेताओं ने द्विपक्षीय संबंधों को मजबूत करने पर करीब से काम करने को लेकर विचार साझा किए. दोनों नेताओं ने सभी प्रकार के आतंकवाद की निंदा की और द्विपक्षीय सुरक्षा सहयोग बनाने पर सहमति जताई.

etv bharat
पीएम मोदी और शाह सलमान बिन अब्दुल अजीज से बात करते हुए

पाकिस्तान का प्रमुख सहयोगी माने जाने वाला सऊदी अरब क्षेत्र को आतंकवाद मुक्त बनाने के भारत के अभियान में उसका पक्ष ले रहा है और इस चुनौती से निपटने के लिए पूर्ण सहयोग देने की प्रतिबद्धता जताई है. इसके बाद शाम में प्रधानमंत्री मोदी ने ताकतवार युवराज (क्राउन प्रिंस) मोहम्मद बिन सलमान के साथ कई विषयों पर चर्चा की.

etv bharat
पीएम मोदी के साथ युवराज मोहम्मद बिन सलमान

प्रतिनिधिमंडल स्तर की वार्ता के बाद दोनों नेताओं ने सामरिक दृष्टि से महत्त्वपूर्ण मुद्दों संबंधी निर्णयों पर समन्वय के लिए भारत-सऊदी अरब रणनीति साझेदारी परिषद गठित करने के समझौते पर हस्ताक्षर किए.

प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी और सऊदी अरब के युवराज मोहम्मद बिन सलमान ने इस समझौते को अपने हस्ताक्षरों के साथ अमलीजामा पहना दिया है.

'फ्यूचर इन्वेस्टमेंट इनिशिएटिव' फोरम में शामिल होने दो दिन के दौरे पर सऊदी अरब पहुंचे मोदी ने सऊदी शाह सलमान बिन अब्दुल अजीज और युवराज मोहम्मद बिन सलमान से व्यापक मुद्दों पर चर्चा की.

रणनीति साझेदारी परिषद का नेतृत्व मोदी और युवराज मोहम्मद करेंगे और हर दो साल में इसकी बैठक होगी.समझौते पर हस्ताक्षर करने के बाद मोदी ने कहा कि दोनों देशों के बीच विभिन्न क्षेत्रों में संबंध और मजबूत होंगे.

पढ़ें : रियाद में FII फोरम पर पीएम मोदी का संबोधन

बैठक के बाद मीडिया से बातचीत में आर्थिक संबंध सचिव टी एस त्रिमूर्ति ने कहा कि दोनों नेताओं ने आतंकवाद की निंदा की और द्विपक्षीय सुरक्षा सहयोग को बढ़ाने पर सहमति जताई.

उन्होंने कहा कि बातचीत के दौरान दोनों नेताओं ने कृषि, तेल एवं गैस, समुद्री सुरक्षा नवीन प्रौद्योगिकी, नवीकरणीय ऊर्जा, व्यापार और निवेश पर सहयोग बढ़ाने पर भी चर्चा की. दोनों देशों की ई-प्रवासन प्रणाली के बीच समन्वयन पर भी एक समझौता हुआ. साम्राज्य में रूपे कार्ड शुरू करने के संबंध में भी एक सहमति पत्र पर हस्ताक्षर किए गए.

सऊदी अरब में 26 लाख भारतीय काम करते हैं. भारत से करीब दो लाख हाजी और तीन लाख उमराह तीर्थयात्री हर साल सऊदी अरब का दौरा करते हैं और रूपे कार्ड की स्वीकार्यता उन्हें सस्ते लेन-देन में मदद करेगी.

दोनों देशों ने रक्षा उद्योग साझेदारी तथा सुरक्षा सहयोग को और बढ़ाने की भी प्रतिबद्धता जताई. दोनों पक्षों के बीच पहला नौसैन्य अभ्यास इस साल के अंत या अगले साल की शुरुआत में होगा.

पढ़ें : मोदी ने संयुक्त राष्ट्र में सुधार पर जोर दिया

दोनों देशों ने महाराष्‍ट्र के रायगढ़ में महत्वाकांक्षी पश्चिमी तट रिफाइनरी परियोजना पर आगे बढ़ने का फैसला किया है. इसमें सऊदी तेल क्षेत्र की दिग्गज कंपनी अरामको, यूएई की अबू धाबी नेशनल ऑयल कंपनी और भारतीय सार्वजनिक क्षेत्र की तेल कंपनियां निवेश करेंगी.

इंडियन ऑयल मिडिल ईस्ट और सऊदी कंपनी अल जेरी के बीच संयुक्त उपक्रम के लिए भी एमओयू पर हस्ताक्षर हुए जिससे दोनों देशों के बीच ऊर्जा संबंध बढ़ेंगे.

भारत दुनिया में तीसरा सबसे बड़ा तेल उपभोक्ता है और वह अपनी तेल जरूरतों का 83 प्रतिशत हिस्सा आयात करता है. इराक के बाद सऊदी अरब इसका दूसरा सबसे बड़ा आपूर्तिकर्ता है. उसने वित्त वर्ष 2018-19 में भारत को 4.03 करोड़ टन कच्चा तेल बेचा जबकि भारत ने 20.73 करोड़ टन तेल का आयात किया था.

भारत दुनिया की छठी सबसे बड़ी अर्थव्यवस्था और अमेरिका तथा चीन के बाद तीसरा सबसे बड़ा ऊर्जा उपभोक्ता है. भारत हर महीने सऊदी अरब से करीब दो लाख टन एलपीजी खरीदता है.
सऊदी की तेल कंपनी अरामको के तेल संयंत्रों पर हुए ड्रोन एवं मिसाइल हमलों की निंदा करते हुए भारत ने आतंकवाद के विरोध के अपने संकल्प को दोहराया. वहीं, सऊदी अरब ने भारत को आश्वस्त किया कि वह देश की ऊर्जा सुरक्षा संबंधी जरूरतों को पूरा करने के लिए प्रतिबद्ध है.

पढ़ें : पीएम मोदी व सऊदी शाह ने की आतंकवाद की निंदा, द्विपक्षीय संबंधों की मजबूती पर जतायी सहमति

त्रिमूर्ति ने कहा कि प्रधानमंत्री मोदी ने बड़े पैमाने पर नुकसान पहुंचाने वाले हमले के बावजूद भारत को पेट्रोलियम उत्पादों की आपूर्ति करने के लिए शाह सलमान का शुक्रिया किया. शाह सलमान ने भी मई के चुनावों में मिली जीत के लिए मोदी को बधाई दी.

दोनों देशों ने नवीकरणीय ऊर्जा के क्षेत्र में सहयोग पर भी सहमति पत्र पर हस्ताक्षर किए. साथ ही दोनों देशों के बीच उड़ानों की संख्या बढ़ाने, चिकित्सा उत्पादों के नियमन और नशीले पदार्थों की तस्करी की रोकथाम जैसे क्षेत्रों में विभिन्न समझौतों पर हस्ताक्षर हुए.

प्रधानमंत्री मोदी का सऊदी अरब का यह दूसरा दौरा था. पहले दौरे के दौरान शाह सलमान ने उन्हें सऊदी अरब के सर्वोच्च नागरिक सम्मान से नवाजा था.

ZCZC
PRI GEN INT
.RIYADH FGN81
SAUDI-INDIA-COUNCIL
India, Saudi Arabia sign Strategic Partnership Council Agreement to coordinate on important issues
By Zishan Haider
         Riyadh, Oct 29 (PTI) In a significant boost to the strategic ties between India and Saudi Arabia, Prime Minister Narendra Modi and Crown Prince Mohammed bin Salman on Tuesday signed the Strategic Partnership Council Agreement to coordinate on important issues.
         Modi, who is on a two-day visit to the Gulf Kingdom to attend the Future Investment Initiative here, held wide ranging talks with Saudi King Salman bin Abdulaziz and powerful Crown Prince Mohammed.
         After the delegation-level talks, the two sides signed the agreement to establish the India-Saudi Arabia Strategic Partnership Council to coordinate decisions regarding strategically important issues.
         The council will be headed by Prime Minister Modi and Crown Prince Mohammed and meet every two years.
         Prime Minister Modi said with the signing of the agreement on the Strategic Partnership Council, the bilateral ties in various fields will be strengthened further.
         "India's relations with Saudi Arabia are one of the most important bilateral relationships in our extended neighbourhood," he told Arab News in an interview.
         "Our ties across various dimensions such as trade, investment, security and defence cooperation are robust and deep, and will only strengthen further" with the signing of the strategic partnership council," he said.
         Before departing for home, Modi tweeted about his meeting with the Saudi King.
         "Called on the Called on His Majesty King Salman. He is one of the most widely respected leaders. We discussed multiple aspects relating to further boosting cooperation with Saudi Arabia," he said.
         In another tweet, the Prime Minister praised Crown Prince for his leadership.
         "It is always a delight to meet His Royal Highness Prince Mohammed bin Salman bin Abdulaziz. His vision for Saudi Arabia is remarkable. We had an extensive meeting during which we discussed numerous issues. Stronger friendship between our nations augurs well for our people," Modi added. PTI AKJ
CPS
10300043
NNNN
ETV Bharat Logo

Copyright © 2024 Ushodaya Enterprises Pvt. Ltd., All Rights Reserved.