नई दिल्ली : पूर्व वित्त मंत्री और वरिष्ठ कांग्रेस नेता पी. चिदंबरम ने कहा कि आज हमारे देश में धर्मनिरपेक्षता बहुत बड़ी चुनौती के दौर से गुजर रही है, जहां नागरिकता के सवालों पर रोज हमले किए जा रहे है और उन्हें चुनौतियां दी जा रही है.
सीएए और एनआरसी पर पूरे देश में हो रहे विरोध प्रदर्शनों को रेखांकित करते हुए चिदंबरम ने वर्तमान सरकार को निशाने लेते हुए कहा, 'आज हम एक ऐसे मुकाम पर पहुंच गए हैं, जहां धर्मनिरपेक्षता पर बहस, इस बहस में बदल गई है कि भारत का नागरिक कौन है.'
चिदंबरम दिल्ली में भारतीय मनोवैज्ञानिक आशीष नंदी और प्रोफेसर आकाश सिंह राठौर की पुस्तक 'विजन फॉर ए नेशन-पाथ्स एंड पर्सपेक्टिव्स' के विमोचन में शामिल होने पहुंचे थे. इस मौके पर उन्होंने लोगों को संबोधित किया और केंद्र सरकार पर जमकर निशाना साधा.
संविधान बचाओ और धर्मनिरपेक्षता पर देश में चल रही बहस पर उन्होंने कहा कि अगर आप आज के दौर में धर्मनिरपेक्ष हैं तो हो सकता है कि आपको देशद्रोही करार दे दिया जाए. अगर आप धर्मनिरपेक्ष है तो आपको पाकिस्तानी करार दे दिया जा सकता हैं. और अगर आप धर्मनिरपेक्ष हैं, तो आपकी देशभक्ति सवालों के घेरे में आ सकती हैं.
विमोचित पुस्तक की चर्चा करते हुए चिदंबरम ने कहा, 'यह पुस्तक वर्तमान समय में बहुत ही महत्वपूर्ण है. यह हमें रास्ता दिखाएगी कि हमें किस रास्ते पर जाना है. यह कोई साधारण किताब नहीं है. इस किताब की बुनियादी अवधारणा को ध्यान में रखकर इसका अध्ययन करने की जरूरत है.'
चिदंबरम ने वर्तमान राजनीतिक हालात पर कहा, 'हमें दुखी होना चाहिए कि 70 साल के बाद हमें अपने संविधान को लेकर पुनर्विचार करना पर रहा है. आज हमारे देश की नींव पर हमला किया जा रहा है, जिससे देश की बुनियाद कमजोर हो रही है.'