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देश में चुनौती के दौर से गुजर रही धर्मनिरपेक्षता : चिदंबरम

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Published : Feb 6, 2020, 5:19 PM IST

Updated : Feb 29, 2020, 10:24 AM IST

पूर्व वित्त मंत्री और वरिष्ठ कांग्रेस नेता पी. चिदंबरम ने कहा है कि आज हमारे देश में धर्मनिपेक्षता बहुत बड़ी चुनौती के दौर से गुजर रही है, जहां नागरिकता पर लगातार हमले किए जा रहे हैं और उन्हें सवालों के घेरे में खड़ा किया जा रहा है.

P Chidambaram on Secularism Nationalism
पी चिदंबरम

नई दिल्ली : पूर्व वित्त मंत्री और वरिष्ठ कांग्रेस नेता पी. चिदंबरम ने कहा कि आज हमारे देश में धर्मनिरपेक्षता बहुत बड़ी चुनौती के दौर से गुजर रही है, जहां नागरिकता के सवालों पर रोज हमले किए जा रहे है और उन्हें चुनौतियां दी जा रही है.

सीएए और एनआरसी पर पूरे देश में हो रहे विरोध प्रदर्शनों को रेखांकित करते हुए चिदंबरम ने वर्तमान सरकार को निशाने लेते हुए कहा, 'आज हम एक ऐसे मुकाम पर पहुंच गए हैं, जहां धर्मनिरपेक्षता पर बहस, इस बहस में बदल गई है कि भारत का नागरिक कौन है.'

चिदंबरम दिल्ली में भारतीय मनोवैज्ञानिक आशीष नंदी और प्रोफेसर आकाश सिंह राठौर की पुस्तक 'विजन फॉर ए नेशन-पाथ्स एंड पर्सपेक्टिव्स' के विमोचन में शामिल होने पहुंचे थे. इस मौके पर उन्होंने लोगों को संबोधित किया और केंद्र सरकार पर जमकर निशाना साधा.

पी चिदंबरम

संविधान बचाओ और धर्मनिरपेक्षता पर देश में चल रही बहस पर उन्होंने कहा कि अगर आप आज के दौर में धर्मनिरपेक्ष हैं तो हो सकता है कि आपको देशद्रोही करार दे दिया जाए. अगर आप धर्मनिरपेक्ष है तो आपको पाकिस्तानी करार दे दिया जा सकता हैं. और अगर आप धर्मनिरपेक्ष हैं, तो आपकी देशभक्ति सवालों के घेरे में आ सकती हैं.

विमोचित पुस्तक की चर्चा करते हुए चिदंबरम ने कहा, 'यह पुस्तक वर्तमान समय में बहुत ही महत्वपूर्ण है. यह हमें रास्ता दिखाएगी कि हमें किस रास्ते पर जाना है. यह कोई साधारण किताब नहीं है. इस किताब की बुनियादी अवधारणा को ध्यान में रखकर इसका अध्ययन करने की जरूरत है.'

चिदंबरम ने वर्तमान राजनीतिक हालात पर कहा, 'हमें दुखी होना चाहिए कि 70 साल के बाद हमें अपने संविधान को लेकर पुनर्विचार करना पर रहा है. आज हमारे देश की नींव पर हमला किया जा रहा है, जिससे देश की बुनियाद कमजोर हो रही है.'

नई दिल्ली : पूर्व वित्त मंत्री और वरिष्ठ कांग्रेस नेता पी. चिदंबरम ने कहा कि आज हमारे देश में धर्मनिरपेक्षता बहुत बड़ी चुनौती के दौर से गुजर रही है, जहां नागरिकता के सवालों पर रोज हमले किए जा रहे है और उन्हें चुनौतियां दी जा रही है.

सीएए और एनआरसी पर पूरे देश में हो रहे विरोध प्रदर्शनों को रेखांकित करते हुए चिदंबरम ने वर्तमान सरकार को निशाने लेते हुए कहा, 'आज हम एक ऐसे मुकाम पर पहुंच गए हैं, जहां धर्मनिरपेक्षता पर बहस, इस बहस में बदल गई है कि भारत का नागरिक कौन है.'

चिदंबरम दिल्ली में भारतीय मनोवैज्ञानिक आशीष नंदी और प्रोफेसर आकाश सिंह राठौर की पुस्तक 'विजन फॉर ए नेशन-पाथ्स एंड पर्सपेक्टिव्स' के विमोचन में शामिल होने पहुंचे थे. इस मौके पर उन्होंने लोगों को संबोधित किया और केंद्र सरकार पर जमकर निशाना साधा.

पी चिदंबरम

संविधान बचाओ और धर्मनिरपेक्षता पर देश में चल रही बहस पर उन्होंने कहा कि अगर आप आज के दौर में धर्मनिरपेक्ष हैं तो हो सकता है कि आपको देशद्रोही करार दे दिया जाए. अगर आप धर्मनिरपेक्ष है तो आपको पाकिस्तानी करार दे दिया जा सकता हैं. और अगर आप धर्मनिरपेक्ष हैं, तो आपकी देशभक्ति सवालों के घेरे में आ सकती हैं.

विमोचित पुस्तक की चर्चा करते हुए चिदंबरम ने कहा, 'यह पुस्तक वर्तमान समय में बहुत ही महत्वपूर्ण है. यह हमें रास्ता दिखाएगी कि हमें किस रास्ते पर जाना है. यह कोई साधारण किताब नहीं है. इस किताब की बुनियादी अवधारणा को ध्यान में रखकर इसका अध्ययन करने की जरूरत है.'

चिदंबरम ने वर्तमान राजनीतिक हालात पर कहा, 'हमें दुखी होना चाहिए कि 70 साल के बाद हमें अपने संविधान को लेकर पुनर्विचार करना पर रहा है. आज हमारे देश की नींव पर हमला किया जा रहा है, जिससे देश की बुनियाद कमजोर हो रही है.'

Intro:New Delhi: Congress leader P Chidambaram on Wednesday said that secularism in our country is under challenge where citizenship have become an object of attack and challenge.

"Today, we have reached to a point where the debate on secularism has shifted to the debate on who is the citizen of India."


Body:Speaking as a keynote speaker at the launch of Indian psychologist Ashish Nandy and Professor Akash Singh Rathore's book- "Vision For A Nation-Paths and Perspectives", Chidambaram said that if you are secular today there are people who might call you anti-national.

"If you are secular today, they will call you that you are speaking the language of Pakistan. If you are secular, your patriotism is in question and many of these people will have their citizenship question in the course of time. That is the point of danger to which we have seemed to be arrived in the last few years," the Congress leader added.

Former Finance Minister also said that this book will define which way we need to go. A country with such unanimity our diversity can never be united unless we have political independence. this is a very important initiative that has been made.


Conclusion:Urging the people to read "Vision For A Nation- Paths and Perspectives", he said, "This is not an ordinary book. You cannot read it when you have nothing else to do. You have to pay attention to some of the most fundamental concepts in the book."

He said, "In a sense we must be unhappy, why we have to rethink India after 70 years of the constitution? I can understand reimagine India but if we are pushed to rethink India, it means that someone has struck or is pretty close to stricking at the roots of our foundation of the country."
Last Updated : Feb 29, 2020, 10:24 AM IST
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